इंग्लैंड और कोलंबिया के बीच फीफा विश्व कप 2018 के प्री-क्वार्टरफाइनल का आखिरी मैच मंगलवार को खेला जाएगा। इंग्लैंड की कोशिश क्वार्टरफाइनल में पहुंचने की होगी क्योंकि पिछले तीन विश्व कप से वह प्री-क्वार्टरफाइनल से आगे नहीं बढ़ पाया है। वहीं कोलंबिया की कोशिश लगातार दूसरी बार अंतिम-8 में पहुंचने की होगी।
इंग्लैंड की टीम अपने ग्रुप में दूसरे स्थान पर रही थी। पहले दोनों मुकाबले बड़े अंतर से जीतने वाली इंग्लैंड को अपने आखिरी लीग मैच में बेल्जियम से 0-1 की शिकस्त झेलनी पड़ी थी। हालांकि, इस मैच में इंग्लैंड ने गोल करने में दिलचस्पी भी नहीं दिखाई थी और ज्यादा प्रयास भी नहीं किए।
कोलंबिया की चिंता उसके स्टार खिलाड़ी रॉड्रिग्ज के खेलने की स्थिति स्पष्ट नहीं होना है। रॉड्रिग्ज के पैर में सूजन है और इस मुकाबले में उनकी उपलब्धता पर सवाल उठ रहे हैं। याद हो कि पिछले विश्व कप में रॉड्रिग्ज ने 6 गोल दागे थे और गोल्डन बूट का खिताब जीता था।
इंग्लैंड को पिछले 12 बड़े टूर्नामेंट में से 6 में पेनल्टी की वजह से हार का सामना करना पड़ा जबकि टीम इस दौरान सिर्फ एक जीत तब दर्ज कर पाई जब उसने यूरो 1996 में स्पेन को हराया।
हालांकि इंग्लैंड की टीम कोलंबिया के गोलकीपर ओस्पीना के रिकॉर्ड से खुश होगी जो अपने 38 प्रयासों में सिर्फ तीन पेनल्टी ही रोक पाए हैं। उन्होंने दो साल पहले मिगुएल ट्रोको के प्रयास को अपने पैर से रोककर कोलंबिया को पेरू के खिलाफ कोपा अमेरिका में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
वहीं पनामा के खिलाफ इंग्लैंड के कप्तान हैरी केन ने पेनल्टी पर दो गोल किए थे। यानी कोलंबिया के खिलाफ मुकाबला अगर पेनल्टी शूटआउट में गया तो वह पांच प्रयास में से एक को लेने आएंगे। इसके अलावा मार्कस रैशफोर्ड और डेले अली को मौका मिल सकता है जबकि जेमी वार्डी भी एक विकल्प होंगे। केन ने इस विश्व कप में अब तक सबसे ज्यादा गोल किए हैं।
नंबर गेम:
-05 गोल करने वाले इंग्लैंड के कप्तान हैरी केन फीफा विश्व कप 2018 के गोल्डन बूट अवॉर्ड की रेस में सबसे आगे हैं।
-23 सदस्यीय इंग्लैंड टीम के सभी खिलाड़ी इंग्लिश प्रीमियर लीग में खेलते हैं जबकि कोलंबिया की मौजूदा टीम के तीन खिलाड़ी ही अपने घरेलू क्लब में खेलते हैं।
-1998 विश्व कप में दोनों टीमों के बीच पहली बार सामना हुआ था जहां इंग्लैंड ने कोलंबिया को 2-0 से हराया था।
इंग्लैंड और कोलंबिया के बीच फीफा विश्व कप 2018 के प्री-क्वार्टरफाइनल का आखिरी मैच मंगलवार को खेला जाएगा। इंग्लैंड की कोशिश क्वार्टरफाइनल में पहुंचने की होगी क्योंकि पिछले तीन विश्व कप से वह प्री-क्वार्टरफाइनल से आगे नहीं बढ़ पाया है। वहीं कोलंबिया की कोशिश लगातार दूसरी बार अंतिम-8 में पहुंचने की होगी।
इंग्लैंड की टीम अपने ग्रुप में दूसरे स्थान पर रही थी। पहले दोनों मुकाबले बड़े अंतर से जीतने वाली इंग्लैंड को अपने आखिरी लीग मैच में बेल्जियम से 0-1 की शिकस्त झेलनी पड़ी थी। हालांकि, इस मैच में इंग्लैंड ने गोल करने में दिलचस्पी भी नहीं दिखाई थी और ज्यादा प्रयास भी नहीं किए।
कोलंबिया की चिंता उसके स्टार खिलाड़ी रॉड्रिग्ज के खेलने की स्थिति स्पष्ट नहीं होना है। रॉड्रिग्ज के पैर में सूजन है और इस मुकाबले में उनकी उपलब्धता पर सवाल उठ रहे हैं। याद हो कि पिछले विश्व कप में रॉड्रिग्ज ने 6 गोल दागे थे और गोल्डन बूट का खिताब जीता था।
इंग्लैंड को पिछले 12 बड़े टूर्नामेंट में से 6 में पेनल्टी की वजह से हार का सामना करना पड़ा जबकि टीम इस दौरान सिर्फ एक जीत तब दर्ज कर पाई जब उसने यूरो 1996 में स्पेन को हराया।
हालांकि इंग्लैंड की टीम कोलंबिया के गोलकीपर ओस्पीना के रिकॉर्ड से खुश होगी जो अपने 38 प्रयासों में सिर्फ तीन पेनल्टी ही रोक पाए हैं। उन्होंने दो साल पहले मिगुएल ट्रोको के प्रयास को अपने पैर से रोककर कोलंबिया को पेरू के खिलाफ कोपा अमेरिका में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
वहीं पनामा के खिलाफ इंग्लैंड के कप्तान हैरी केन ने पेनल्टी पर दो गोल किए थे। यानी कोलंबिया के खिलाफ मुकाबला अगर पेनल्टी शूटआउट में गया तो वह पांच प्रयास में से एक को लेने आएंगे। इसके अलावा मार्कस रैशफोर्ड और डेले अली को मौका मिल सकता है जबकि जेमी वार्डी भी एक विकल्प होंगे। केन ने इस विश्व कप में अब तक सबसे ज्यादा गोल किए हैं।
नंबर गेम:
-05 गोल करने वाले इंग्लैंड के कप्तान हैरी केन फीफा विश्व कप 2018 के गोल्डन बूट अवॉर्ड की रेस में सबसे आगे हैं।
-23 सदस्यीय इंग्लैंड टीम के सभी खिलाड़ी इंग्लिश प्रीमियर लीग में खेलते हैं जबकि कोलंबिया की मौजूदा टीम के तीन खिलाड़ी ही अपने घरेलू क्लब में खेलते हैं।
-1998 विश्व कप में दोनों टीमों के बीच पहली बार सामना हुआ था जहां इंग्लैंड ने कोलंबिया को 2-0 से हराया था।