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राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपक्ष के सवालों पर तीखा पलटवार कर विकास का रोडमैप रखा। उन्होंने कहा कि सरकार चरणबद्ध तरीके से हर सौ दिन का लक्ष्य तय कर विकास करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार पैसे का रोना नहीं रोती पर जनता को जानने का अधिकार है कि उन पर कितना कर्जा है।
46500 करोड़ का कर्जा है सरकार पर, लेकिन पैसा विकास में बाधा नहीं बनेगा। प्रदेश को केंद्र से मिलने वाले बेलआउट पैकेज पर उन्होंने सदन में स्थिति स्पष्ट की। जयराम ने सदस्यों को अवगत करवाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्होंने बेलआउट पैकेज की कभी बात नहीं की। प्रधानमंत्री ने खुलेमन से सहयोग करने का आश्वासन दिया है।
उन्होंने कहा कि मोदी पहले से ही हिमाचल को अपना मानते हैं। केंद्र से उन्हें भरपूर मदद मिलेगी, ऐसा केंद्र सरकार ने वायदा किया है। उन्होंने कहा कि 14वें वित्तायोग से भी हिमाचल को खुलकर मदद मिली है और यदि यह मदद न मिलती तो सरकार को कोष बंद करने की नौबत आ सकती थी। राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार की नीतियों का जिक्र न होने पर सीएम ने कहा कि वे धैर्य रखें और सरकार जब नीति बनाएगी ओर जो काम करेगी उसकी जानकारी विपक्ष को दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि 63 राष्ट्रीय राजमार्गों का कार्य तेजी से करवाएंगे। वीरभद्र सरकार ने जानबूझकर एनएच के कार्यों को धीमा किया। मैं कम बोलता हूं, लेकिन काम ज्यादा करने की कोशिश करता हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आवारा पशुओं को लेकर उनकी सरकार ने जो फैसला लिया है अब उसके तहत हर विधानसभा में एक गोसदन खोलेंगे। राज्य सरकार बदले की भावना से कोई काम नहीं करेगी।
पिछली सरकार के छह माह में जो संस्थान खुले हैं या जिनके शिलान्यास हुए हैं उनकी समीक्षा होगी। यदि सभी मापदंड और बजट के साथ खोले गए हैं वह काम करते रहेंगे।
जहां पर कुछ कमियां हैं उन पर फिर विचार किया जाएगा। यह खुली सरकार है और सभी से सुझाव लेकर कार्य करने वाली है।
नेता विपक्ष मुकेश के संघ के दखल वाले बयान पर जयराम बोले सरकार का स्टीयरिंग और ब्रेक दोनों उनके पास हैं। उन्होंने कहा कि कल कुछ सदस्य कह रहे थे कि इस सरकार का स्टीयरिंग तो सीएम के पास है, लेकिन ब्रेक कहीं और है, लेकिन ऐसा नहीं है। स्टीयरिंग और ब्रेक उनके ही पास है और यह गाड़ी फिट है सभी को सुरक्षित लक्ष्य तक पहुंचाएगी।
माफिया राज होगा खत्म, रोजगार होगा फोकस
जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य में माफिया के लिए कोई स्थान नहीं हैं। इसके लिए विपक्ष का सहयोग भी जरूरी है। माफिया राज खत्म होना चाहिए। इसके लिए कोई जगह नहीं है। उनका कहना था कि सरकार में भ्रष्टाचार के लिए भी कोई स्थान नहीं है। युवा बेरोजगारी भत्ता नहीं रोजगार चाहता है।
इसलिए उसने कांग्रेस सरकार को नकारा है। कांग्रेस सरकार ने इसे जब घोषित किया तो केवल 20 हजार को ही बेरोजगारी भत्ता मिला है और इस पर 7.50 करोड़ रूपए खर्च हुए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आजाविका के साधन कैसे हों इस पर काम करेगी। उनका कहना था कि सबको रोजगार देना संभव नहीं है। सरकार संसाधन जुटाएगी और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम उठाएगी।
सूरज के परिजनों को तीन लाख की सहायता
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कुछ ऐसी घटनाएं हुई हैं जिनका जिक्र सदन में हुआ है। राज्यपाल के अभिभाषण में होशियार सिंह और गुड़िया हेल्पलाइन शुरू करने से हम दिशा तय कर चुके हैं। गुड़िया कांड में निर्दोषों को जेल में डाला गया। सूरज की हत्या हुई सरकार अब उसके परिजनों को तीन लाख रुपये देगी। पुलिस की हर रेंज में विशेष सेल खोले जा रहे हैं।
राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पूर्व सरकार के अंतिम दिनों में एक ही स्थान से किए गए धड़ाधड़ शिलान्यासों और उद्घाटनों का लक्ष्य केवल सत्ता हासिल करना था। लेकिन, वह भी उन्हें नहीं मिली। अब जनता वास्तविकता में विश्वास करती है और जानती है कि क्या हो सकता है और क्या नहीं।
खाली कर दिया मुख्यमंत्री राहत कोष
मुख्यमंत्री ने कहा कि वीरभद्र सरकार ने मुख्यमंत्री राहत कोष खाली कर दिया। कुछ इलाका विशेष के लोगों पर कृपा हुई। मतदान के बाद चुनाव आयोग से राहत कोष से खर्च करने की अनुमति नहीं मिली, लेकिन 70 लाख रुपये खर्च कर दिए। अब कोष में दो लाख से भी कम राशि है।
अभिभाषण लंबा नहीं किया, नहीं तो आपको परेशानी होती
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण लंबा कर सकते थे। लंबा करते तो विपक्ष को परेशानी होती। उसमें पुरानी सरकार का जिक्र किया जाता। बहुत कुछ खोदना पड़ता। हमारा इरादा बदले की भावना से काम करने का नहीं है।
एक ईमानदार सरकार प्रदेश को देंगे, जिससे हिमाचल का संतुलित विकास हो सके। राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार की नीतियों का जिक्र न होने पर कहा कि वे धैर्य रखें और सरकार जब नीति बनाएगी और जो काम करेगी, उसकी जानकारी विपक्ष को दी जाएगी।
सदन में उस समय खूब ठहाके लगे जब सीएम सदन में चर्चा का उत्तर दे रहे थे। जयराम ठाकुर युवा नेतृत्व की बात कर रहे थे और कह रहे थे कि यहां इस पर चर्चा हुई है कि युवा नेतृत्व आया है।
सीएम ने कहा कि उन्हें युवा कहने पर भी विपक्ष के कुछ लोगों को आपत्ति हो रही है। वीरभद्र सिंह तो कहते हैं कि वे आज भी जवान हैं। इस पर वीरभद्र सिंह भी तपाक से उठे और हंसते हुए बोले हां, वे आज भी जवान हैं।
प्राथमिक सहायक शिक्षकों ने की नियमित करने की मांग
प्रदेश के विभिन्न जिलों के प्राथमिक सहायक शिक्षकों ने शुक्रवार को धर्मशाला में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात की। जिला मंडी अध्यक्ष सुनील ठाकुर, कांगड़ा के अध्यक्ष प्रीतपाल चौहान, खंड सिराज के अध्यक्ष नेत्र ठाकुर और महासचिव हेम चौहान की अगुवाई में मिले शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से उन्हें जल्द नियमित करने की मांग की।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि जब तक शिक्षक नियमित न हों, तब तक सभी उनकी 15 साल की सेवाओं को देखते हुए नियमित जेबीटी के बराबर पे स्केल 10300 बेसिक और 4200 ग्रेड पे अनुसार वेतन दिया जाए।
मानदेय में तीन फीसदी की वृद्धि अक्तूबर 2017 से ही दी जाए। आकस्मिक अवकाश 10 दिन के बजाए नियमित अध्यापकों की तर्ज पर 12 दिन का दिया जाए। शिक्षकों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि जल्द ही मांगों को पूरा किया जाएगा।
स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं प्रेरणादायक
स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं समाज के लिए प्रेरणादायक रही हैं और उनके शब्द विशेष रूप से देश के युवाओं के लिए आत्म सुधार के लक्ष्य बने हैं।
यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने तपोवन में महान भारतीय दार्शनिक स्वामी विवेकानंद की 155वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद पश्चिमी दुनिया में वेदों और योग के भारतीय दर्शन की शुरुआत करने वाले प्रमुख व्यक्ति रहे।
राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपक्ष के सवालों पर तीखा पलटवार कर विकास का रोडमैप रखा। उन्होंने कहा कि सरकार चरणबद्ध तरीके से हर सौ दिन का लक्ष्य तय कर विकास करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार पैसे का रोना नहीं रोती पर जनता को जानने का अधिकार है कि उन पर कितना कर्जा है।
46500 करोड़ का कर्जा है सरकार पर, लेकिन पैसा विकास में बाधा नहीं बनेगा। प्रदेश को केंद्र से मिलने वाले बेलआउट पैकेज पर उन्होंने सदन में स्थिति स्पष्ट की। जयराम ने सदस्यों को अवगत करवाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्होंने बेलआउट पैकेज की कभी बात नहीं की। प्रधानमंत्री ने खुलेमन से सहयोग करने का आश्वासन दिया है।
उन्होंने कहा कि मोदी पहले से ही हिमाचल को अपना मानते हैं। केंद्र से उन्हें भरपूर मदद मिलेगी, ऐसा केंद्र सरकार ने वायदा किया है। उन्होंने कहा कि 14वें वित्तायोग से भी हिमाचल को खुलकर मदद मिली है और यदि यह मदद न मिलती तो सरकार को कोष बंद करने की नौबत आ सकती थी। राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार की नीतियों का जिक्र न होने पर सीएम ने कहा कि वे धैर्य रखें और सरकार जब नीति बनाएगी ओर जो काम करेगी उसकी जानकारी विपक्ष को दी जाएगी।
वीरभद्र सरकार ने जानबूझकर रोके रखा NH का काम
उन्होंने कहा कि 63 राष्ट्रीय राजमार्गों का कार्य तेजी से करवाएंगे। वीरभद्र सरकार ने जानबूझकर एनएच के कार्यों को धीमा किया। मैं कम बोलता हूं, लेकिन काम ज्यादा करने की कोशिश करता हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आवारा पशुओं को लेकर उनकी सरकार ने जो फैसला लिया है अब उसके तहत हर विधानसभा में एक गोसदन खोलेंगे। राज्य सरकार बदले की भावना से कोई काम नहीं करेगी।
पिछली सरकार के छह माह में जो संस्थान खुले हैं या जिनके शिलान्यास हुए हैं उनकी समीक्षा होगी। यदि सभी मापदंड और बजट के साथ खोले गए हैं वह काम करते रहेंगे।
जहां पर कुछ कमियां हैं उन पर फिर विचार किया जाएगा। यह खुली सरकार है और सभी से सुझाव लेकर कार्य करने वाली है।
स्टीयरिंग और ब्रेक दोनों मेरे पास
नेता विपक्ष मुकेश के संघ के दखल वाले बयान पर जयराम बोले सरकार का स्टीयरिंग और ब्रेक दोनों उनके पास हैं। उन्होंने कहा कि कल कुछ सदस्य कह रहे थे कि इस सरकार का स्टीयरिंग तो सीएम के पास है, लेकिन ब्रेक कहीं और है, लेकिन ऐसा नहीं है। स्टीयरिंग और ब्रेक उनके ही पास है और यह गाड़ी फिट है सभी को सुरक्षित लक्ष्य तक पहुंचाएगी।
माफिया राज होगा खत्म, रोजगार होगा फोकस
जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य में माफिया के लिए कोई स्थान नहीं हैं। इसके लिए विपक्ष का सहयोग भी जरूरी है। माफिया राज खत्म होना चाहिए। इसके लिए कोई जगह नहीं है। उनका कहना था कि सरकार में भ्रष्टाचार के लिए भी कोई स्थान नहीं है। युवा बेरोजगारी भत्ता नहीं रोजगार चाहता है।
इसलिए उसने कांग्रेस सरकार को नकारा है। कांग्रेस सरकार ने इसे जब घोषित किया तो केवल 20 हजार को ही बेरोजगारी भत्ता मिला है और इस पर 7.50 करोड़ रूपए खर्च हुए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आजाविका के साधन कैसे हों इस पर काम करेगी। उनका कहना था कि सबको रोजगार देना संभव नहीं है। सरकार संसाधन जुटाएगी और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम उठाएगी।
सूरज के परिजनों को तीन लाख की सहायता
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कुछ ऐसी घटनाएं हुई हैं जिनका जिक्र सदन में हुआ है। राज्यपाल के अभिभाषण में होशियार सिंह और गुड़िया हेल्पलाइन शुरू करने से हम दिशा तय कर चुके हैं। गुड़िया कांड में निर्दोषों को जेल में डाला गया। सूरज की हत्या हुई सरकार अब उसके परिजनों को तीन लाख रुपये देगी। पुलिस की हर रेंज में विशेष सेल खोले जा रहे हैं।
विकास नहीं दोबारा सत्ता पाने को किए शिलान्यास
राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पूर्व सरकार के अंतिम दिनों में एक ही स्थान से किए गए धड़ाधड़ शिलान्यासों और उद्घाटनों का लक्ष्य केवल सत्ता हासिल करना था। लेकिन, वह भी उन्हें नहीं मिली। अब जनता वास्तविकता में विश्वास करती है और जानती है कि क्या हो सकता है और क्या नहीं।
खाली कर दिया मुख्यमंत्री राहत कोष
मुख्यमंत्री ने कहा कि वीरभद्र सरकार ने मुख्यमंत्री राहत कोष खाली कर दिया। कुछ इलाका विशेष के लोगों पर कृपा हुई। मतदान के बाद चुनाव आयोग से राहत कोष से खर्च करने की अनुमति नहीं मिली, लेकिन 70 लाख रुपये खर्च कर दिए। अब कोष में दो लाख से भी कम राशि है।
अभिभाषण लंबा नहीं किया, नहीं तो आपको परेशानी होती
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण लंबा कर सकते थे। लंबा करते तो विपक्ष को परेशानी होती। उसमें पुरानी सरकार का जिक्र किया जाता। बहुत कुछ खोदना पड़ता। हमारा इरादा बदले की भावना से काम करने का नहीं है।
एक ईमानदार सरकार प्रदेश को देंगे, जिससे हिमाचल का संतुलित विकास हो सके। राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार की नीतियों का जिक्र न होने पर कहा कि वे धैर्य रखें और सरकार जब नीति बनाएगी और जो काम करेगी, उसकी जानकारी विपक्ष को दी जाएगी।
वीरभद्र सिंह बोले- मैं अभी भी जवान हूं
सदन में उस समय खूब ठहाके लगे जब सीएम सदन में चर्चा का उत्तर दे रहे थे। जयराम ठाकुर युवा नेतृत्व की बात कर रहे थे और कह रहे थे कि यहां इस पर चर्चा हुई है कि युवा नेतृत्व आया है।
सीएम ने कहा कि उन्हें युवा कहने पर भी विपक्ष के कुछ लोगों को आपत्ति हो रही है। वीरभद्र सिंह तो कहते हैं कि वे आज भी जवान हैं। इस पर वीरभद्र सिंह भी तपाक से उठे और हंसते हुए बोले हां, वे आज भी जवान हैं।
प्राथमिक सहायक शिक्षकों ने की नियमित करने की मांग
प्रदेश के विभिन्न जिलों के प्राथमिक सहायक शिक्षकों ने शुक्रवार को धर्मशाला में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात की। जिला मंडी अध्यक्ष सुनील ठाकुर, कांगड़ा के अध्यक्ष प्रीतपाल चौहान, खंड सिराज के अध्यक्ष नेत्र ठाकुर और महासचिव हेम चौहान की अगुवाई में मिले शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से उन्हें जल्द नियमित करने की मांग की।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि जब तक शिक्षक नियमित न हों, तब तक सभी उनकी 15 साल की सेवाओं को देखते हुए नियमित जेबीटी के बराबर पे स्केल 10300 बेसिक और 4200 ग्रेड पे अनुसार वेतन दिया जाए।
मानदेय में तीन फीसदी की वृद्धि अक्तूबर 2017 से ही दी जाए। आकस्मिक अवकाश 10 दिन के बजाए नियमित अध्यापकों की तर्ज पर 12 दिन का दिया जाए। शिक्षकों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि जल्द ही मांगों को पूरा किया जाएगा।
स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं प्रेरणादायक
स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं समाज के लिए प्रेरणादायक रही हैं और उनके शब्द विशेष रूप से देश के युवाओं के लिए आत्म सुधार के लक्ष्य बने हैं।
यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने तपोवन में महान भारतीय दार्शनिक स्वामी विवेकानंद की 155वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद पश्चिमी दुनिया में वेदों और योग के भारतीय दर्शन की शुरुआत करने वाले प्रमुख व्यक्ति रहे।