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Sakat Chauth 2022: शुभ योग में सकट चौथ व्रत आज, जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व
धर्म डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: विनोद शुक्ला
Updated Fri, 21 Jan 2022 07:28 AM IST
सार
Sakat Chauth 2022: सकट चौथ का व्रत भगवान गणेश की पूजा-आराधना करते हुए माताएं अपनी संतान की लंबी आयु और सौभाग्य में वृद्धि की कामना करते हुए रखती हैं।
Sakat Chauth 2022: सकट चौथ के दिन बहुत ही शुभ योग बनने जा रहा है। पंचांग के अनुसार इस बार सकट चौथ पर सौभाग्य नाम का शुभ योग बनेगा।
- फोटो : Social media
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Sakat Chauth 2022 Shubh Muhurat Puja Vidhi Moonrise Timing: आज यानी 21 जनवरी 2022, शुक्रवार को सकट चौथ का व्रत रखा जाएगा। सकट चौथ हिंदू पंचांग के अनुसार माघ महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर मनाया जाता है। सकट चौथ को कई नामों से जाना जाता है जैसे- गणेश चौथ, संकष्टी चौथ,संकष्टी चतुर्थी, लंबोदर संकष्टी,माघी चौथ और तिलकुटा। सकट चौथ का व्रत भगवान गणेश की पूजा-आराधना करते हुए माताएं अपनी संतान की लंबी आयु और सौभाग्य में वृद्धि की कामना करते हुए रखती हैं। मान्यता है सकट चौथ का व्रत रखने पर संतान के ऊपर आने वाली सभी बाधाएं भगवान गणेश दूर कर देते हैं। सकट चौथ पर महिलाएं भगवान गणेश की विधि विधान के साथ पूजा-अर्चना करते हुए अंत में चंद्रमा के दर्शन करते हुए अर्घ्य देकर व्रत का पारण करती है।
नारद पुराण के अनुसार इस दिन भगवान गणपति की आराधना से सुख-सौभाग्य में वृद्धि तथा घर-परिवार पर आ रही विघ्न -बाधाओं से मुक्ति मिलती है एवं रुके हुए मांगलिक कार्य संपन्न होते हैं। इस तिथि में गणेश जी की पूजा भालचंद्र नाम से भी की जाती है। इस चतुर्थी में चन्द्रमा के दर्शन करने से गणेश जी के दर्शन का पुण्य फल मिलता है। इस दिन स्त्रियां अपने संतान की दीर्घायु और सफलता के लिए व्रत करती हैं और कथा सुनती हैं।
सकट चौथ व्रत तिथि 2022
हर वर्ष सकट चौथ का व्रत माघ महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। इस बार चतुर्थी तिथि 21 जनवरी 2022, दिन शुक्रवार को सुबह 08 बजकर 51 मिनट से शुरू होकर 22 जनवरी की सुबह 09 बजकर 41 मिनट पर खत्म होगी। ऐसे में माताएं संतान की दीर्घायु और सुख-समृद्धि की कामना के लिए भगवान गणेश की पूजा अर्चना करने के बाद रात को चंद्रमा के दर्शन करते हुए अर्ध्य देते हुए पारण करें।
सकट चौथ पर शुभ योग
इस वर्ष सकट चौथ पर दो तरह का शुभ योग बन रहा है जिसमें भगवान गणेश की पूजा करने पर बहुत ही शुभ फल की प्राप्ति होगी। सकट चौथ पर चंद्रमा पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र और सिद्धि योग में मनाया जाएगा। इसके अलावा ग्रहों के शुभ योग से सौभाग्य नाम का शुभ योग भी बना है। जिस कारण से सकट चौथ का महत्व बढ़ गया है। सकट चौथ शुक्रवार के दिन और शुक्र के नक्षत्र पूर्वाफाल्गुनी के योग से इस दिन माताएं अपने संतान के लिए व्रत रखते हुए उनके सुख की कामना फलदायी होगी।
चंद्रोदय का समय
चतुर्थी तिथि आरंभ: 21 जनवरी, शुक्रवार, प्रातः 08:51 मिनट से चतुर्थी तिथि समाप्त: 22 जनवरी, शनिवार, प्रातः 09:14 बजे तक चंद्रोदय का समय: 21 जनवरी, रात्रि लगभग 9:00 बजे होगा।
Sakat Chauth 2022 Shubh Muhurat Puja Vidhi Moonrise Timing: आज यानी 21 जनवरी 2022, शुक्रवार को सकट चौथ का व्रत रखा जाएगा। सकट चौथ हिंदू पंचांग के अनुसार माघ महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर मनाया जाता है। सकट चौथ को कई नामों से जाना जाता है जैसे- गणेश चौथ, संकष्टी चौथ,संकष्टी चतुर्थी, लंबोदर संकष्टी,माघी चौथ और तिलकुटा। सकट चौथ का व्रत भगवान गणेश की पूजा-आराधना करते हुए माताएं अपनी संतान की लंबी आयु और सौभाग्य में वृद्धि की कामना करते हुए रखती हैं। मान्यता है सकट चौथ का व्रत रखने पर संतान के ऊपर आने वाली सभी बाधाएं भगवान गणेश दूर कर देते हैं। सकट चौथ पर महिलाएं भगवान गणेश की विधि विधान के साथ पूजा-अर्चना करते हुए अंत में चंद्रमा के दर्शन करते हुए अर्घ्य देकर व्रत का पारण करती है।
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नारद पुराण के अनुसार इस दिन भगवान गणपति की आराधना से सुख-सौभाग्य में वृद्धि तथा घर-परिवार पर आ रही विघ्न -बाधाओं से मुक्ति मिलती है एवं रुके हुए मांगलिक कार्य संपन्न होते हैं। इस तिथि में गणेश जी की पूजा भालचंद्र नाम से भी की जाती है। इस चतुर्थी में चन्द्रमा के दर्शन करने से गणेश जी के दर्शन का पुण्य फल मिलता है। इस दिन स्त्रियां अपने संतान की दीर्घायु और सफलता के लिए व्रत करती हैं और कथा सुनती हैं।
सकट चौथ व्रत तिथि 2022
हर वर्ष सकट चौथ का व्रत माघ महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। इस बार चतुर्थी तिथि 21 जनवरी 2022, दिन शुक्रवार को सुबह 08 बजकर 51 मिनट से शुरू होकर 22 जनवरी की सुबह 09 बजकर 41 मिनट पर खत्म होगी। ऐसे में माताएं संतान की दीर्घायु और सुख-समृद्धि की कामना के लिए भगवान गणेश की पूजा अर्चना करने के बाद रात को चंद्रमा के दर्शन करते हुए अर्ध्य देते हुए पारण करें।
सकट चौथ पर शुभ योग
इस वर्ष सकट चौथ पर दो तरह का शुभ योग बन रहा है जिसमें भगवान गणेश की पूजा करने पर बहुत ही शुभ फल की प्राप्ति होगी। सकट चौथ पर चंद्रमा पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र और सिद्धि योग में मनाया जाएगा। इसके अलावा ग्रहों के शुभ योग से सौभाग्य नाम का शुभ योग भी बना है। जिस कारण से सकट चौथ का महत्व बढ़ गया है। सकट चौथ शुक्रवार के दिन और शुक्र के नक्षत्र पूर्वाफाल्गुनी के योग से इस दिन माताएं अपने संतान के लिए व्रत रखते हुए उनके सुख की कामना फलदायी होगी।
चंद्रोदय का समय
चतुर्थी तिथि आरंभ: 21 जनवरी, शुक्रवार, प्रातः 08:51 मिनट से
चतुर्थी तिथि समाप्त: 22 जनवरी, शनिवार, प्रातः 09:14 बजे तक
चंद्रोदय का समय: 21 जनवरी, रात्रि लगभग 9:00 बजे होगा।
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