सीसैब की ओर से हुई स्पेशल राउंड-1 की काउंसलिंग के बाद भी एनआईटी, ट्रिपलआईटी एवं केंद्रीय संस्थानों की 2700 सीटें खाली रह गईं। अब इन खाली सीटों को भरने के लिए स्पेशल राउंड-टू की काउंसलिंग शुरू हो गई है। बता दें कि पहले जोसा की काउंसलिंग के बाद एनआईटी, ट्रिपलआईटी एवं केंद्रीय संस्थानों की खाली सीटें पहले राउंड में भर जाती थीं।
सीसैब के चैयरमैन एवं एमएनएनआईटी के निदेशक प्रो. राजीव त्रिपाठी ने बताया कि रिक्त 2700 सीटों के सापेक्ष स्पेशल राउंड टू की काउंसलिंग शुरू हो गई है। इस राउंड में काउंसलिंग कराने वाले छात्रों को एक दिसंबर तक शैक्षिक प्रमाणपत्रों का सत्यापन कराके संबंधित संस्थान में जमा करना होगा।
जोसा की ओर से काउंसलिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद सीसैब ने 16 नवंबर से स्पेशल राउंड की काउंसलिंग शुरू हुई थी। सीटें रिक्त होने के कारण स्पेशल राउंड टू की प्रक्रिया शुरू कर दिया गया है। प्रो. त्रिपाठी ने कहा कि अधिक संख्या में सीटें रिक्त होने पर स्पेशल राउंड थ्री की काउंसलिंग कराई जा सकती है।
सीसैब की ओर से हुई स्पेशल राउंड-1 की काउंसलिंग के बाद भी एनआईटी, ट्रिपलआईटी एवं केंद्रीय संस्थानों की 2700 सीटें खाली रह गईं। अब इन खाली सीटों को भरने के लिए स्पेशल राउंड-टू की काउंसलिंग शुरू हो गई है। बता दें कि पहले जोसा की काउंसलिंग के बाद एनआईटी, ट्रिपलआईटी एवं केंद्रीय संस्थानों की खाली सीटें पहले राउंड में भर जाती थीं।
सीसैब के चैयरमैन एवं एमएनएनआईटी के निदेशक प्रो. राजीव त्रिपाठी ने बताया कि रिक्त 2700 सीटों के सापेक्ष स्पेशल राउंड टू की काउंसलिंग शुरू हो गई है। इस राउंड में काउंसलिंग कराने वाले छात्रों को एक दिसंबर तक शैक्षिक प्रमाणपत्रों का सत्यापन कराके संबंधित संस्थान में जमा करना होगा।
जोसा की ओर से काउंसलिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद सीसैब ने 16 नवंबर से स्पेशल राउंड की काउंसलिंग शुरू हुई थी। सीटें रिक्त होने के कारण स्पेशल राउंड टू की प्रक्रिया शुरू कर दिया गया है। प्रो. त्रिपाठी ने कहा कि अधिक संख्या में सीटें रिक्त होने पर स्पेशल राउंड थ्री की काउंसलिंग कराई जा सकती है।