अतरौली। नगर पालिका के सफाई कर्मियों ने अपने एक साथी को तमाचा मारने का आरोप लगाते हुए ईओ के ऑफिस में घुसकर सफाई इंस्पेक्टर को जमकर पीटा। उन्होंने बीचबचाव को आए ईओ से भी हाथापाई कर दी। ईओ ने एक कमरे में छुपकर खुद को बचाया। गुस्साए सफाईकर्मियों ने ईओ ऑफिस में जमकर तोड़फोड़ भी की। शनिवार को नगर पालिका परिसर में चार घंटे तक हंगामा होता रहा। नगर पालिका कार्यालय के नीचे स्थित मंडी में शनिवार सुबह सतीश कुमार अन्य कर्मचारियों के साथ सफाई कर रहा था। आरोप है कि इसी दौरान सफाई निरीक्षक नरेंद्र कुमार वहां आए और उसपर काम में लापरवाही बरतने की बात कहते हुए तमाचा जड़ दिया। यह बात सतीश ने अपने साथियों को बताई तो सभी सफाई कर्मचारी पालिका कार्यालय पर इकठ्ठा हो गए। दोपहर करीब साढ़े ग्यारह बजे नरेंद्र कुमार, ईओ सीपी मिश्रा के कार्यालय में बैठे थे। इसी दौरान सफाई कर्मचारी वहां आ गए। वह कर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया और पीटने लगे। ईओ ने बीच बचाव का प्रयास किया तो उनसे भी हाथापाई कर डाली। ईओ जान बचाकर वहां से भागे और आयकर ऑफिस में अंदर से किवाड़ लगाकर बैठ गए। पालिका के अन्य कर्मचारी भी आ गए। उन्होंने बीचबचाव कर नरेंद्र कुमार को वहां से निकाला और लेखा विभाग के कार्यालय में बंद कर बाहर से ताला लगा दिया। गुस्साए सफाई कर्मियों ने नरेंद्र कुमार को बाहर निकालने के लिए तोड़फोड़ कर दी। सफाई कर्मचारियों का आरोप था कि नरेंद्र कुमार आए दिन कर्मचारियों के साथ अभद्रता करते हैं। उनका यह भी आरोप था कि संविदा कर्मियों के लिए प्रतिमाह 1 लाख 55 हजार रुपये आते हैं जिसमें से उन्हें आधा ही वितरित किया जाता है। सूचना पर चौकी इंचार्ज कैलाश दुबे भी मौके पर पहुंच गए। सफाई निरीक्षक नरेंद्र कुमार ने आरोप बेबुनियाद बताए हैं। सफाई कर्मचारी सतीश की मंडी से हटा कर ड्यूटी अवंतीबाई चौराहे पर लगा दी गई थी। उसने वहां ड्यूटी करने से इंकार कर दिया। ठेकेदार राजकुमार शर्मा का कहना है मेरे पास पिछले महीने ही ठेका आया है मुझे जानकारी नहीं है कि कितना रुपया आता है। वहीं ईओ सीपी मिश्रा ने बताया कि पारिवारिक मामले में विवाद हुआ था। सफाईकर्मियों को अपनी भड़ास निकालनी थी बाद में समझौता करा दिया गया।
अतरौली। नगर पालिका के सफाई कर्मियों ने अपने एक साथी को तमाचा मारने का आरोप लगाते हुए ईओ के ऑफिस में घुसकर सफाई इंस्पेक्टर को जमकर पीटा। उन्होंने बीचबचाव को आए ईओ से भी हाथापाई कर दी। ईओ ने एक कमरे में छुपकर खुद को बचाया। गुस्साए सफाईकर्मियों ने ईओ ऑफिस में जमकर तोड़फोड़ भी की। शनिवार को नगर पालिका परिसर में चार घंटे तक हंगामा होता रहा। नगर पालिका कार्यालय के नीचे स्थित मंडी में शनिवार सुबह सतीश कुमार अन्य कर्मचारियों के साथ सफाई कर रहा था। आरोप है कि इसी दौरान सफाई निरीक्षक नरेंद्र कुमार वहां आए और उसपर काम में लापरवाही बरतने की बात कहते हुए तमाचा जड़ दिया। यह बात सतीश ने अपने साथियों को बताई तो सभी सफाई कर्मचारी पालिका कार्यालय पर इकठ्ठा हो गए। दोपहर करीब साढ़े ग्यारह बजे नरेंद्र कुमार, ईओ सीपी मिश्रा के कार्यालय में बैठे थे। इसी दौरान सफाई कर्मचारी वहां आ गए। वह कर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया और पीटने लगे। ईओ ने बीच बचाव का प्रयास किया तो उनसे भी हाथापाई कर डाली। ईओ जान बचाकर वहां से भागे और आयकर ऑफिस में अंदर से किवाड़ लगाकर बैठ गए। पालिका के अन्य कर्मचारी भी आ गए। उन्होंने बीचबचाव कर नरेंद्र कुमार को वहां से निकाला और लेखा विभाग के कार्यालय में बंद कर बाहर से ताला लगा दिया। गुस्साए सफाई कर्मियों ने नरेंद्र कुमार को बाहर निकालने के लिए तोड़फोड़ कर दी। सफाई कर्मचारियों का आरोप था कि नरेंद्र कुमार आए दिन कर्मचारियों के साथ अभद्रता करते हैं। उनका यह भी आरोप था कि संविदा कर्मियों के लिए प्रतिमाह 1 लाख 55 हजार रुपये आते हैं जिसमें से उन्हें आधा ही वितरित किया जाता है। सूचना पर चौकी इंचार्ज कैलाश दुबे भी मौके पर पहुंच गए। सफाई निरीक्षक नरेंद्र कुमार ने आरोप बेबुनियाद बताए हैं। सफाई कर्मचारी सतीश की मंडी से हटा कर ड्यूटी अवंतीबाई चौराहे पर लगा दी गई थी। उसने वहां ड्यूटी करने से इंकार कर दिया। ठेकेदार राजकुमार शर्मा का कहना है मेरे पास पिछले महीने ही ठेका आया है मुझे जानकारी नहीं है कि कितना रुपया आता है। वहीं ईओ सीपी मिश्रा ने बताया कि पारिवारिक मामले में विवाद हुआ था। सफाईकर्मियों को अपनी भड़ास निकालनी थी बाद में समझौता करा दिया गया।