लखनऊ। इंदिरानगर के माज हत्याकांड के मुख्य शूटर बंटी उर्फ अजय यादव को क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार को मऊ में धर दबोचा। उसके कब्जे से पिस्टल व रिवॉल्वर बरामद होने की जानकारी मिली है। बंटी की पिछले हफ्ते क्राइम ब्रांच ने वाराणसी में घेराबंदी की थी लेकिन वह गच्चा देकर भाग निकला।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, माज हत्याकांड के मास्टर माइंड बर्खास्त इंस्पेक्टर संजय राय व मुख्य शूटर बंटी की तलाश में जुटी क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार शाम सही लोकेशन ट्रेस होते ही मऊ के एक स्थान पर घेराबंदी की। एक रिवॉल्वर व एक पिस्टल से लैस बंटी को संभलने का मौका दिए बगैर पुलिस टीम ने धरदबोचा। उसके कब्जे से दोनों असलहे व ढेर सारे कारतूस बरामद हुए हैं। पांच हजार के इनामी बंटी लेकर क्राइम ब्रांच की टीम रात को मऊ से लखनऊ के लिए रवाना हुई। हालांकि पुलिस के अधिकारी देर रात तक उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं कर रहे थे।
मालूम हो कि नौ जून को माज हत्याकांड के खुलासे के साथ ही पुलिस ने शूटर बंटी व मास्टर माइंड संजय राय की तलाश शुरू की थी। कुछ पता न चलने पर पांच-पांच हजार रुपये इनाम घोषित किया गया। क्राइम ब्रांच ने इलेक्ट्रानिक सर्विलांस की मदद से चार जुलाई को बंटी का लोकेशन ट्रेस करके वाराणसी के एक घर की घेराबंदी की लेकिन बंटी पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। पुलिस टीम को माज हत्याकांड में इस्तेमाल संजय राय के भाई की कार की बरामदगी से संतोष करना पड़ा। इसके बाद बंटी के करीबी शूटर सुनील सैनी उर्फ पहलवान को बंदी बनाया गया। पहलवान ने बंटी के कुछ खुफिया ठिकानों की जानकारी दी थी। इसके चलते पुलिस ने वाराणसी के साथ मऊ व अन्य जिलों में शिकंजा कसना शुरू किया था।
अब संजय राय की बारी
एसपी क्राइम रवींद्र कुमार सिंह ने बताया कि माज हत्याकांड का मास्टर माइंड संजय राय ज्यादा समय तक पुलिस को चकमा नहीं दे पाएगा। उसके कई साथी पकड़े जा चुके हैं और अब सारा ध्यान संजय राय पर केंद्रित है। सवा महीने से अनेक नंबर व सेलफोन इस्तेमाल कर चुके संजय राय के पास अब सिमकार्ड व सेलफोन का स्टॉक खत्म होने लगा है। उसके द्वारा ऐसे नंबर इस्तेमाल किए गए हैं जो पुलिस की नजर में हैं। सही लोकेशन मिलते ही उसे भी दबोच लिया जाएगा।
लखनऊ। इंदिरानगर के माज हत्याकांड के मुख्य शूटर बंटी उर्फ अजय यादव को क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार को मऊ में धर दबोचा। उसके कब्जे से पिस्टल व रिवॉल्वर बरामद होने की जानकारी मिली है। बंटी की पिछले हफ्ते क्राइम ब्रांच ने वाराणसी में घेराबंदी की थी लेकिन वह गच्चा देकर भाग निकला।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, माज हत्याकांड के मास्टर माइंड बर्खास्त इंस्पेक्टर संजय राय व मुख्य शूटर बंटी की तलाश में जुटी क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार शाम सही लोकेशन ट्रेस होते ही मऊ के एक स्थान पर घेराबंदी की। एक रिवॉल्वर व एक पिस्टल से लैस बंटी को संभलने का मौका दिए बगैर पुलिस टीम ने धरदबोचा। उसके कब्जे से दोनों असलहे व ढेर सारे कारतूस बरामद हुए हैं। पांच हजार के इनामी बंटी लेकर क्राइम ब्रांच की टीम रात को मऊ से लखनऊ के लिए रवाना हुई। हालांकि पुलिस के अधिकारी देर रात तक उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं कर रहे थे।
मालूम हो कि नौ जून को माज हत्याकांड के खुलासे के साथ ही पुलिस ने शूटर बंटी व मास्टर माइंड संजय राय की तलाश शुरू की थी। कुछ पता न चलने पर पांच-पांच हजार रुपये इनाम घोषित किया गया। क्राइम ब्रांच ने इलेक्ट्रानिक सर्विलांस की मदद से चार जुलाई को बंटी का लोकेशन ट्रेस करके वाराणसी के एक घर की घेराबंदी की लेकिन बंटी पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। पुलिस टीम को माज हत्याकांड में इस्तेमाल संजय राय के भाई की कार की बरामदगी से संतोष करना पड़ा। इसके बाद बंटी के करीबी शूटर सुनील सैनी उर्फ पहलवान को बंदी बनाया गया। पहलवान ने बंटी के कुछ खुफिया ठिकानों की जानकारी दी थी। इसके चलते पुलिस ने वाराणसी के साथ मऊ व अन्य जिलों में शिकंजा कसना शुरू किया था।
अब संजय राय की बारी
एसपी क्राइम रवींद्र कुमार सिंह ने बताया कि माज हत्याकांड का मास्टर माइंड संजय राय ज्यादा समय तक पुलिस को चकमा नहीं दे पाएगा। उसके कई साथी पकड़े जा चुके हैं और अब सारा ध्यान संजय राय पर केंद्रित है। सवा महीने से अनेक नंबर व सेलफोन इस्तेमाल कर चुके संजय राय के पास अब सिमकार्ड व सेलफोन का स्टॉक खत्म होने लगा है। उसके द्वारा ऐसे नंबर इस्तेमाल किए गए हैं जो पुलिस की नजर में हैं। सही लोकेशन मिलते ही उसे भी दबोच लिया जाएगा।