टेक, डेस्क अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Fri, 13 Nov 2020 02:02 PM IST
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साइबर सिक्योरिटी एजेंसियां अक्सर हमें गूगल प्ले-स्टोर से ही एप डाउनलोड करने का सुझाव देती हैं और थर्ड पार्टी स्टोर से एप डाउनलोड करने से मना करती हैं लेकिन आपको यह जानकर झटका लगेगा कि आपके एंड्रॉयड स्मार्टफोन में सबसे ज्यादा मैलवेयर और वायरस गूगल प्ले-स्टोर (Google Play Store) से ही पहुंचते हैं।
NortonLifeLock और IMDEA सॉफ्टवेयर इंस्टीट्यूट द्वारा किए गए सर्वे में इसका खुलासा हुआ है। दोनों संस्थाओं की संयुक्त रिपोर्ट में कहा गया है कि आपके फोन में वायरस पहुंचाने का सबसे बड़ा सोर्स गूगल प्ले-स्टोर ही है। रिपोर्ट के मुताबिक गूगल प्ले-स्टोर से 67.2 फीसदी ऐसे एप्स फोन में इंस्टॉप होते हैं जिनमें किसी-ना-किसी तरह के मैलवेयर होते हैं। यानी गूगल प्ले-स्टोर से डाउनलोड होने वाले 67.2 एप्स मैलवेयर वाहक हैं।
ये भी पढ़ें: गूगल प्ले-स्टोर पर मौजूद ये 15 एप्स कभी भी चुरा सकते हैं आपके पैसे
इस रिपोर्ट को तैयार करने के लिए 7.9 मिलियन एप और 12 मिलियन एंड्रॉयड डिवाइस का अध्ययन लगातार चार महीने तक किया गया है। यह अध्ययन जून-सितंबर 2019 के बीच किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि थर्ड पार्टी सोर्स के जरिए सिर्फ 10.4 फीसदी एंड्रॉयड डिवाइस में ही मैलवेयर पहुंचते हैं।
इस अध्ययन में गूगल प्ले-स्टोर, अल्टरनेटिव मार्केट, वेब ब्राउजर, पे पर इंस्टॉल प्रोग्राम, मैसेज और अन्य सोर्स से डाउनलोड किए गए एंड्रॉयड एप को शामिल किया गया था। अध्ययन में पता चला कि 87.2 फीसदी एंड्रॉयड एप गूगल प्ले-स्टोर से डाउनलोड होते हैं जिनमें 67.5 फीसदी एप मैलवेयर वाले होते हैं। इस सर्वे से यह बात भी सामने आई है कि गूगल प्ले-स्टोर पर एप पब्लिश करने की पॉलिसी शख्त नहीं है।
साइबर सिक्योरिटी एजेंसियां अक्सर हमें गूगल प्ले-स्टोर से ही एप डाउनलोड करने का सुझाव देती हैं और थर्ड पार्टी स्टोर से एप डाउनलोड करने से मना करती हैं लेकिन आपको यह जानकर झटका लगेगा कि आपके एंड्रॉयड स्मार्टफोन में सबसे ज्यादा मैलवेयर और वायरस गूगल प्ले-स्टोर (Google Play Store) से ही पहुंचते हैं।
NortonLifeLock और IMDEA सॉफ्टवेयर इंस्टीट्यूट द्वारा किए गए सर्वे में इसका खुलासा हुआ है। दोनों संस्थाओं की संयुक्त रिपोर्ट में कहा गया है कि आपके फोन में वायरस पहुंचाने का सबसे बड़ा सोर्स गूगल प्ले-स्टोर ही है। रिपोर्ट के मुताबिक गूगल प्ले-स्टोर से 67.2 फीसदी ऐसे एप्स फोन में इंस्टॉप होते हैं जिनमें किसी-ना-किसी तरह के मैलवेयर होते हैं। यानी गूगल प्ले-स्टोर से डाउनलोड होने वाले 67.2 एप्स मैलवेयर वाहक हैं।
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इस रिपोर्ट को तैयार करने के लिए 7.9 मिलियन एप और 12 मिलियन एंड्रॉयड डिवाइस का अध्ययन लगातार चार महीने तक किया गया है। यह अध्ययन जून-सितंबर 2019 के बीच किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि थर्ड पार्टी सोर्स के जरिए सिर्फ 10.4 फीसदी एंड्रॉयड डिवाइस में ही मैलवेयर पहुंचते हैं।
इस अध्ययन में गूगल प्ले-स्टोर, अल्टरनेटिव मार्केट, वेब ब्राउजर, पे पर इंस्टॉल प्रोग्राम, मैसेज और अन्य सोर्स से डाउनलोड किए गए एंड्रॉयड एप को शामिल किया गया था। अध्ययन में पता चला कि 87.2 फीसदी एंड्रॉयड एप गूगल प्ले-स्टोर से डाउनलोड होते हैं जिनमें 67.5 फीसदी एप मैलवेयर वाले होते हैं। इस सर्वे से यह बात भी सामने आई है कि गूगल प्ले-स्टोर पर एप पब्लिश करने की पॉलिसी शख्त नहीं है।