टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Wed, 19 Aug 2020 01:12 PM IST
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43 साल पुरानी सॉफ्टवेयर कंपनी ओरेकल (Oracle) भी चाइनीज शॉर्ट वीडियो एप TikTok को खरीदने की रेस में शामिल हो गई है। यदि यह सौदा होता है तो ओरेकल टिकटॉक के अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बिजनेस का अधिग्रहण करेगी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी एक बयान में कहा है कि उनके मुताबिक टिकटॉक को संभालने के लिए ओरेकल सबसे उपयुक्त कंपनी होगी।
टिकटॉक के अमेरिकी बिजनेस को खरीदने के लिए माइक्रोसॉफ्ट का नाम सबसे आगे है, वहीं ट्विटर ने भी टिकटॉक के अधिग्रहण में दिलचस्पी दिखाई है। बता दें कि ट्रंप ने टिकटॉक को 90 दिनों का वक्त दिया है। 90 दिनों में टिकटॉक को फैसला लेना होगा कि वह अपने अमेरिकी कारोबार को बेचती है या फिर अमेरिका को अलविदा कहती है।
बता दें कि भारत में टिकटॉक के बैन के बाद अमेरिका ने भी टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने की बात कही है। इससे पहले कई बार अमेरिकी सेना और एफबीआई ने टिकटॉक को लेकर सिक्योरिटी एडवाइजरी जारी की है। टिकटॉक पर यूजर्स के डाटा को चीनी सरकार को देने और जासूसी का आरोप लगा है।
टिकटॉक के भारतीय कारोबार को रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा खरीदने की भी खबर है। रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज टिकटॉक की पैरेंट कंपनी बाइटडांस के साथ भारतीय भारतीय कारोबार में हिस्सेदारी खरीदने पर विचार कर रही है। खबर है कि बातचीत फिलहाल शुरुआती स्तर पर ही है।
43 साल पुरानी सॉफ्टवेयर कंपनी ओरेकल (Oracle) भी चाइनीज शॉर्ट वीडियो एप TikTok को खरीदने की रेस में शामिल हो गई है। यदि यह सौदा होता है तो ओरेकल टिकटॉक के अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बिजनेस का अधिग्रहण करेगी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी एक बयान में कहा है कि उनके मुताबिक टिकटॉक को संभालने के लिए ओरेकल सबसे उपयुक्त कंपनी होगी।
टिकटॉक के अमेरिकी बिजनेस को खरीदने के लिए माइक्रोसॉफ्ट का नाम सबसे आगे है, वहीं ट्विटर ने भी टिकटॉक के अधिग्रहण में दिलचस्पी दिखाई है। बता दें कि ट्रंप ने टिकटॉक को 90 दिनों का वक्त दिया है। 90 दिनों में टिकटॉक को फैसला लेना होगा कि वह अपने अमेरिकी कारोबार को बेचती है या फिर अमेरिका को अलविदा कहती है।
बता दें कि भारत में टिकटॉक के बैन के बाद अमेरिका ने भी टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने की बात कही है। इससे पहले कई बार अमेरिकी सेना और एफबीआई ने टिकटॉक को लेकर सिक्योरिटी एडवाइजरी जारी की है। टिकटॉक पर यूजर्स के डाटा को चीनी सरकार को देने और जासूसी का आरोप लगा है।
टिकटॉक के भारतीय कारोबार को रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा खरीदने की भी खबर है। रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज टिकटॉक की पैरेंट कंपनी बाइटडांस के साथ भारतीय भारतीय कारोबार में हिस्सेदारी खरीदने पर विचार कर रही है। खबर है कि बातचीत फिलहाल शुरुआती स्तर पर ही है।