पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के बेटे और भाजपा नेता अरुण धूमल ने कहा है कि सोलन के कंडाघाट में जमीन की खरीद-फरोख्त में हुई धांधली में वन विभाग की बड़ी भूमिका है। इस मामले में फरीदाबाद के मुख्य आरोपी ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया है कि उसने इस सौदे के लिए करीब 56 लाख रुपये की रिश्वत दी थी।
जिसे प्रदेश के वन विभाग के माध्यम से मुख्यमंत्री तक पहुंचाया गया। अरुण धूमल शुक्रवार को सोलन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एनआरआई को कंडाघाट में जमीन उपलब्ध करवाने के एवज में यह सारी धांधली हुई है। जिसके संबंध में कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद फरीदाबाद थाना में केस दर्ज किया गया है। मामले के आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि उसने स्टीव बेदी से एक करोड़ बीस लाख रुपये लिए थे।