अलीगढ़। निकाय चुनाव के दौरान शहर और देहात के बदमाश तथा गुंडों पर कड़ी नजर रहेगी। जिला कारागार में बंद गुंडों पर भी जेल के अंदर से पुलिस और जेल स्टाफ सुरागरसी करेगा कि वह मतदाताओं को धमका तो नहीं रहे हैं। चुनाव में निष्पक्षता बनाए रखने के लिए पुलिस और जेल का संयुक्त सेल बनाया जा रहा है। प्रमुख सचिव (गृह) ने राज्य निर्वाचन आयुक्त तथा खुफिया रिपोर्ट के आधार पर यह निर्देश जारी किए हैं। खुफिया रिपोर्ट की मानें तो अलीगढ़ और आगरा मंडल में अलीगढ़ और आगरा नगर निगम को ही बेहद संवेदनशील माना है। इसीलिए इन दोनों निकायों में मतदान के दौरान अतिरिक्त रैपिड एक्शन फोर्स तथा पीएसी भी जरूरत के अनुसार दी जाएगी। खुफिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि अलीगढ़ जिला कारागार में 18 ऐसे बंदी हैं जो कि निकाय चुनाव के मद्देनजर सक्रिय हो गए हैं। वह जेल के अंदर या फिर पेशी पर आते समय मतदाताओं तथा प्रत्याशियों को धमकाकर चुनाव प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए अभी से ऐसे बदमाशों को चिह्नांकित कर उन पर नजर रखी जाएगी। इनके अलावा छह महीने के दौरान जेल से रिहा हुए बदमाशों पर भी सख्ती रखी जाए। डीएम ने निर्देश दिए हैं कि दोनों तरह के बदमाशों और गुंडों की थानों में लिस्ट तैयार कर ली जाए। इसके अलावा मतदान केंद्र और बूथवार थना प्रभारी सुरक्षा का प्लान भी बनाएं ।