लखनऊ। गोमतीनगर क्षेत्र में फुटपाथ पर मां व बहन के साथ रविवार रात सो रही चार साल की मासूम को अगवा करके दुष्कर्म के बाद नृशंस हत्या को अंजाम देने वाला विकृत मानसिकता का अधेड़ था। संभव है कि बच्ची उससे परिचित हो और टॉफी व चाकलेट देने के बहाने अधेड़ उसे दुलराता रहा हो। पड़ताल में जुटी पुलिस की निगाहें उस अंकल को ढूंढ रही हैं।
एसएसपी जे रविंदर गौड ने बताया कि विवेक खंड-3 में मासूम से दुष्कर्म व नृशंस हत्याकांड में अब तक इलाके के अनेक लोगों से पूछताछ की गई है। विभिन्न बिंदुओं पर गहन तहकीकात भी की गई है। दरिंदे का फिलहाल कोई सुराग नहीं लगा है लेकिन ऐसा लग रहा है कि वारदात को किसी किशोर या युवा ने नहीं, बल्कि विकृत मानसिकता के अधेड़ ने अंजाम दिया है। वह ऐसा व्यक्ति हो सकता है जो समाज में शरीफ आदमी की तरह रहता हो और महिलाओं से बातचीत में झिझकता हो। लेकिन उसके बच्ची का परिचित होने का भी शक है। ऐसे व्यक्तियों का पता लगाया जा रहा है जो बच्ची को टॉफी, चाकलेट देते हों या दुलराते रहे हों। माना जा रहा है कि बच्ची को साफ्ट टॉरगेट मानने वाले व्यक्ति ने रविवार रात दूर से नजर रखी हो और बच्ची के लघुशंका के लिए उठने पर उसे अपने साथ ले गया।
आसपास ही रहता है दरिंदा
बच्ची को फुटपाथ से उठाकर ले जाने के बाद दरिंदे ने विवेक खंड-3 में पानी की टंकी या नॉनवेज कार्नर के आसपास की किसी स्थान पर दुष्कर्म व हत्या की। इसके बाद इत्मीनान से शव को गोद में उठाया और बीच सड़क पर औंधे मुंह लिटाकर भाग निकला। पुलिस को शक है कि शव बरामद होने वाले स्थान से सौ मीटर की परिधि में ही दरिंदे का ठिकाना होना चाहिए। लोगों से बातचीत के साथ पता लगाया जा रहा है कि सोमवार सुबह से कोई लापता तो नहीं है।
तीसरी आंख ने किया निराश
एसएसपी ने बताया कि पुलिस टीम ने इलाके के एक दर्जन से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। जिस स्थान पर बच्ची का शव मिला था वहां एक प्रतिष्ठान के सीसीटीवी कैमरे ने दो फीट दूर तक का नजारा रिकॉर्ड किया था। तीसरी आंख से दरिंदे का कुछ सुराग मिलने की आस में विभिन्न प्रतिष्ठानों में संपर्क कर रही पुलिस टीम नीलकंठ शॉप पर भी फुटेज चेक करने पहुंची। एसपी ट्रांसगोमती का कहना है कि दुकानदार ने रविवार रात की रिकार्डिंग डिलीट करा दी थी। इसी तरह एक अन्य प्रतिष्ठान के भी सीसीटीवी फुटेज की उसी अवधि की रिकार्डिंग डिलीट है। दोनों व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी चल रही है। इसके अलावा कई व्यापारियों ने दरिंदे की पहचान करने के लिए अपने प्रतिष्ठान के सीसीटीवी फुटेज पुलिस को उपलब्ध कराए हैं। फिलहाल किसी भी प्रतिष्ठान के सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को कुछ खास नहीं मिला है।
लखनऊ। गोमतीनगर क्षेत्र में फुटपाथ पर मां व बहन के साथ रविवार रात सो रही चार साल की मासूम को अगवा करके दुष्कर्म के बाद नृशंस हत्या को अंजाम देने वाला विकृत मानसिकता का अधेड़ था। संभव है कि बच्ची उससे परिचित हो और टॉफी व चाकलेट देने के बहाने अधेड़ उसे दुलराता रहा हो। पड़ताल में जुटी पुलिस की निगाहें उस अंकल को ढूंढ रही हैं।
एसएसपी जे रविंदर गौड ने बताया कि विवेक खंड-3 में मासूम से दुष्कर्म व नृशंस हत्याकांड में अब तक इलाके के अनेक लोगों से पूछताछ की गई है। विभिन्न बिंदुओं पर गहन तहकीकात भी की गई है। दरिंदे का फिलहाल कोई सुराग नहीं लगा है लेकिन ऐसा लग रहा है कि वारदात को किसी किशोर या युवा ने नहीं, बल्कि विकृत मानसिकता के अधेड़ ने अंजाम दिया है। वह ऐसा व्यक्ति हो सकता है जो समाज में शरीफ आदमी की तरह रहता हो और महिलाओं से बातचीत में झिझकता हो। लेकिन उसके बच्ची का परिचित होने का भी शक है। ऐसे व्यक्तियों का पता लगाया जा रहा है जो बच्ची को टॉफी, चाकलेट देते हों या दुलराते रहे हों। माना जा रहा है कि बच्ची को साफ्ट टॉरगेट मानने वाले व्यक्ति ने रविवार रात दूर से नजर रखी हो और बच्ची के लघुशंका के लिए उठने पर उसे अपने साथ ले गया।
आसपास ही रहता है दरिंदा
बच्ची को फुटपाथ से उठाकर ले जाने के बाद दरिंदे ने विवेक खंड-3 में पानी की टंकी या नॉनवेज कार्नर के आसपास की किसी स्थान पर दुष्कर्म व हत्या की। इसके बाद इत्मीनान से शव को गोद में उठाया और बीच सड़क पर औंधे मुंह लिटाकर भाग निकला। पुलिस को शक है कि शव बरामद होने वाले स्थान से सौ मीटर की परिधि में ही दरिंदे का ठिकाना होना चाहिए। लोगों से बातचीत के साथ पता लगाया जा रहा है कि सोमवार सुबह से कोई लापता तो नहीं है।
तीसरी आंख ने किया निराश
एसएसपी ने बताया कि पुलिस टीम ने इलाके के एक दर्जन से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। जिस स्थान पर बच्ची का शव मिला था वहां एक प्रतिष्ठान के सीसीटीवी कैमरे ने दो फीट दूर तक का नजारा रिकॉर्ड किया था। तीसरी आंख से दरिंदे का कुछ सुराग मिलने की आस में विभिन्न प्रतिष्ठानों में संपर्क कर रही पुलिस टीम नीलकंठ शॉप पर भी फुटेज चेक करने पहुंची। एसपी ट्रांसगोमती का कहना है कि दुकानदार ने रविवार रात की रिकार्डिंग डिलीट करा दी थी। इसी तरह एक अन्य प्रतिष्ठान के भी सीसीटीवी फुटेज की उसी अवधि की रिकार्डिंग डिलीट है। दोनों व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी चल रही है। इसके अलावा कई व्यापारियों ने दरिंदे की पहचान करने के लिए अपने प्रतिष्ठान के सीसीटीवी फुटेज पुलिस को उपलब्ध कराए हैं। फिलहाल किसी भी प्रतिष्ठान के सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को कुछ खास नहीं मिला है।