इलाहाबाद। छेड़छाड़ की बढ़ती घटनाओं पर लगाम लगाने और शोहदों को सबक सिखाने के लिए पुलिस ने अब एक और तरीका निकाला है। मोबाइल पर कॉल कर परेशान करने और एसएमएस भेजने के मामलों को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी मोहित अग्रवाल ने ऐसी करतूत करने वालों के सिम ही ब्लाक कराने की तैयारी कर ली है। सिम ब्लाक कराने के अलावा उस नाम-पते की आईडी को ब्लैक लिस्ट में डलवाने की भी तैयारी है। सिम लॉक कराने के बाद मोबाइल कंपनियों को ऐसे युवकों की सूची दी जाएगी जो करतूत में फंस चुके हों ताकि उन्हें दूसरा सिम न एलार्ट किया जाए। एसएसपी का कहना है कि मोबाइल से छेड़खानी करने वालों पर इस कार्रवाई से असर पड़ेगा। इस अभियान का जिम्मा भी सीओ अलका धर्मराज को सौंपा गया है।
मिस कॉल, अंजान फोन कॉल, चैटिंग और इंटरनेट इस्तेमाल में बरती जाने वाली सावधानियां के प्रति जागरूक करने के बाद अब महिला पुलिस अधिकारियों ने छेड़खानी करने वालों पर दूसरी तरह से शिकंजे का मन बनाया है। सबसे अधिक मामले मोबाइल से छेड़छाड़ के सामने आ रहे हैं। इस काम में कम उम्र के लड़के और स्कूली छात्र शामिल हैं जिन्हें जेल भेजने में भी दिक्कत आ रही है। मोबाइल पर मन बहलाने और लड़कियों को परेशान करने वाले मोबाइल इस्तेमाल को तरस जाएं, इसे लेकर पुलिस ने तैयारी की है। 1090, 1091, एंटी आब्सीन सेल या फिर पुलिस अधिकारियों के पास पहुंचे मोबाइल से परेशान करने के मामले में सीओ अलका धर्मराज कॉल डिटेल और सिम धारक का रिकार्ड खंगाल रही हैं। हिदायत और चेतावनी पत्र के बाद भी ऐसे लड़के नहीं सुधरे से पुलिस सीधे उनका नंबर बंद करा देगी। पिछले एक महीने में मोबाइल से परेशान करने की 52 से अधिक शिकायतें आई हैं। तमाम कार्रवाई के बाद भी लड़के सुधर नहीं रहे हैं। कुछ सिम फर्जी आईडी पर भी निकले, ऐसे में सीधे सिम ब्लाक कराने पर ही जोर है।
एसएसपी मोहित अग्रवाल ने बताया कि सिम ब्लाक कराने, मोबाइल कंपनियों से संपर्क कर ऐसे लड़कों की आईडी ब्लैक लिस्टेड करने की कार्रवाई तो की जा रही है, साथ ही यदि इसके बाद भी मोबाइल पर परेशान करने वाले नहीं माने तो उन्हें जेल जाना पड़ेगा।
इलाहाबाद। छेड़छाड़ की बढ़ती घटनाओं पर लगाम लगाने और शोहदों को सबक सिखाने के लिए पुलिस ने अब एक और तरीका निकाला है। मोबाइल पर कॉल कर परेशान करने और एसएमएस भेजने के मामलों को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी मोहित अग्रवाल ने ऐसी करतूत करने वालों के सिम ही ब्लाक कराने की तैयारी कर ली है। सिम ब्लाक कराने के अलावा उस नाम-पते की आईडी को ब्लैक लिस्ट में डलवाने की भी तैयारी है। सिम लॉक कराने के बाद मोबाइल कंपनियों को ऐसे युवकों की सूची दी जाएगी जो करतूत में फंस चुके हों ताकि उन्हें दूसरा सिम न एलार्ट किया जाए। एसएसपी का कहना है कि मोबाइल से छेड़खानी करने वालों पर इस कार्रवाई से असर पड़ेगा। इस अभियान का जिम्मा भी सीओ अलका धर्मराज को सौंपा गया है।
मिस कॉल, अंजान फोन कॉल, चैटिंग और इंटरनेट इस्तेमाल में बरती जाने वाली सावधानियां के प्रति जागरूक करने के बाद अब महिला पुलिस अधिकारियों ने छेड़खानी करने वालों पर दूसरी तरह से शिकंजे का मन बनाया है। सबसे अधिक मामले मोबाइल से छेड़छाड़ के सामने आ रहे हैं। इस काम में कम उम्र के लड़के और स्कूली छात्र शामिल हैं जिन्हें जेल भेजने में भी दिक्कत आ रही है। मोबाइल पर मन बहलाने और लड़कियों को परेशान करने वाले मोबाइल इस्तेमाल को तरस जाएं, इसे लेकर पुलिस ने तैयारी की है। 1090, 1091, एंटी आब्सीन सेल या फिर पुलिस अधिकारियों के पास पहुंचे मोबाइल से परेशान करने के मामले में सीओ अलका धर्मराज कॉल डिटेल और सिम धारक का रिकार्ड खंगाल रही हैं। हिदायत और चेतावनी पत्र के बाद भी ऐसे लड़के नहीं सुधरे से पुलिस सीधे उनका नंबर बंद करा देगी। पिछले एक महीने में मोबाइल से परेशान करने की 52 से अधिक शिकायतें आई हैं। तमाम कार्रवाई के बाद भी लड़के सुधर नहीं रहे हैं। कुछ सिम फर्जी आईडी पर भी निकले, ऐसे में सीधे सिम ब्लाक कराने पर ही जोर है।
एसएसपी मोहित अग्रवाल ने बताया कि सिम ब्लाक कराने, मोबाइल कंपनियों से संपर्क कर ऐसे लड़कों की आईडी ब्लैक लिस्टेड करने की कार्रवाई तो की जा रही है, साथ ही यदि इसके बाद भी मोबाइल पर परेशान करने वाले नहीं माने तो उन्हें जेल जाना पड़ेगा।