अलीगढ़। विधानसभा चुनाव 2012 की तर्ज पर ही निकाय चुनाव में भी नगदी के लेनदेन पर पैनी नजर रखने की तैयारी है। ढाई लाख रुपये तक कैश लेकर चलने वालों को भी नगदी का पूरा ब्यौरा साथ रखना होगा ताकि मांगने पर अधिकारियाें को इस बाबत संतुष्ट किया जा सके। जिलाधिकारी ने इस संबंध में संबंधित तहसीलों के एसडीएम और एसीएम फर्स्ट और एसीएम सेकेंड की ड्यूटी लगा दी है। जनपदीय निकाय चुनाव प्रभारी एडीएम फाइनेंस डॉ. विजय कुमार सिंह ने बताया कि मोबाइल फ्लाइंग स्क्वॉड अपना काम पूरी मुस्तैदी से करेगा। आयकर विभाग की जांच शाखा के सहायक आयुक्त प्रमोद कुमार ने बताया कि इस बार निकाय चुनाव में अब तक आधिकारिक रूप से अब तक किसी तरह की जांच या चेकिंग का निर्देश नहीं मिला है। विधानसभा चुनाव में शपथ पत्र देने वाले विधायकों की चल अचल संपत्ति की जानकारी जुटाई जा रही है। ताकि यह पता चल सके कि उन्हाेंने शपथ पत्र में सही जानकारी दी है या फिर नहीं।