स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, यांकटन
Published by: ओम. प्रकाश
Updated Sat, 25 Sep 2021 10:10 AM IST
अमेरिका के यांकटन में भारतीय तीरंदाज वीजे सुरेखा, मुस्कान किरार और प्रिया गुर्जर ने विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप में इतिहास रच दिया। यह भारतीय कंपाउंड महिला टीम रजत पदक जीतने में सफल रही। इस मुकाबले में भारतीय महिला कंपाउंड टीम कोलंबिया से हार गई। जिसके चलते उसे सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। भारत तीरंदाजी विश्व चैंपियनशिप में अपने पहले स्वर्ण पदक के लिए चुनौती पेश कर रहा था। भारत अब तक स्वर्ण पदक जीतने में असफल रहा है लेकिन उसने सबसे अधिक 10 बार पोडियम पर जगह बनाई है। इस दौरान भारत ने आठ बार फाइनल में चुनौती पेश की लेकिन उसे हर बार सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा।
कोलंबिया की तिकड़ी से हारी भारतीय कंपाउंड टीम
वीजे सुरेखा, मुस्कान किरार और प्रिया गुर्जर की सातवीं वरीयता प्राप्त महिला टीम को कोलंबिया की सारा लोपेज, एलेजांद्रा उसक्वियानो और नोरा वाल्डेज की तिकड़ी के खिलाफ 224-229 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। रैंकिंग दौर में शीर्ष पर रही कोलंबियाई टीम ने 15 बार 10 अंक पर निशाना साधा और इस दौरान उनके पांच निशाने बिलकुल बीच में लगे।
अभिषेक सुरेखा की युगल जोड़ी ने जीता रजत
वहीं, रैंकिंग दौर में चौथे स्थान पर रही अभिषेक वर्मा और वीजे सुरेखा की भारत की स्टार मिश्रित युगल जोड़ी ने एक अंक की बढ़त के साथ शुरुआत की लेकिन इसके बाद कोलंबिया का दबदबा देखने को मिला। इस भारतीय जोड़ी को आखिर में 150-154 से हार का सामना करने पड़ा। जिसके चलते भारतीय युगल जोड़ी को रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
विस्तार
अमेरिका के यांकटन में भारतीय तीरंदाज वीजे सुरेखा, मुस्कान किरार और प्रिया गुर्जर ने विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप में इतिहास रच दिया। यह भारतीय कंपाउंड महिला टीम रजत पदक जीतने में सफल रही। इस मुकाबले में भारतीय महिला कंपाउंड टीम कोलंबिया से हार गई। जिसके चलते उसे सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। भारत तीरंदाजी विश्व चैंपियनशिप में अपने पहले स्वर्ण पदक के लिए चुनौती पेश कर रहा था। भारत अब तक स्वर्ण पदक जीतने में असफल रहा है लेकिन उसने सबसे अधिक 10 बार पोडियम पर जगह बनाई है। इस दौरान भारत ने आठ बार फाइनल में चुनौती पेश की लेकिन उसे हर बार सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा।
कोलंबिया की तिकड़ी से हारी भारतीय कंपाउंड टीम
वीजे सुरेखा, मुस्कान किरार और प्रिया गुर्जर की सातवीं वरीयता प्राप्त महिला टीम को कोलंबिया की सारा लोपेज, एलेजांद्रा उसक्वियानो और नोरा वाल्डेज की तिकड़ी के खिलाफ 224-229 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। रैंकिंग दौर में शीर्ष पर रही कोलंबियाई टीम ने 15 बार 10 अंक पर निशाना साधा और इस दौरान उनके पांच निशाने बिलकुल बीच में लगे।
अभिषेक सुरेखा की युगल जोड़ी ने जीता रजत
वहीं, रैंकिंग दौर में चौथे स्थान पर रही अभिषेक वर्मा और वीजे सुरेखा की भारत की स्टार मिश्रित युगल जोड़ी ने एक अंक की बढ़त के साथ शुरुआत की लेकिन इसके बाद कोलंबिया का दबदबा देखने को मिला। इस भारतीय जोड़ी को आखिर में 150-154 से हार का सामना करने पड़ा। जिसके चलते भारतीय युगल जोड़ी को रजत पदक से संतोष करना पड़ा।