खेरागढ़। धर्मस्थल के निर्माण को लेकर मंगलवार को खेरागढ़ में जमकर हंगामा हुआ। समुदाय विशेष के लोग धर्मस्थल का निर्माण करा रहे थे। जबकि दूसरे पक्ष ने इसका विरोध शुरू कर दिया। इस दौरान जेसीबी के साथ पहुंचे एसडीएम को भी लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। माहौल बिगड़ता देख एसडीएम लौट गए। उन्होंने मौके पर यथास्थिति बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।
खेरागढ के रोशन मोहल्ला में दो दिन पूर्व धर्मस्थल पर निर्माण चल रहा था। जानकारी मिलने पर दूसरे पक्ष के लोग पहुंच गए। उन्होंने इसका विरोध किया। तनातनी का मामला होने पर एसडीएम उमाशंकर अपनी टीम के साथ पहुंच गए। उनके साथ जेसीबी भी थी। यह देख समुदाय विशेष के लोग भड़क गए। उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने धर्मस्थल के ऊपर पानी की टंकी न बनाए जाने का विरोध किया। लोगों के आक्रोश को देखते हुए एसडीएम अपनी टीम समेत लौट गए। बाद में एक पक्ष के लोग एसडीएम से मिले। एसडीएम ने बताया कि वह मौके पर यथास्थिति बनाए रखने के लिए पहुंचे थे। जेसीबी कहां से आई, यह उन्हें पता नहीं है। वहीं समुदाय विशेष के लोगों का कहना है कि कई वर्ष पुराने धर्मस्थल पर अवैध निर्माण नहीं किया जा रहा। लोगों का विरोध नाजायज है।
खेरागढ़। धर्मस्थल के निर्माण को लेकर मंगलवार को खेरागढ़ में जमकर हंगामा हुआ। समुदाय विशेष के लोग धर्मस्थल का निर्माण करा रहे थे। जबकि दूसरे पक्ष ने इसका विरोध शुरू कर दिया। इस दौरान जेसीबी के साथ पहुंचे एसडीएम को भी लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। माहौल बिगड़ता देख एसडीएम लौट गए। उन्होंने मौके पर यथास्थिति बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।
खेरागढ के रोशन मोहल्ला में दो दिन पूर्व धर्मस्थल पर निर्माण चल रहा था। जानकारी मिलने पर दूसरे पक्ष के लोग पहुंच गए। उन्होंने इसका विरोध किया। तनातनी का मामला होने पर एसडीएम उमाशंकर अपनी टीम के साथ पहुंच गए। उनके साथ जेसीबी भी थी। यह देख समुदाय विशेष के लोग भड़क गए। उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने धर्मस्थल के ऊपर पानी की टंकी न बनाए जाने का विरोध किया। लोगों के आक्रोश को देखते हुए एसडीएम अपनी टीम समेत लौट गए। बाद में एक पक्ष के लोग एसडीएम से मिले। एसडीएम ने बताया कि वह मौके पर यथास्थिति बनाए रखने के लिए पहुंचे थे। जेसीबी कहां से आई, यह उन्हें पता नहीं है। वहीं समुदाय विशेष के लोगों का कहना है कि कई वर्ष पुराने धर्मस्थल पर अवैध निर्माण नहीं किया जा रहा। लोगों का विरोध नाजायज है।