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अलीगढ़। नेशनल हाईवे नंबर 509 आगरा-अलीगढ़-मुरादाबाद रोड का शहरी हिस्सा महानगर का पहला फोरलेन होगा। लोक निर्माण मंत्री शिवपाल सिंह यादव के शिलान्यास करने के साथ ही अब जल्द ही इसका काम शुरू होगा। वर्षों पहले इस एनएच का शहरी भाग देखरेख के लिए पीडब्ल्यूडी के पास ही था, जिसे दोबारा से पीडब्ल्यूडी को सौंपने की प्रक्रिया पूरी होगी। अपने खर्च पर निर्माण कार्य पूरा कराने के लिए पीडब्ल्यूडी एनएच से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेगा। नेशनल कंप्टीटिव बिड के तहत इसके टेंडर डाले जाएंगे।
पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर अलहसन मंसूर सिद्दीकी ने बताया कि डिटेल सर्वे के साथ इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार होकर रोड के दोनों ओर चिन्हांकन होगा। टेलीफोन, बिजली के खंभे और ट्रांसफार्मर बीच रास्ते से हटाए जाएंगे। तीन महीने में प्रोजेक्ट की सारी रिपोर्ट तैयार होने के बाद एक साल में यह फोरलेन बन कर तैयार होगा। जमालपुर रेलवे क्रासिंग पर बन रहा ओवरब्रिज भी इस दौरान पूरा हो जाएगा। इससे इस सड़क का सौंदर्यीकरण और बेहतर होगा।
बाकी का क्या होगा?
अनूपशहर रोड के कायाकल्प की तैयारी हो चुकी है और क्वार्सी चौराहे का सौंदर्यीकरण भी ग्लोबल इंफ्राटाउन कंपनी कर रही है। अब सारसौल, नौरंगाबाद और सासनीगेट चौराहे को भी ऐसा ही करने की मांग होने लगी है। अगर अनूपशहर रोड 33 करोड़ में फोरलेन हो सकता है तो तीन चौराहों को मिला कर 120 करोड़ में ऐसा बड़ा प्रोजेक्ट क्यों नहीं मंजूर कराया जाता है?
अलीगढ़। नेशनल हाईवे नंबर 509 आगरा-अलीगढ़-मुरादाबाद रोड का शहरी हिस्सा महानगर का पहला फोरलेन होगा। लोक निर्माण मंत्री शिवपाल सिंह यादव के शिलान्यास करने के साथ ही अब जल्द ही इसका काम शुरू होगा। वर्षों पहले इस एनएच का शहरी भाग देखरेख के लिए पीडब्ल्यूडी के पास ही था, जिसे दोबारा से पीडब्ल्यूडी को सौंपने की प्रक्रिया पूरी होगी। अपने खर्च पर निर्माण कार्य पूरा कराने के लिए पीडब्ल्यूडी एनएच से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेगा। नेशनल कंप्टीटिव बिड के तहत इसके टेंडर डाले जाएंगे।
पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर अलहसन मंसूर सिद्दीकी ने बताया कि डिटेल सर्वे के साथ इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार होकर रोड के दोनों ओर चिन्हांकन होगा। टेलीफोन, बिजली के खंभे और ट्रांसफार्मर बीच रास्ते से हटाए जाएंगे। तीन महीने में प्रोजेक्ट की सारी रिपोर्ट तैयार होने के बाद एक साल में यह फोरलेन बन कर तैयार होगा। जमालपुर रेलवे क्रासिंग पर बन रहा ओवरब्रिज भी इस दौरान पूरा हो जाएगा। इससे इस सड़क का सौंदर्यीकरण और बेहतर होगा।
बाकी का क्या होगा?
अनूपशहर रोड के कायाकल्प की तैयारी हो चुकी है और क्वार्सी चौराहे का सौंदर्यीकरण भी ग्लोबल इंफ्राटाउन कंपनी कर रही है। अब सारसौल, नौरंगाबाद और सासनीगेट चौराहे को भी ऐसा ही करने की मांग होने लगी है। अगर अनूपशहर रोड 33 करोड़ में फोरलेन हो सकता है तो तीन चौराहों को मिला कर 120 करोड़ में ऐसा बड़ा प्रोजेक्ट क्यों नहीं मंजूर कराया जाता है?