न्यूज डेस्क, अमर उजाला, शिमला
Updated Mon, 02 Dec 2019 09:40 PM IST
मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी
- फोटो : अमर उजाला
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मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी ने सोमवार को हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल प्रदेश को ईको पर्यटन गंतव्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस उद्देश्य से प्रदेश के विभिन्न भागों में ईको पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिए सतत प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्य सचिव ने प्रदेश में प्रस्तावित विभिन्न पर्यटन योजनाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को सभी योजनाओं को निर्धारित समय पर पूरा करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि चांशल, जंजैहली तथा बीड बिलिंग जैसे पर्यटन स्थलों को पर्यटकों के लिए आकर्षित करने के उद्देश्य से ईको पर्यटन के रूप में विकसित करने की आवश्यकता है। इससे इस क्षेत्र में बहुआयामी रोजगार के अवसर सृजित होंगे। मुख्य सचिव ने कहा कि बीड़ बिलिंग को हवाई क्रीड़ा स्थल के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। इसके लिए सामुदायिक भागीदारी तथा सरकारी-निजी भागीदारी के लिए अवसर खोजे जाने चाहिए। उन्होंने प्रशासन से जंजैहली क्षेत्र को ईको पर्यटन हब के तौर पर विकसित करने के लिए कार्य योजना तैयार करने के भी निर्देश दिए।
अधिकारियों से चाशंल में स्कीइंग गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से निविदा प्रक्रिया तैयार करने को भी कहा। प्रशासन को नई राहें नई मंजिलें योजना में चाशंल को स्कीइंग गंतव्य बनाने के लिए एकीकृत योजना तैयार करने के निर्देश दिए। चाशंल क्षेत्र को कैंपिंग साइट के तौर पर विकसित करने के लिए कार्य योजना तैयार करने को भी कहा। पर्यटन विभाग के निदेशक यूनुस ने विभाग की ओर से चलाई जा रही विभिन्न पर्यटन योजनाओं की प्रगति की समीक्षा पर विस्तृत रिपोर्ट दी।
मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी ने सोमवार को हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल प्रदेश को ईको पर्यटन गंतव्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस उद्देश्य से प्रदेश के विभिन्न भागों में ईको पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिए सतत प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्य सचिव ने प्रदेश में प्रस्तावित विभिन्न पर्यटन योजनाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को सभी योजनाओं को निर्धारित समय पर पूरा करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि चांशल, जंजैहली तथा बीड बिलिंग जैसे पर्यटन स्थलों को पर्यटकों के लिए आकर्षित करने के उद्देश्य से ईको पर्यटन के रूप में विकसित करने की आवश्यकता है। इससे इस क्षेत्र में बहुआयामी रोजगार के अवसर सृजित होंगे। मुख्य सचिव ने कहा कि बीड़ बिलिंग को हवाई क्रीड़ा स्थल के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। इसके लिए सामुदायिक भागीदारी तथा सरकारी-निजी भागीदारी के लिए अवसर खोजे जाने चाहिए। उन्होंने प्रशासन से जंजैहली क्षेत्र को ईको पर्यटन हब के तौर पर विकसित करने के लिए कार्य योजना तैयार करने के भी निर्देश दिए।
अधिकारियों से चाशंल में स्कीइंग गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से निविदा प्रक्रिया तैयार करने को भी कहा। प्रशासन को नई राहें नई मंजिलें योजना में चाशंल को स्कीइंग गंतव्य बनाने के लिए एकीकृत योजना तैयार करने के निर्देश दिए। चाशंल क्षेत्र को कैंपिंग साइट के तौर पर विकसित करने के लिए कार्य योजना तैयार करने को भी कहा। पर्यटन विभाग के निदेशक यूनुस ने विभाग की ओर से चलाई जा रही विभिन्न पर्यटन योजनाओं की प्रगति की समीक्षा पर विस्तृत रिपोर्ट दी।