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Meta Scam: फेसबुक और इंस्टाग्राम यूजर्स के लिए बड़ा अलर्ट! भूलकर भी न करें ये गलती
टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: विशाल मैथिल
Updated Sun, 04 Jun 2023 09:56 AM IST
स्कैमर्स और हैकर्स लिंक में हानिकारक सॉफ्टवेयर की मदद से यूजर्स की Facebook अकाउंट की लॉगिन प्राप्त कर लेते हैं। इन डिटेल्स की मदद से हैकर्स यूजर्स के अकाउंट में सेंध लगाते हैं।
फेसबुक पर एक नए स्कैम का खुलासा हुआ है, जो एक लिंक की मदद से लोगों को लाखों का चूना लगा रहा है। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया में अरबों Facebook यूजर्स को "लुक हू जस्ट डाइड" नामक एक नए स्कैम के बारे में चेतावनी दी गई है, जिसे किसी ऐसे व्यक्ति की मृत्यु का दावा करके व्यक्तिगत जानकारी और धन चोरी करने के लिए डिजाइन किया गया है जिसे वे जानते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हैकर्स द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली 'लुक हू जस्ट डाइड' स्कैम सबसे नई स्कीम है।
एकदम नया है स्कैम का तरीका
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, स्कैमर्स यूजर्स को दोस्त बनकर मैसेज करते हैं। इस मैसेज में लिखा होता है, "लुक हू जस्ट डाइड" और इसमें एक न्यूज आर्टिकल जैसा लिंक शेयर करते हैं। मैसेज में "बहुत उदास" या "मुझे पता है कि आप उसे जानते हैं" जैसे शब्द भी शामिल हो सकते हैं ताकि यूजर्स को यह सोचने में फंसाया जा सके कि वे उस व्यक्ति को जानते हैं।
और जैसे ही यूजर्स लिंक पर क्लिक करता है। स्कैमर्स और हैकर्स लिंक में हानिकारक सॉफ्टवेयर की मदद से यूजर्स की फेसबुक अकाउंट की लॉगिन प्राप्त कर लेते हैं। इन डिटेल्स की मदद से हैकर्स यूजर्स के अकाउंट में सेंध लगाते हैं और अकाउंट पर पूरा कंट्रोल हासिल कर लेते हैं। यानी आपकी फेसबुक पर जुड़ी हर एक जानकारी हैकर्स के हाथ लग सकती है।
ऐसे प्राप्त करते हैं आईडी पासवर्ड
दरअसल, हैकर्स कथित मौत के बारे में लेख पढ़ने के लिए, पीड़ितों को अपना फेसबुक यूजर्स नाम और पासवर्ड दर्ज करने के लिए कहा जाता है। फर्जी खबरों के लिंक में मैलवेयर होता है जो स्कैमर्स को फेसबुक यूजर्स से लॉगिन जानकारी और पर्सनल जानकारी चुराने की अनुमति देता है।
इसके बाद पीड़ित को तब उनके अकाउंट से बाहर कर दिया जाता है और हैकर उसके अकाउंट को अपने कंट्रोल में ले लेता है, फिर आपके अकाउंट की मदद से भी आपके दोस्तों को इसी तरह के फर्जी मैसेज भेजे जा सकते हैं। इसके अलावा, रिपोर्ट में कहा गया है कि स्कैमर तब फेसबुक अकाउंट से जुड़े किसी भी व्यक्तिगत डाटा को चुरा सकते हैं, जैसे ईमेल एड्रेस, फोन नंबर और जन्मतिथि, जिसका उपयोग वे गैर-फेसबुक अकाउंट में सेंध लगाने के लिए कर सकते हैं।
यूके में हर सात मिनट में एक सोशल मीडिया स्कैम!
एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि यूजर्स को किसी भी संदिग्ध मैसेज में किसी भी लिंक पर क्लिक न करें, और जब मैसेज को वेरीफाई करने के लिए आप अपने दोस्त से सीधे बात कर सकते हैं। ऑस्ट्रेलियाई कंपटीशन और कंज्यूमर कमीशन (ACCC) स्कैमवॉच के अनुसार, अकेले 2023 में फिशिंग घोटालों से ऑस्ट्रेलियाई लोगों को 11.5 मिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ है।
वहीं एक रिपोर्ट से पता चला कि हर सात मिनट में यूके में एक ग्राहक दो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में एक ऑनलाइन शॉपिंग घोटाले का शिकार हो जाता है, जिसकी कीमत यूजर्स को प्रति सप्ताह 5,00,000 पाउंड से अधिक होती है।
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