लखनऊ। हसनगंज में रविवार देर शाम आबकारी विभाग के एक क्लर्क ने रैदास मंदिर स्थित ओवरब्रिज से छलांग दी। आसपास के लोगों ने उन्हें ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस छानबीन कर रही है। हालांकि, पुलिस के अनुसार मृतक डिप्रेशन का शिकार था।
घटना के एक प्रत्यक्षदर्शी पुष्पराज ने बताया कि रैदास मंदिर के ओवरब्रिज पर खड़े एक अधेड़ व्यक्ति पर अचानक उनकी नजर पड़ गई। वह व्यक्ति दोनों हाथ जोड़ ईश्वर को याद कर रहा था। बगल में ही उसकी बाइक और चप्पलें पड़ी थीं। पुष्पराज जब तक कुछ समझ पाते उस व्यक्ति ने ओवरब्रिज से छलांग लगा दी। इस घटना से वहां हड़कंप मच गया। थोड़ी ही देर में वहां भीड़ इकट्ठा हो गई और लोगों की मदद से पुष्पराज ने उस व्यक्ति को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस को मृतक की तलाशी में एक सेलफोन मिला। उनके घर पर फोन करने पर मृतक की पहचान अलीगंज के मौसमबाग 56 निवासी अनिल कुमार (48) के रूप में हुई। वे सचिवालय के आबकारी विभाग में क्लर्क थे और मौसमबाग में पत्नी मधु, बेटे आशु और भाई वीपी सिंह के साथ रहते थे। पुलिस ने अनिल के परिवार को ट्रॉमा सेंटर बुलाया। पत्नी की मानें तो अनिल ने रविवार शाम बताया कि उन्हें उलझन हो रही है और वे घूमने जा रहे हैं। भाई वीपी सिंह का कहना है कि अनिल बिल्कुल ठीक थे। न जाने उन्हें क्या हो गया जो उन्होंने ऐसा कदम उठाया। पुलिस ने अनिल के ऑफिस और घर की समस्याओं के बारे में पता लगाया पर सभी ने अनिल के परेशान होने की बात से इनकार कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।