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लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के परिसर में पांच साल बाद एक बार फिर खेल-खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाएंगे। लखनऊ यूनिवर्सिटी एथलेटिक्स एसोसिएशन (लूआ) इंटर-कॉलीजिएट एथलेक्टिस मीट आयोजित कर रहा है। आयोजन 16 फरवरी से शुरू करने की तैयारी है। कार्यक्रम पर बुधवार को आखिरी मुहर लग जाएगी। लखनऊ विश्वविद्यालय में सुस्त पड़ी खेल की गतिविधियों को फिर से जीवंत करने के प्रयास शुरू किए गए हैं। लविवि प्रशासन ने इस संदर्भ में एथलेटिक्स एसोसिएशन को प्रस्ताव तैयार करने को कहा था। कोशिश यह है कि हर साल खेल मद में छात्रों से लाखों रुपए वसूले जाने के बाद उन्हें इसका कुछ असर भी दिखाई दे, क्योंकि अभी तक खेल की गतिविधियां बहुत हद तक टीम के चयन तक ही सीमित रही हैं। फिलहाल लविवि प्रशासन अब चेतता दिखाई दे रहा है और खेल में पुराने गौरव को लौटाने की तैयारी है। इस साल प्रवेश समिति ने पांच अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के आवेदन पर उन्हें बीच सत्र में दाखिला दिया है और पिछले महीने अंतर-महाविद्यालयीय कबड्डी प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। इसके बाद अब एथलेटिक्स मीट की बारी है। लूआ के सचिव डॉ. मनोज अग्रवाल का कहना है कि हमने एथलेटिक्स मीट का पूरा कार्यक्रम तैयार कर लिया है। इसमें सभी 118 कॉलेजों की भागीदारी का प्रयास किया जाएगा। इसके साथ ही विश्वविद्यालय के छात्रावासों एवं डेलीगेसी की भी भागीदारी होगी। मीट के समन्वयक डॉ. नीरज जैन की मानें तो इसका संभावित कार्यक्रम 16 फरवरी से 19 फरवरी का तय किया गया है। इस दौरान एथलेटिक्स के कुल 19 इवेंट होंगे। महिला एवं पुरुष खिलाड़ियों की अलग-अलग प्रतिस्पर्द्घाओं को जोड़ दिया जाए तो कुल 38 प्रतियोगिताओं में मेडल के लिए खिलाड़ी पसीना बहाएंगे। बुधवार को कार्यक्रम के मसौदे को अंतिम रूप दिया जाएगा। अंतर-महाविद्यालीय प्रतियोगिताओं के आयोजन से विश्वविद्यालय के साथ ही महाविद्यालयों में खेल के प्रति सक्रियता बढ़ेगी और वहां की प्रतिभाओं को भी आगे निकलने का मौका मिलेगा। साथ ही इन खेलों के लिए अंतर विश्वविद्यालयीय प्रतिस्पर्द्घाओं में भेजी जाने वाली टीम चयन के अधिक विकल्प मौजूद होंगे।
लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के परिसर में पांच साल बाद एक बार फिर खेल-खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाएंगे। लखनऊ यूनिवर्सिटी एथलेटिक्स एसोसिएशन (लूआ) इंटर-कॉलीजिएट एथलेक्टिस मीट आयोजित कर रहा है। आयोजन 16 फरवरी से शुरू करने की तैयारी है। कार्यक्रम पर बुधवार को आखिरी मुहर लग जाएगी। लखनऊ विश्वविद्यालय में सुस्त पड़ी खेल की गतिविधियों को फिर से जीवंत करने के प्रयास शुरू किए गए हैं। लविवि प्रशासन ने इस संदर्भ में एथलेटिक्स एसोसिएशन को प्रस्ताव तैयार करने को कहा था। कोशिश यह है कि हर साल खेल मद में छात्रों से लाखों रुपए वसूले जाने के बाद उन्हें इसका कुछ असर भी दिखाई दे, क्योंकि अभी तक खेल की गतिविधियां बहुत हद तक टीम के चयन तक ही सीमित रही हैं। फिलहाल लविवि प्रशासन अब चेतता दिखाई दे रहा है और खेल में पुराने गौरव को लौटाने की तैयारी है। इस साल प्रवेश समिति ने पांच अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के आवेदन पर उन्हें बीच सत्र में दाखिला दिया है और पिछले महीने अंतर-महाविद्यालयीय कबड्डी प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। इसके बाद अब एथलेटिक्स मीट की बारी है। लूआ के सचिव डॉ. मनोज अग्रवाल का कहना है कि हमने एथलेटिक्स मीट का पूरा कार्यक्रम तैयार कर लिया है। इसमें सभी 118 कॉलेजों की भागीदारी का प्रयास किया जाएगा। इसके साथ ही विश्वविद्यालय के छात्रावासों एवं डेलीगेसी की भी भागीदारी होगी। मीट के समन्वयक डॉ. नीरज जैन की मानें तो इसका संभावित कार्यक्रम 16 फरवरी से 19 फरवरी का तय किया गया है। इस दौरान एथलेटिक्स के कुल 19 इवेंट होंगे। महिला एवं पुरुष खिलाड़ियों की अलग-अलग प्रतिस्पर्द्घाओं को जोड़ दिया जाए तो कुल 38 प्रतियोगिताओं में मेडल के लिए खिलाड़ी पसीना बहाएंगे। बुधवार को कार्यक्रम के मसौदे को अंतिम रूप दिया जाएगा। अंतर-महाविद्यालीय प्रतियोगिताओं के आयोजन से विश्वविद्यालय के साथ ही महाविद्यालयों में खेल के प्रति सक्रियता बढ़ेगी और वहां की प्रतिभाओं को भी आगे निकलने का मौका मिलेगा। साथ ही इन खेलों के लिए अंतर विश्वविद्यालयीय प्रतिस्पर्द्घाओं में भेजी जाने वाली टीम चयन के अधिक विकल्प मौजूद होंगे।