गभाना/जलाली। बिजली की समस्या के चलते खेतों में सिंचाई न होे पाने से किसानों की फसल सूख रही है। इसको लेकर गभाना के किसान शनिवार को सड़कों पर उतर आए। किसानों ने स्थानीय विद्युत उपकेंद्र पर जमकर हंगामा किया और जेई व एक अन्य कर्मी को बंधक बना लिया। किसानों ने अन्य स्टाफ को दौड़कर और विद्युत शिविर में तोड़फोड़ भी की। उधर गांधीपार्क के गांव सिंधौली में 20 दिन से ट्रांसफार्मर फुंके होने के लेकर लोगों ने जीटी रोड पर जाम लगा दिया। इस दौरान करीब डेढ़ घंटे तक यातायात बाधित रहा। देहात क्षेत्र में दस घंटे विद्युत सप्लाई के आदेश हैं लेकिन यहां महज दो-तीन घंटे ही सप्लाई दी जा रही है। किसान खेतों में सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। उनकी बाजरा, पिपरमिंट, मक्का, ज्वार आदि फसलें सूख रही हैं। इसको लेकर ओगर, लोहपूठ, ग्वालरा, गभाना, रामपुर के किसान सुबह बिजली घर पर पहुंच गए। किसानों ने यहां जेई और मीटर रीडर को बंधक बना लिया और हंगामा करने लगे। किसानों ने बिजली घर पर लगे कैंप में भी तोड़फोड़ कर दी। जेई ने उच्चाधिकारियों से बात कर 7 जून से दो शिफ्टों में बिजली दिए जाने का आश्वासन दिया। उधर गांधीपार्क क्षेत्र के गांव सिंधौली के लोगों ने बताया कि 20 दिन से ट्रांसफार्मर फुंका पड़ा है। उनका आरोप है कि जेई ने ट्रांसफार्मर बदलवाने के लिए दस हजार रुपये जमा कराने को कहा। ग्रामीणों ने चंदा कर दस हजार रुपये जमा करा दिए फिर भी ट्रांसफॉर्मर नहीं बदला गया। इसको लेकर लोगों ने जाम लगा दिया। एसओ गांधी पार्क ने ग्रामीणों को समझाया और बिजलीघर ले जाकर उनकी विद्युत अधिकारियों से बात कराई। इस बारे में एसडीओ बौनेर का कहना है कि रुपये लेने के आरोप निराधार है। फुंके हुए ट्रांसफार्मर को जल्द सही कराया जाएगा। बिजली का संकट उत्पादन स्तर से ही बना हुआ है। वहीं अतरौली में कंछी लाल शर्मा, कंछी लाल वार्ष्णेय, नरेंद्र गुप्ता, सनी कुमार, अनिल कुमार, राधेश्याम आदि व्यापारियों ने प्रदर्शन कर पर्याप्त बिजली दिए जाने की मांग की।