नीलामी के बाद भी एक दूसरे के खदानों पर कब्जे के लिए छिड़ी जंग
शहर के करेलाबाग घाट के पास बालू ठेकेदारों के बीच चले बम
बीकर में एक दूसरे पर गोलियां चलाने वाले दोनों गुट सपा विधायक के समर्थक
जिन घाटों पर बालू नहीं, वहां भी कागजों पर माफिया के नाम हो गई नीलामी
अमर उजाला ब्यूरो
इलाहाबाद। यमुना के घाटों पर जमा दो लाख टन से अधिक बालू हथियाने के लिए माफिया एक दूसरे की जान लेने पर आमादा हैं। कमिश्नर और डीएम के हस्तक्षेप के बाद खनन विभाग ने नीलामी कर दी और तय हो गया कि किन घाटों से कौन बालू निकालेगा लेकिन माफिया उसे मानने को राजी नहीं हैं। बीकर, सेमरी, नौढ़िया तरहार पर माफिया ने बुधवार को दूसरे के नाम नीलाम बालू जबरन बेच दी। विरोध करने पर बीकर घाट पर गोलियां चलीं। बालू माफिया ने विरोध करने वालों पर फायरिंग कर दी। दूसरी तरफ से भी ठेकेदारों ने फायरिंग की। घाट पर मौजूद नाविकों, मछुआरों ने हल्ला मचाकर गांव वालों को इकट्ठा किया, उसके बाद फायरिंग बंद हुई लेकिन बालू बेचने को लेकर झगड़ा घंटों चलता रहा। दोनों पक्षों ने एक दूसरे को धमकाया और चले।
आपस में ही भिड़े सपाई
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक एक दूसरे को मारने पर उतारू दोनों पक्ष सपा से जुड़े हैं। झगड़े के दौरान दोनों ने सपा विधायक विजमा यादव का करीबी होने का दावा किया और उन्हीं के खासमखास नेताओं का नाम लेकर धमकाया। जबरिया बालू बेचने वाले माफिया के साथियों ने दूसरे पक्ष को धमकाने के लिए सांसद के करीबियों का भी नाम लिया।
करेलाबाग, महेवा में चले बम
बालू पर कब्जे को लेकर शहर के करेलाबाग घाट और महेवा में ठेकेदारों ने वहां पहले से जमा लोगों पर बम फेंके। वहां मौजूद मजदूरों, मथुआरों का कहना है कि बम किसी को लक्ष्य कर नहीं फेंके गए इसलिए किसी को नुकसान नहीं हुआ लेकिन घंटों वहां आतंक का माहौल रहा। करेलाबाग घाट पर मौजूद जाहिद अली, पप्पू निषाद, ननकेश ने बताया कि ठेकेदार मोहम्मद अब्बास, रज्जब और पप्पू तिवारी के लोगों ने बम फेंके।
लालापुर में भी मारपीट
यमुनापार के भिलोर, लालापुर और असरावल खुर्द घाट के दो खदानों पर कब्जे के लिए बुधवार को मारपीट हुई। लालापुर में ठेकेदारों ने विरोध किया तो मारपीट शुरू हो गई। लगभग आधे घंटे दोनों पक्षों में मारपीट चली। झगड़ा बढ़ा तो आसपास गांव के मजदूर भी जमा हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक दोनों पक्षों ने एक दूसरे को लाठी डंडों से पीटा। गांव वालों ने पुलिस का शोर मचाया तो सब वहां से भाग गए।
‘बालू निकासी को लेकर विवाद की शिकायतें लगातार मिल रही हैं। खनन विभाग को निर्देश दिया गया है कि बालू माफिया के खिलाफ कार्रवाई करें। विवाद वाली जगहों पर पुलिस कार्रवाई होगी।’ देवेश चतुर्वेदी, कमिश्नर