जिला खाद्य आपूर्ति महकमे ने पहली बार शुरू की सुविधा
कसुम्पटी, ब्राकहॉस्ट और पंचायत भवन के डिपो में ट्रायल शुरू
सुमित ठाकुर
शिमला। खाद्य आपूर्ति महकमा अब शहर के डिपुओं में आईरिस स्कैनिंग (आंख) के जरिये लोगों को सस्ता राशन उपलब्ध करवाएगा।
जिला नियंत्रक खाद्य आपूर्ति महकमे ने इसको लेकर ट्रायल शुरू कर दिया है। शहर के तीन डिपुओं में पहली बार यह सुविधा शुरू होगी। इस सुविधा का सबसे अधिक फायदा बुजुर्गों और खराब घिसे हुए फिंगर प्रिंट वाले लोगों को मिलेगा। शहर के इन चुनिंदा डिपुओं में रोजाना औसतन तीन से चार लोगों को इस प्रणाली के जरिये राशन दिया जा रहा है।
जिला नियंत्रक खाद्य आपूर्ति महकमे ने शहर के कसुम्पटी, ब्राकहॉस्ट और पंचायत भवन स्थित डिपो में ट्रायल के तौर पर उपभोक्ताओं के लिए यह सुविधा शुरू की है। विभाग का कहना है कि इससे लोगों को राशन के डिपो में लंबी कतारों और घंटों लाइनों में खड़े होने से छुटकारा मिल जाएगा। अभी तक फिंगर प्रिंट और ओटीपी के जरिये राशन दिया जाता है। लेकिन कई बार मशीन अंगुलियों को स्कैन नहीं कर पाता। इससे काफी समय बरबाद होता है। नई व्यवस्था से राहत मिलने की उम्मीद है। जिला नियंत्रक खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले का कार्यभार संभाल रहे नरेंद्र धीमान ने बताया कि इसको लेकर टेंडर हो चुका है। जल्द ही यह मशीनें डिपो में स्थापित कर दी जाएंगी।
1 लाख 99 हजार राशन कार्ड धारक
जिला शिमला में 1 लाख 99 हजार राशन कार्ड धारक हैं। अभी तक फिंगर प्रिंट और ओटीपी के जरिये राशन दिया जाता था लेकिन इसमें लोगों को काफी परेशानी होती थी। ट्रायल के सफल होने के बाद इसे प्रभावी ढंग से लागू किया जाएगा। हालांकि तब तक डिपो में फिंगर प्रिंट और ओटीपी के जरिये लोगों को राशन दिया जाएगा।