पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
हिमाचल में कोरोना संक्रमण बढ़ता देख जयराम सरकार ने मंगलवार से कई नई बंदिशें लगा दी हैं। 24 नवंबर से 15 दिसंबर तक चार जिलों शिमला, मंडी, कुल्लू और कांगड़ा में नाइट कर्फ्यू लगेगा। रात आठ बजे से सुबह छह बजे तक बसें, यात्री व अन्य कोई वाहन नहीं चलेंगे। सभी दुकानें और शराब ठेके भी बंद रहेंगे। प्रदेश भर में अब मास्क न पहनने वाले पर 1000 रुपये जुर्माना लगेगा।
सभी दफ्तरों में केवल आधा स्टाफ आएगा। कर्मचारी शिफ्टों में तीन-तीन दिन आएंगे। राज्य में सभी बसें 15 दिसंबर तक केवल 50 प्रतिशत सवारियों के साथ चलेंगी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में सोमवार को हुई कैबिनेट बैठक में कोरोना की रोकथाम को कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए।
प्रदेश में सरकार के जनमंच कार्यक्रम 15 दिसंबर तक नहीं होंगे। मार्च 2021 में नगर निगम धर्मशाला के होने वाले चुनाव के साथ ही नवगठित नगर निगमों मंडी, सोलन और पालमपुर के भी चुनाव करवाने का निर्णय लिया है। पंचायत चुनाव भी तय समय पर होंगे। पहले पंचायत चुनावों के साथ ही निगमों के चुनाव कराने का एलान किया था।
वहीं, खुले स्थानाें पर सभी सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, खेल आदि समारोहों में सामाजिक दूरी के नियमों की अनुपालना होगी। इनमें केवल 200 लोग ही शामिल हो सकेंगे। कार्यालयों में 31 दिसंबर तक पहले तीन दिनों में 50 प्रतिशत कर्मचारी उपस्थित रहेंगे। शेष 50 प्रतिशत अगले तीन दिन आएंगे। सरकारी कार्यालयों में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी 50 फीसदी ही आएंगे।
स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को सबसे पहले मिलेगी कोरोना वैक्सीन
हिमाचल में सबसे पहले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी। ये कार्यकर्ता लोगों के घर-घर जाकर कोरोना के टीके लगाएंगे। केंद्र ने सरकार को अपनी तैयारियां पूरी करने के लिए कहा है। देश-विदेश में कोरोना को लेकर परीक्षण अंतिम चरण में है। अगले साल के शुरू में वैक्सीन आने की संभावना है। इसके चलते तैयारियां रखने को कहा गया है।
स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने सोमवार को कैबिनेट बैठक में कोरोना की स्थिति को लेकर प्रस्तुति दी। उन्हें प्रदेश में वैक्सीन को लेकर सेंटर स्थापित करने को कहा गया। अस्पतालों में भी यह वैक्सीन दी जाएगी, ताकि इलाज के लिए आने वाले लोगों को टीके लगाए जा सकें। कोरोना से प्रदेश में 1.7 डेथ रेट है।
एचपीयू को छोड़ सूबे के सभी स्कूल-कॉलेज 31 दिसंबर तक बंद, ऑनलाइन होगी पढ़ाई
कोरोना के चलते सरकार ने 31 दिसंबर तक सभी स्कूल, कॉलेज, आईटीआई और कोचिंग संस्थान बंद रखने का फैसला लिया है। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय पर यह आदेश लागू नहीं होंगे। विवि प्रबंधन एक स्वायत्त संस्था होने के चलते स्वयं इस बाबत फैसला लेगा। सोमवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में 31 दिसंबर तक बंद किए गए शिक्षण संस्थानों में ऑनलाइन पढ़ाई 26 नवंबर से शुरू करने का फैसला लिया गया।
इस दौरान सभी शिक्षक वर्क फ्रॉम होम करेंगे। शीतकालीन स्कूलों में एक जनवरी, 2021 से 12 फरवरी तक सर्दियों की छुट्टियां देने का फैसला लिया है। हालांकि इस दौरान ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी। ग्रीष्मकालीन स्कूलों को लेकर सरकार दिसंबर में फैसला लेगी। एक से 14 दिसंबर तक प्रस्तावित पहली से बारहवीं कक्षा की सेकेंड टर्म ऑनलाइन परीक्षाएं निर्धारित शेड्यूल से ही होंगी।
विंटर स्कूलों का शैक्षणिक सत्र दिसंबर 2020 की जगह मार्च 2021 तक बढ़ा दिया है। पहली से चौथी, छठी-सातवीं के विद्यार्थी मार्च में फर्स्ट और सेकेंड टर्म की परीक्षाओं की असेसमेंट आधार प्रमोट होंगे। पांचवीं और आठवीं से बारहवीं कक्षा की पूरे प्रदेश में एक साथ अगले साल मार्च में वार्षिक परीक्षाएं होंगी। बोर्ड कक्षाओं की परीक्षाओं में तीस फीसदी कम किए सिलेबस के तहत सवाल पूछे जाएंगे।
पांचवीं और आठवीं कक्षा की परीक्षाओं के लिए प्रश्नपत्र स्कूल शिक्षा बोर्ड देगा, लेकिन परीक्षाएं शिक्षा विभाग लेगा। प्रिंसिपल हाई स्कूलों, सीनियर सेकेंडरी स्कूलों और कॉलेजों में 26 नवंबर के बाद जरूरत के हिसाब से शिक्षकों और गैर शिक्षक को बुला सकेंगे।
हिमाचल में कोरोना संक्रमण बढ़ता देख जयराम सरकार ने मंगलवार से कई नई बंदिशें लगा दी हैं। 24 नवंबर से 15 दिसंबर तक चार जिलों शिमला, मंडी, कुल्लू और कांगड़ा में नाइट कर्फ्यू लगेगा। रात आठ बजे से सुबह छह बजे तक बसें, यात्री व अन्य कोई वाहन नहीं चलेंगे। सभी दुकानें और शराब ठेके भी बंद रहेंगे। प्रदेश भर में अब मास्क न पहनने वाले पर 1000 रुपये जुर्माना लगेगा।
सभी दफ्तरों में केवल आधा स्टाफ आएगा। कर्मचारी शिफ्टों में तीन-तीन दिन आएंगे। राज्य में सभी बसें 15 दिसंबर तक केवल 50 प्रतिशत सवारियों के साथ चलेंगी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में सोमवार को हुई कैबिनेट बैठक में कोरोना की रोकथाम को कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए।
प्रदेश में सरकार के जनमंच कार्यक्रम 15 दिसंबर तक नहीं होंगे। मार्च 2021 में नगर निगम धर्मशाला के होने वाले चुनाव के साथ ही नवगठित नगर निगमों मंडी, सोलन और पालमपुर के भी चुनाव करवाने का निर्णय लिया है। पंचायत चुनाव भी तय समय पर होंगे। पहले पंचायत चुनावों के साथ ही निगमों के चुनाव कराने का एलान किया था।
वहीं, खुले स्थानाें पर सभी सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, खेल आदि समारोहों में सामाजिक दूरी के नियमों की अनुपालना होगी। इनमें केवल 200 लोग ही शामिल हो सकेंगे। कार्यालयों में 31 दिसंबर तक पहले तीन दिनों में 50 प्रतिशत कर्मचारी उपस्थित रहेंगे। शेष 50 प्रतिशत अगले तीन दिन आएंगे। सरकारी कार्यालयों में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी 50 फीसदी ही आएंगे।
स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को सबसे पहले मिलेगी कोरोना वैक्सीन
हिमाचल में सबसे पहले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी। ये कार्यकर्ता लोगों के घर-घर जाकर कोरोना के टीके लगाएंगे। केंद्र ने सरकार को अपनी तैयारियां पूरी करने के लिए कहा है। देश-विदेश में कोरोना को लेकर परीक्षण अंतिम चरण में है। अगले साल के शुरू में वैक्सीन आने की संभावना है। इसके चलते तैयारियां रखने को कहा गया है।
स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने सोमवार को कैबिनेट बैठक में कोरोना की स्थिति को लेकर प्रस्तुति दी। उन्हें प्रदेश में वैक्सीन को लेकर सेंटर स्थापित करने को कहा गया। अस्पतालों में भी यह वैक्सीन दी जाएगी, ताकि इलाज के लिए आने वाले लोगों को टीके लगाए जा सकें। कोरोना से प्रदेश में 1.7 डेथ रेट है।
एचपीयू को छोड़ सूबे के सभी स्कूल-कॉलेज 31 दिसंबर तक बंद, ऑनलाइन होगी पढ़ाई
कोरोना के चलते सरकार ने 31 दिसंबर तक सभी स्कूल, कॉलेज, आईटीआई और कोचिंग संस्थान बंद रखने का फैसला लिया है। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय पर यह आदेश लागू नहीं होंगे। विवि प्रबंधन एक स्वायत्त संस्था होने के चलते स्वयं इस बाबत फैसला लेगा। सोमवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में 31 दिसंबर तक बंद किए गए शिक्षण संस्थानों में ऑनलाइन पढ़ाई 26 नवंबर से शुरू करने का फैसला लिया गया।
इस दौरान सभी शिक्षक वर्क फ्रॉम होम करेंगे। शीतकालीन स्कूलों में एक जनवरी, 2021 से 12 फरवरी तक सर्दियों की छुट्टियां देने का फैसला लिया है। हालांकि इस दौरान ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी। ग्रीष्मकालीन स्कूलों को लेकर सरकार दिसंबर में फैसला लेगी। एक से 14 दिसंबर तक प्रस्तावित पहली से बारहवीं कक्षा की सेकेंड टर्म ऑनलाइन परीक्षाएं निर्धारित शेड्यूल से ही होंगी।
विंटर स्कूलों का शैक्षणिक सत्र दिसंबर 2020 की जगह मार्च 2021 तक बढ़ा दिया है। पहली से चौथी, छठी-सातवीं के विद्यार्थी मार्च में फर्स्ट और सेकेंड टर्म की परीक्षाओं की असेसमेंट आधार प्रमोट होंगे। पांचवीं और आठवीं से बारहवीं कक्षा की पूरे प्रदेश में एक साथ अगले साल मार्च में वार्षिक परीक्षाएं होंगी। बोर्ड कक्षाओं की परीक्षाओं में तीस फीसदी कम किए सिलेबस के तहत सवाल पूछे जाएंगे।
पांचवीं और आठवीं कक्षा की परीक्षाओं के लिए प्रश्नपत्र स्कूल शिक्षा बोर्ड देगा, लेकिन परीक्षाएं शिक्षा विभाग लेगा। प्रिंसिपल हाई स्कूलों, सीनियर सेकेंडरी स्कूलों और कॉलेजों में 26 नवंबर के बाद जरूरत के हिसाब से शिक्षकों और गैर शिक्षक को बुला सकेंगे।