अलीगढ़। सरकार का दावा है कि सरकारी अस्पताल में आने वाले मरीजों से बाजार से कोई दवा नहीं मंगाई जाएगी, लेकिन सरकार के इस दावे को विभागीय अफसर और कर्मचारी ही हवा में उड़ा रहे हैं। इसी को लेकर शुक्रवार को जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में मरीज के तीमारदारों ने जमकर हंगामा काटा। आरोप है कि तीमारदारों ने स्टाफ नर्स और वार्ड के कर्मचारियों के साथ गाली-गलौज भी की। जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में उल्टी दस्तों से पीड़ित एक बच्चे को ग्लूकोज चढ़ाने के लिए इंट्राकैथ लगाया लेकिन वह लगाते में खराब हो गया। स्टाफ नर्स ने तीमारदार से एक और इंट्राकैथ बाजार से लाने को कहा, इस पर तीमारदार भड़क गए। उन्होंने स्टाफ नर्स से कहा कि 20 रुपये दो तो बाजार से दूसरा इंट्राकैथ ले आएंगे। सरकार का दावा है कि बाजार से कोई दवा नहीं मंगाई जाएगी, लेकिन उनसे सीरप व अन्य दवाएं मंगाई जा रही हैं। इसी पर हंगामा हो गया। अन्य तीमारदारों ने जैसे तैसे हंगामा शांत कराया। इसके खिलाफ अस्पताल के स्टाफ नर्स व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी एकत्रित होकर सीएमएस ऑफिस पहुंचे मगर सीएमएस के न होने पर वह लौट गए। नौकरी छोड़ने की धमकी दी जिला अस्पताल में डॉक्टरों की कमी के चलते पूरे माह के लिए इमरजेंसी में डॉक्टरों की ड्यूटी लगाने जाने को लेकर शुक्रवार को सीएमएस के सामने तीन डॉक्टरों में कहासुनी होने लगी। बात इतनी बढ़ गई कि गुस्साए एक डॉक्टर ने नौकरी छोड़ने तक की धमकी दे डाली। इस पर सीएमएस ने हस्तक्षेप पर इमरजेंसी ड्यूटी लिस्ट उन डॉक्टरों से ले ली और कहा कि वह खुद ही इमरजेंसी ड्यूटी लगाएंगे। उन्होंने तीनों डॉक्टरों को ड्यूटी पर जाने के निर्देश दिए।