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अलीगढ़ (ब्यूरो)। गण्ातंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर अलीगढ़ वालों को तोहफा मिला है। तुर्कमानगेट के रहने वाले प्रख्यात लेखक और शिक्षाविद प्रोफेसर अख्तरुल वासे को केंद्र सरकार ने पद्मश्री से सम्मानित किया है। इनके अलावा अलीगढ़ से ताल्लुक रखने वाले निदा फाजली को भी पद्मश्री अवार्ड से नवाजा गया है। अलीगढ़ में जन्मे अख्तरुल वासे एएमयू छात्रसंघ के सचिव भी रहे हैं। 1971 में एएमयू से बीए ऑनर्स और 1977 में (इस्लामिक स्ट्डीज) से एमए किया था। 1978 में जामिया मिल्लिया इस्लामिया में प्रवक्ता हुए। यहीं पर 1991 से प्रोफेसर हैं। वह प्रेस एसिया इंटरनेशनल के संवाददाता, नेशनल हेराल्ड और कौमी आवाज पत्र/पत्रिका में संपादन कर चुके हैं। वह ख्वाजा गरीब नवाज दरगाह के चेयरमैन तथा दिल्ली उर्दू अकादमी के डिप्टी चेयरमैन भी हैं।
अलीगढ़ (ब्यूरो)। गण्ातंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर अलीगढ़ वालों को तोहफा मिला है। तुर्कमानगेट के रहने वाले प्रख्यात लेखक और शिक्षाविद प्रोफेसर अख्तरुल वासे को केंद्र सरकार ने पद्मश्री से सम्मानित किया है। इनके अलावा अलीगढ़ से ताल्लुक रखने वाले निदा फाजली को भी पद्मश्री अवार्ड से नवाजा गया है। अलीगढ़ में जन्मे अख्तरुल वासे एएमयू छात्रसंघ के सचिव भी रहे हैं। 1971 में एएमयू से बीए ऑनर्स और 1977 में (इस्लामिक स्ट्डीज) से एमए किया था। 1978 में जामिया मिल्लिया इस्लामिया में प्रवक्ता हुए। यहीं पर 1991 से प्रोफेसर हैं। वह प्रेस एसिया इंटरनेशनल के संवाददाता, नेशनल हेराल्ड और कौमी आवाज पत्र/पत्रिका में संपादन कर चुके हैं। वह ख्वाजा गरीब नवाज दरगाह के चेयरमैन तथा दिल्ली उर्दू अकादमी के डिप्टी चेयरमैन भी हैं।