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1 DTH से चलाया पूरा केबिल नेटवर्क
Aligarh
Updated Fri, 18 May 2012 12:00 PM IST
अलीगढ़। अब तक फिल्मों में दिखाई जाने वाली हैकिंग अब आम जिंदगी का हिस्सा बन चुकी है। लैपटॉप, कम्प्यूटर, इंटरनेट एकाउंट, एटीएम, डेबिट और क्रेडिट कार्ड हैक करने के बाद अब डीटीएच छतरी की मदद से चैनलों के कोड हैक किये जा रहे हैं। चैनल हैकिंग का यह ताजादम केस बहुत ही एडवांस क्राइम की कहानी है, जिसका मास्टर माइंड नगला पटवारी निवासी अनवार अली है।
अनवार अली ने एक डीटीएच छतरी और छह चैनलों के बाक्स लेकर उनका पूरा सेटअप बनाया। बड़ी जुगाड़ के साथ चैनल बाक्स के निजी कोड तोड़े गये। कोड तोड़ने के बाद इन पेड चेनलों को केबिल की मदद से आसपास के इलाके में प्रसारित किया जाने लगा। महज 4 हजार रुपये महीने के खर्च से अनवार ने हजारों रुपये की कमाई का जरिया खोज लिया। चैनलों के निजी कोड केबिल नेटवर्क में प्रसारित हुए तो बात खुली। गलती यह हुई कि अनवार ने लालच में आकर स्थानीय चैनल भी इससे लिंकअप कर दिये थे। जिससे स्थानीय केबिल कारोबारी भी हरकत में आ गये। दिल्ली की मीडिया प्रो इंटरप्राइजेज को भनक लगी तो उसके प्रतिनिधियों ने आकर रैकी शुरू कर दी, जिसमें पूरी बात खुली। नियमानुसार डीटीएच छतरी और पेड चैनलों के बाक्स लेकर बिल्कुल निजी मनोरंजन का मजा लिया जाता है। लेकिन कोड तोड़ कर इससे केबिल नेटवर्क चलाने का यह अपने आप में पहला सनसनीखेज मामला है। गुरुवार को सहायक मनोरंजन कर आयुक्त लोेकेश शर्मा ने इस संबंध में र्क्वासी थाने में कॉपीराइट उल्लंघन एक्ट और धारा 420 के तहत मामला दर्ज कराया है। मनोरंजन कर, मीडिया प्रो इंटरप्राइजेज लिमिटेड और पुलिस की संयुक्त छापामारी में इस हाइटैक क्राइम के आरोपी अनवार अली को धर दबोचा गया है।
अलीगढ़। अब तक फिल्मों में दिखाई जाने वाली हैकिंग अब आम जिंदगी का हिस्सा बन चुकी है। लैपटॉप, कम्प्यूटर, इंटरनेट एकाउंट, एटीएम, डेबिट और क्रेडिट कार्ड हैक करने के बाद अब डीटीएच छतरी की मदद से चैनलों के कोड हैक किये जा रहे हैं। चैनल हैकिंग का यह ताजादम केस बहुत ही एडवांस क्राइम की कहानी है, जिसका मास्टर माइंड नगला पटवारी निवासी अनवार अली है।
अनवार अली ने एक डीटीएच छतरी और छह चैनलों के बाक्स लेकर उनका पूरा सेटअप बनाया। बड़ी जुगाड़ के साथ चैनल बाक्स के निजी कोड तोड़े गये। कोड तोड़ने के बाद इन पेड चेनलों को केबिल की मदद से आसपास के इलाके में प्रसारित किया जाने लगा। महज 4 हजार रुपये महीने के खर्च से अनवार ने हजारों रुपये की कमाई का जरिया खोज लिया। चैनलों के निजी कोड केबिल नेटवर्क में प्रसारित हुए तो बात खुली। गलती यह हुई कि अनवार ने लालच में आकर स्थानीय चैनल भी इससे लिंकअप कर दिये थे। जिससे स्थानीय केबिल कारोबारी भी हरकत में आ गये। दिल्ली की मीडिया प्रो इंटरप्राइजेज को भनक लगी तो उसके प्रतिनिधियों ने आकर रैकी शुरू कर दी, जिसमें पूरी बात खुली। नियमानुसार डीटीएच छतरी और पेड चैनलों के बाक्स लेकर बिल्कुल निजी मनोरंजन का मजा लिया जाता है। लेकिन कोड तोड़ कर इससे केबिल नेटवर्क चलाने का यह अपने आप में पहला सनसनीखेज मामला है। गुरुवार को सहायक मनोरंजन कर आयुक्त लोेकेश शर्मा ने इस संबंध में र्क्वासी थाने में कॉपीराइट उल्लंघन एक्ट और धारा 420 के तहत मामला दर्ज कराया है। मनोरंजन कर, मीडिया प्रो इंटरप्राइजेज लिमिटेड और पुलिस की संयुक्त छापामारी में इस हाइटैक क्राइम के आरोपी अनवार अली को धर दबोचा गया है।