आगरा। जिस तरह से महाराष्ट्र में मुंबई, मद्रास में चेन्नई को विशेष रूप से विकसित किया गया है और ये शहर उस प्रदेश की आर्थिक रीढ़ है। 2017 तक दादरी, गाजियाबाद, नोएडा क्षेत्र भी संयुक्त रूप से इसी तरह विकसित होगा। पार्टनर समिट में यह संभावना जताई डीएमआईडीसी के सीईओ अमिताभ कांत ने।
समिट में ‘उत्तर प्रदेश : क्रिएटिव बेस्ट इन क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर’ विषय पर आयोजित सेशन में प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर के भविष्य और संभावनाओं पर चर्चा हुई और प्रदेश और केंद्र सरकार की ओर से चल रही योजनाओं को विदेशी प्रतिनिधियों के सामने रखा गया। दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कारीडोर डेवलपमेंट कारपोरेशन के सीईओ अमिताभ कांत ने बताया कि कारिडोर शुरू होने के बाद मुंबई बंदरगाह पर जो माल पहुंचने में अभी 14 दिन लगते हैं, वह 12 घंटे में पहुंचेगा। इसके अलावा ईस्टर्न कारिडोर का लगभग साठ प्रतिशत हिस्सा यूपी से होकर गुजरता है। इसके बनने के बाद कनेक्टिविटी की समस्या खत्म हो जाएगी। कारिडोर बनने के बाद आसपास क्षेत्रों में टाउनशिप के अलावा अन्य कारोबार फैलेंगे। गैस अथारिटी आफ इंडिया के चेयरमैन एस वेंकटरामन ने बताया कि कंपनी लंबी ट्रंक लाइन बिछाएगी। आशीष शर्मा इंडिया एनर्जी टीम लीडर द वर्ल्ड बैंक ने बताया कि पावर एक बड़ी चुनौती है, जिसके सुधार को विशेष कार्य किए जा रहे हैं। सेशन में कानपुर आगरा हरदोई में मेगा लेदर क्लस्टर, जगदीशपुर में मेगा फूड पार्क, वाराणसी और बाराबंकी में टेक्सटाइल पार्क की योजना पर चर्चा हुई।