अयोध्या विवाद को लेकर फैसला आज आने वाला है। सूबे के 12 अतिसंवेदनशील जिलों में शामिल अलीगढ़ में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। मिश्रित आबादी वाले महानगर में भारी संख्या में पुलिस, पीएसी, आरएएफ के अलावा 4 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स लगाकर महानगर को 25 सेक्टरों में बांटा गया है और ड्रोन कैमरों से निगरानी जारी है।
शहर भर के 500 के करीब खुराफातियों/असामाजिक तत्वों को सविलांस पर रखा गया है। एएमयू सहित जिले के सभी सरकारी व निजी स्कूल-कॉलेज, शिक्षण संस्थान अगले 48 घंटे तक बंद रहेंगे और शुक्रवार रात 12 बजे से अगले 24 घंटे तक के लिए इंटरनेट सेवाएं भी बंद रहेंगी।
बाजार शनिवार रात 8 बजे हर हाल में बंद करने के निर्देश हैं। किसी भी तरह का जुलूस, प्रदर्शन, जशभन पूरी तरह प्रतिबंधित है। जिले की सीमाओं और सभी प्रमुख हाईवे पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है और दो अस्थायी जेल भी बनाई गई हैं। किसी को भी गड़बड़ी करने पर सीधे रासुका के तहत कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। शुक्रवार देर रात डीएम-एसएसपी ने कैंप कार्यालय पर अधिकारियों की आपात बैठक बुलाकर तैयारियों की नए सिरे से समीक्षा की और रात भर गश्त जारी रखने, हर गतिविधि पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिए।
फैसले के मद्देनजर पिछले कई दिन से शांति व्यवस्था कायम रखने में जुटा पुलिस प्रशासन शुक्रवार देर रात और सतर्क हो उठा है। जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। डीएम चंद्रभूषण सिंह व एसएसपी आकाश कुलहरि ने रात दस बजे करीब जिले के आला अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई। इस मौके पर सभी जिम्मेदार अफसरों को पूरी रात व फैसले वाले दिन भर कांबिंग करने के आदेश जारी किये। शहर की संवेदनशीलता को देखते हुए शनिवार को सभी स्कूल कालेज बंद कर दिये गए हैं।
सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक संदेशों के आदान प्रदान एवं दुरुपयोग को देखते हुए इंटरनेट सेवाओं पर भी पाबंदी लगा दी गई है। विवेकानंद कालेज व आईटीएम कालेज में अस्थायी जेल बनाए जाने की व्यवस्था की गई है। रात में ही रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, होटलों सरायों, आउट स्कर्ट, शहर व देहात के मिश्रित आबादी वाले स्थानों, धर्मस्थलों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
एसएसपी आकाश कुलहरि ने बताया कि शहर के मिश्रित आबादी वाले इलाकों के अलावा समूचे शहर में कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसके अलावा देहात में भी पुख्ता व्यवस्था की गई है। किसी भी तरह की गड़बड़ी करने वाले से सख्ती से निपटा जाएगा। शहर में अमन बनाए रखें, बस लोगों से यही अपील है। फैसले पर किसी तरह का रिएक्शन न होने पाए इस बात का ध्यान रखें।
अयोध्या फैसले को लेकर अमिरनिशा बाजार में पैदल मार्च करती पुलिस व आरएएफ के जवान।- फोटो : CITY OFFICE
एसएसपी आकाश कुलहरि के अनुसार अयोध्या फैसले को लेकर सर्किल स्तर पर सोशल मीडिया सेल सक्रिय है। लगातार सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है। जिले में 100 से अधिक ऐसे लोग हैं, जिनके फेसबुक, ट्विटर व इंस्टाग्राम के एकाउंट निगरानी में हैं। इसी कड़ी में हाल ही में गलत तरह की भड़काऊ पोस्ट डालने पर 6 लोगों पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
इनमें एक मुकदमा फेसबुक आईडी संचालक उमर राणा के खिलाफ सिविल लाइंस में कमलेश तिवारी हत्याकांड को लेकर की गई टिप्पणी पर किया है। वहीं दूसरा मुकदमा गुड्डू पंडित निवासी चंडौस पर भड़काऊ टिप्पणी पर चंडौस में दर्ज किया है। इसी तरह मुख्यमंत्री के खिलाफ भड़काऊ पोस्ट पर राजमणि तिवारी पर मुकदमा दर्ज किया गया था। वहीं फेसबुक आईडी ठाकुर रजत आदित्य पर भी भड़काऊ टिप्पणी पर मुकदमा दर्ज किया है। राजीव गोयल पर देहली गेट में, आकाश शर्मा निवासी हेतराम नगर खैर पर खैर में मुकदमा दर्ज किया गया है।
डीजीपी ने आगरा में दिए सख्ती के निर्देश
डीजीपी ओपी सिंह शुक्रवार को आगरा में जोन भर के पुलिस अधिकारियों की बैठक लेने पहुंचे। इस दौरान साफ निर्देश दिए कि किसी भी तरह की रैली, जुलूस, जशभन नहीं निकलने दिया जाएगा। सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखी जाए। इस बैठक में भाग लेकर लौटे डीआईजी डॉ.प्रीतिंदर सिंह व एसएसपी आकाश कुलहरि ने अधिकारियों को नए सिरे से निर्देश दिए और सतर्क रहने को कहा गया।
नगर निगम:संदेश देने पर रोक, अवकाश निरस्त
नगर आयुक्त सत्य प्रकाश पटेल ने नगर आयुक्त कंट्रोल रूम, सिटीजन व्हाटस एप ग्रुप में किसी भी तरह का संदेश पोस्ट करने पर रोक लगा दी है। यह व्यवस्था अग्रिम आदेशों तक रहेगी। नगर निगम संबंधी समस्या अथवा सुझाव सीधे मीडिया सहायक एहसान रब के व्हाट्सएप नंबर 9568001883 अथवा नगर निगम कंट्रोल रूम दूरभाष संख्या 7500441344 एवं प्रभारी कंट्रोल रूम महेंद्र सिंह के दूरभाष संख्या 9105053419 पर दी जा सकेगी। वहीं अधिकारी कर्मचारियों को मोबाइल नंबर ऑन रखने का भी निर्देश दिया गया है। 15 नवंबर तक नगर निगम के सभी अधिकारियों व कार्मिकों के अवकाश निरस्त करते हुये उन्हें मुख्यालय न छोड़ने को निर्देश दिया गया है। नगर आयुक्त ने कहा है कि किसी भी आपात स्थिति में पेयजल, सफ ाई व पथ प्रकाश व्यवस्था को बनाने के लिये संबंधित विभागाध्यक्षों को दिशा निर्देश दे दिये गये हैं। नगर निगम कंट्रोल रूम को निरंतर कार्यशील रखा गया है।
रेलवे स्टेशन पर मार्च, यात्रियों से की शांति की अपील
शुक्रवार को रेलवे सुरक्षा बलों ने स्टेशन फ्लैग मार्च किया। यात्रियों से शांति व्यवस्था कायम रखने की अपील की। साथ ही कई एक्सप्रेस गाड़ियों में भी चेकिंग कर संदिग्धों से पूछताछ की गई। सुबह 10 बजे निकाले गए फ्लैग मार्च में सीओ सिविल लाइंस अनिल समानिया, स्टेशन अधीक्षक डीके गौतम, आरपीएफ इंस्पेक्टर चमन सिंह तोमर और जीआरपी इंस्पेक्टर यशपाल सिंह ने यात्रियों के सामान की चेकिंग की। सीओ सिविल लाइंस ने कहा कि किसी भी प्रकार की अराजकता होने पर संबंधित उपद्रवियों के खिलाफ सीधे रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कार्रवाई की जाएगी। फ्लैग मार्च में आरपीएफ सब इंस्पेक्टर रवि सिवाच, अनवार खान, जीआरपी से एसएसआई अब्दुल मुईज, अरविंद कुमार, यदुवीर यादव आदि शामिल रहे। वहीं इंस्पेक्टर सिविल लाइंस अमित कुमार के नेतृत्व में पुलिस व आरएएफ ने सिविल लाइंस इलाके में फ्लैगमार्च किया।
एएमयू में प्रॉक्टोरियल टीम चौकन्ना है। प्रॉक्टर प्रो. अफिफुल्लाह खान का कहना है कि एएमयू के छात्रों से कोई परेशानी नहीं है। बाहरी तत्व आकर माहौल खराब न करें, इसका विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अब प्रमुख गेटों पर चेकिंग शुरू कर दिया जाएगा। एएमयू कुलपति प्रो. तारिक मंसूर, एएमयू टीचर्स एसोसिएशन एवं छात्र नेता पहले की सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करने की अपील कर चुके हैं।
संघ:विवाद से करें परहेज, नहीं पहुंचाए किसी के दिल को ठेस
फैसला आने के पहले भाजपा व आरएसएस (अनुसांगिक संगठनों सहित) के कार्यकर्ताओं को संयम का पाठ पढ़ाया जा रहा है। भावुकता में आकर शोर-शराबा, जुलूस, विरोध- प्रदर्शन, आतिशबाजी आदि नहीं करने का निर्देश दिया गया है। यह भी कहा जा रहा है कि कोई ऐसा काम नहीं करें, जिससे किसी के दिल को ठेस पहुंचे।
आगरा स्थित भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय में गत दिनों भाजपा के मीडिया प्रभारियों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया था। इसमें भी अयोध्या मामले को लेकर संयम बरतने का निर्देश दिया गया। पार्टी नेताओं से साफ-साफ कह दिया गया कि जो भी फैसला आए, उसे सकारात्मक रूप से लेना है। किसी भी तरह के विवाद से परहेज करने को कहा गया। पार्टी नेताओं को एक पुस्तिका भी दी गई, जिसमें अयोध्या प्रकरण पर देशी एवं विदेशी स्कॉलरों की पुस्तकों की चर्चा एवं टिप्पणी आदि है।
यह भी कहा गया कि संगठन से जुड़े कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को फॉलो करेंगे। 2, 3 और 4 नवंबर को खैर रोड स्थित रेडिएंट स्टार्स इंग्लिश स्कूल में आरएसएस की बैठक में भी भावुकता में आकर अनुचित घटना से बचने का आह्वान किया गया। आरएसएस के महानगर प्रचार प्रमुख महेश बघेल ने बताया कि जो भी फैसला आएगा, आरएसएस के कार्यकर्ता उसका सम्मान करेंगे। सुबह एवं शाम की शाखा में यही बात सभी समुदाय के लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए रोज बैठकें चल रही है।
अयोध्या विवाद को लेकर फैसला आज आने वाला है। सूबे के 12 अतिसंवेदनशील जिलों में शामिल अलीगढ़ में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। मिश्रित आबादी वाले महानगर में भारी संख्या में पुलिस, पीएसी, आरएएफ के अलावा 4 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स लगाकर महानगर को 25 सेक्टरों में बांटा गया है और ड्रोन कैमरों से निगरानी जारी है।
शहर भर के 500 के करीब खुराफातियों/असामाजिक तत्वों को सविलांस पर रखा गया है। एएमयू सहित जिले के सभी सरकारी व निजी स्कूल-कॉलेज, शिक्षण संस्थान अगले 48 घंटे तक बंद रहेंगे और शुक्रवार रात 12 बजे से अगले 24 घंटे तक के लिए इंटरनेट सेवाएं भी बंद रहेंगी।
बाजार शनिवार रात 8 बजे हर हाल में बंद करने के निर्देश हैं। किसी भी तरह का जुलूस, प्रदर्शन, जशभन पूरी तरह प्रतिबंधित है। जिले की सीमाओं और सभी प्रमुख हाईवे पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है और दो अस्थायी जेल भी बनाई गई हैं। किसी को भी गड़बड़ी करने पर सीधे रासुका के तहत कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। शुक्रवार देर रात डीएम-एसएसपी ने कैंप कार्यालय पर अधिकारियों की आपात बैठक बुलाकर तैयारियों की नए सिरे से समीक्षा की और रात भर गश्त जारी रखने, हर गतिविधि पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिए।
फैसले के मद्देनजर पिछले कई दिन से शांति व्यवस्था कायम रखने में जुटा पुलिस प्रशासन शुक्रवार देर रात और सतर्क हो उठा है। जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। डीएम चंद्रभूषण सिंह व एसएसपी आकाश कुलहरि ने रात दस बजे करीब जिले के आला अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई। इस मौके पर सभी जिम्मेदार अफसरों को पूरी रात व फैसले वाले दिन भर कांबिंग करने के आदेश जारी किये। शहर की संवेदनशीलता को देखते हुए शनिवार को सभी स्कूल कालेज बंद कर दिये गए हैं।
सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक संदेशों के आदान प्रदान एवं दुरुपयोग को देखते हुए इंटरनेट सेवाओं पर भी पाबंदी लगा दी गई है। विवेकानंद कालेज व आईटीएम कालेज में अस्थायी जेल बनाए जाने की व्यवस्था की गई है। रात में ही रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, होटलों सरायों, आउट स्कर्ट, शहर व देहात के मिश्रित आबादी वाले स्थानों, धर्मस्थलों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
एसएसपी आकाश कुलहरि ने बताया कि शहर के मिश्रित आबादी वाले इलाकों के अलावा समूचे शहर में कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसके अलावा देहात में भी पुख्ता व्यवस्था की गई है। किसी भी तरह की गड़बड़ी करने वाले से सख्ती से निपटा जाएगा। शहर में अमन बनाए रखें, बस लोगों से यही अपील है। फैसले पर किसी तरह का रिएक्शन न होने पाए इस बात का ध्यान रखें।
अयोध्या फैसले को लेकर अमिरनिशा बाजार में पैदल मार्च करती पुलिस व आरएएफ के जवान।- फोटो : CITY OFFICE
सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार पर 6 मुकदमे दर्ज
एसएसपी आकाश कुलहरि के अनुसार अयोध्या फैसले को लेकर सर्किल स्तर पर सोशल मीडिया सेल सक्रिय है। लगातार सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है। जिले में 100 से अधिक ऐसे लोग हैं, जिनके फेसबुक, ट्विटर व इंस्टाग्राम के एकाउंट निगरानी में हैं। इसी कड़ी में हाल ही में गलत तरह की भड़काऊ पोस्ट डालने पर 6 लोगों पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
इनमें एक मुकदमा फेसबुक आईडी संचालक उमर राणा के खिलाफ सिविल लाइंस में कमलेश तिवारी हत्याकांड को लेकर की गई टिप्पणी पर किया है। वहीं दूसरा मुकदमा गुड्डू पंडित निवासी चंडौस पर भड़काऊ टिप्पणी पर चंडौस में दर्ज किया है। इसी तरह मुख्यमंत्री के खिलाफ भड़काऊ पोस्ट पर राजमणि तिवारी पर मुकदमा दर्ज किया गया था। वहीं फेसबुक आईडी ठाकुर रजत आदित्य पर भी भड़काऊ टिप्पणी पर मुकदमा दर्ज किया है। राजीव गोयल पर देहली गेट में, आकाश शर्मा निवासी हेतराम नगर खैर पर खैर में मुकदमा दर्ज किया गया है।
डीजीपी ने आगरा में दिए सख्ती के निर्देश
डीजीपी ओपी सिंह शुक्रवार को आगरा में जोन भर के पुलिस अधिकारियों की बैठक लेने पहुंचे। इस दौरान साफ निर्देश दिए कि किसी भी तरह की रैली, जुलूस, जशभन नहीं निकलने दिया जाएगा। सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखी जाए। इस बैठक में भाग लेकर लौटे डीआईजी डॉ.प्रीतिंदर सिंह व एसएसपी आकाश कुलहरि ने अधिकारियों को नए सिरे से निर्देश दिए और सतर्क रहने को कहा गया।
नगर निगम:संदेश देने पर रोक, अवकाश निरस्त
नगर आयुक्त सत्य प्रकाश पटेल ने नगर आयुक्त कंट्रोल रूम, सिटीजन व्हाटस एप ग्रुप में किसी भी तरह का संदेश पोस्ट करने पर रोक लगा दी है। यह व्यवस्था अग्रिम आदेशों तक रहेगी। नगर निगम संबंधी समस्या अथवा सुझाव सीधे मीडिया सहायक एहसान रब के व्हाट्सएप नंबर 9568001883 अथवा नगर निगम कंट्रोल रूम दूरभाष संख्या 7500441344 एवं प्रभारी कंट्रोल रूम महेंद्र सिंह के दूरभाष संख्या 9105053419 पर दी जा सकेगी। वहीं अधिकारी कर्मचारियों को मोबाइल नंबर ऑन रखने का भी निर्देश दिया गया है। 15 नवंबर तक नगर निगम के सभी अधिकारियों व कार्मिकों के अवकाश निरस्त करते हुये उन्हें मुख्यालय न छोड़ने को निर्देश दिया गया है। नगर आयुक्त ने कहा है कि किसी भी आपात स्थिति में पेयजल, सफ ाई व पथ प्रकाश व्यवस्था को बनाने के लिये संबंधित विभागाध्यक्षों को दिशा निर्देश दे दिये गये हैं। नगर निगम कंट्रोल रूम को निरंतर कार्यशील रखा गया है।
रेलवे स्टेशन पर मार्च, यात्रियों से की शांति की अपील
शुक्रवार को रेलवे सुरक्षा बलों ने स्टेशन फ्लैग मार्च किया। यात्रियों से शांति व्यवस्था कायम रखने की अपील की। साथ ही कई एक्सप्रेस गाड़ियों में भी चेकिंग कर संदिग्धों से पूछताछ की गई। सुबह 10 बजे निकाले गए फ्लैग मार्च में सीओ सिविल लाइंस अनिल समानिया, स्टेशन अधीक्षक डीके गौतम, आरपीएफ इंस्पेक्टर चमन सिंह तोमर और जीआरपी इंस्पेक्टर यशपाल सिंह ने यात्रियों के सामान की चेकिंग की। सीओ सिविल लाइंस ने कहा कि किसी भी प्रकार की अराजकता होने पर संबंधित उपद्रवियों के खिलाफ सीधे रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कार्रवाई की जाएगी। फ्लैग मार्च में आरपीएफ सब इंस्पेक्टर रवि सिवाच, अनवार खान, जीआरपी से एसएसआई अब्दुल मुईज, अरविंद कुमार, यदुवीर यादव आदि शामिल रहे। वहीं इंस्पेक्टर सिविल लाइंस अमित कुमार के नेतृत्व में पुलिस व आरएएफ ने सिविल लाइंस इलाके में फ्लैगमार्च किया।
एएमयू में प्रॉक्टोरियल टीम चौकन्ना
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एएमयू में प्रॉक्टोरियल टीम चौकन्ना है। प्रॉक्टर प्रो. अफिफुल्लाह खान का कहना है कि एएमयू के छात्रों से कोई परेशानी नहीं है। बाहरी तत्व आकर माहौल खराब न करें, इसका विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अब प्रमुख गेटों पर चेकिंग शुरू कर दिया जाएगा। एएमयू कुलपति प्रो. तारिक मंसूर, एएमयू टीचर्स एसोसिएशन एवं छात्र नेता पहले की सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करने की अपील कर चुके हैं।
संघ:विवाद से करें परहेज, नहीं पहुंचाए किसी के दिल को ठेस
फैसला आने के पहले भाजपा व आरएसएस (अनुसांगिक संगठनों सहित) के कार्यकर्ताओं को संयम का पाठ पढ़ाया जा रहा है। भावुकता में आकर शोर-शराबा, जुलूस, विरोध- प्रदर्शन, आतिशबाजी आदि नहीं करने का निर्देश दिया गया है। यह भी कहा जा रहा है कि कोई ऐसा काम नहीं करें, जिससे किसी के दिल को ठेस पहुंचे।
आगरा स्थित भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय में गत दिनों भाजपा के मीडिया प्रभारियों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया था। इसमें भी अयोध्या मामले को लेकर संयम बरतने का निर्देश दिया गया। पार्टी नेताओं से साफ-साफ कह दिया गया कि जो भी फैसला आए, उसे सकारात्मक रूप से लेना है। किसी भी तरह के विवाद से परहेज करने को कहा गया। पार्टी नेताओं को एक पुस्तिका भी दी गई, जिसमें अयोध्या प्रकरण पर देशी एवं विदेशी स्कॉलरों की पुस्तकों की चर्चा एवं टिप्पणी आदि है।
यह भी कहा गया कि संगठन से जुड़े कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को फॉलो करेंगे। 2, 3 और 4 नवंबर को खैर रोड स्थित रेडिएंट स्टार्स इंग्लिश स्कूल में आरएसएस की बैठक में भी भावुकता में आकर अनुचित घटना से बचने का आह्वान किया गया। आरएसएस के महानगर प्रचार प्रमुख महेश बघेल ने बताया कि जो भी फैसला आएगा, आरएसएस के कार्यकर्ता उसका सम्मान करेंगे। सुबह एवं शाम की शाखा में यही बात सभी समुदाय के लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए रोज बैठकें चल रही है।