कुछ पैराशूटी नेता संगठन में उच्च पदों पर रहकर सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। ऐसे नेताओं को संगठन से बाहर का रास्ता दिखाना जरूरी है। पैराशूटी नेताओं की अनापशनाप बयानबाजी से पार्टी को नुकसान हो रहा है। यह बात रोहड़ू में प्रेस वार्ता के दौरान युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह ने कही। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में होने तय हैं।
जिन विधानसभा सीटोें पर कांग्रेस के नेता लगातार हारते आ रहे हैं उन सीटों पर पंचायतीराज चुनावों में जीत कर आए नए चेहरों को मौका दिया जाएगा। पंचायत स्तर पर पकड़ रखने वाले नेताओं को संगठन में भी तवज्जो दी जाएगी। कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों और भाजपा की जनविरोधी नीतियों को गांव-गांव तक ले जाने के लिए युवा कांग्रेस आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन करेगी। शीघ्र ही रोहड़ू में भी कार्यक्रम का आयोजन होगा।
कार्यक्रम के तहत एक विशाल रैली भी निकाली जाएगी। इसमें कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के कार्यकाल में प्रदेश में 17,500 स्कूल और 145 डिग्री कॉलेज खुले। हिमाचल को शिक्षा के क्षेत्र में आगे ले जाने में 90 प्रतिशत योगदान मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का है। चांशल घाटी को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने का कार्य किया जा रहा है। इक्को टूरिज्म के तहत वन निगम पर्यटकों के लिए छोटे-छोटे हट बनाएगा।
इसके लिए चांशल घाटी के पास लड़ोट में स्थान का चयन भी किया जा चुका है। इन हट का बाद में आउट सोर्स किया जाएगा। इस दौरान जिला परिषद उपाध्यक्ष सुरेंद्र रेटका, युकां शिमला संसदीय क्षेत्र अध्यक्ष संजय ठाकुर, बराड़ा पंचायत प्रधान विक्रम सैन, करालश पंचायत प्रधान किरण दत्ता, सूजय अग्रवाल, विजय चौहान सहित कई युकां पदाधिकारी उपस्थित थे।
सत्ता के नशे में चूर हैं युकां प्रदेशाध्यक्ष: चौहान
भाजपा प्रदेश युवा मोर्चा के अध्यक्ष विशाल चौहान ने कहा कि सत्ता के नशे में चूर विक्रमादित्य भूल गए हैं कि प्रदेश के साथ भेदभाव एनडीए सरकार ने नहीं बल्कि पूर्व कांग्रेस नीत यूपीए सरकार ने किया था। प्रदेश के साथ हुए इस भेदभाव के मुख्य दोषी कोई और नहीं बल्कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और कांग्रेस पार्टी के प्रमुख नेता आनंद शर्मा हैं।
चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने साजिश कर यूपीए सरकार के दौरान हिमाचल प्रदेश से विशेष राज्य का दर्जा और औद्योगिक पैकेज छीना और षड्यंत्र के तहत कांग्रेस शासनकाल में 13वें वित्तायोग में प्रदेश की आर्थिक सहायता में कटौती की। यह पहली बार था, जब यूपीए सरकार के 10 साल के शासनकाल में प्रदेश की डांवाडोल आर्थिक स्थिति के बावजूद प्रदेश को कोई विशेष आर्थिक पैकेज या सहायता नहीं मिली थी।
भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष विशाल चौहान ने कहा कि अटल जी के शासनकाल में प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा, औद्योगिक पैकेज और 1800 करोड़ रुपये से अधिक आर्थिक सहायता मिली और मोदी जी के दो वर्षोें के शासनकाल में प्रदेश को जो मिल रहा है, वो किसी से छुपा नहीं है। मोदी की रैली से बड़ी रैली करने का दावा करने वाले विक्रमादित्य अगर इससे आधी रैली भी कर लेते हैं तो यह उनके लिए सौभाग्य की बात होगी।