पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
शिमला। हिमाचल भाजपा अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने पार्टी के सभी मंडल अध्यक्षों और जिलाध्यक्षों से कहा कि 6 अप्रैल को पार्टी का स्थापना दिवस विजय संकल्प दिवस के रूप में मनाया जाए। सत्ती ने कहा कि स्थापना दिवस के कार्यक्रम सभी पोलिंग बूथों पर किए जाएंगे। सभी बूथ अध्यक्ष ये सुनिश्चित करेंगे कि बूथ पालकों को बूथ के कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि के रूप में बुलाएं।
इसके अतिरिक्त पार्टी का हर कार्यकर्ता अपने घरों तथा व्यवसाय स्थानों पर पार्टी का ध्वज लगाएं। सतपाल सत्ती ने कहा कि पार्टी ने भावी प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी को प्रोजेक्ट किया है और सारे देश में भाजपा की लहर चल रही है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि मोदी की लहर में हिमाचल का हर कार्यकर्ता लाभ उठाएगा।
दूसरी ओर पार्टी प्रवक्ता गणेश दत्त ने कहा कि नरेंद्र ठाकुर की घर वापसी के साथ ही हमीरपुर सीट पर राजेंद्र राणा को प्रत्याशी बनाने का कांग्रेस का दांव उल्टा पड़ गया है। नरेंद्र ठाकुर के बाद अब दो तीन दिनों में कुछ और लोग भी पार्टी में आ रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने अपना पिंड छुड़ाने के लिए राजेंद्र राणा को झूठे सपने दिखाए और चार साल की विधायकी कुर्बान करवा दी।
शिमला। हिमाचल भाजपा अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने पार्टी के सभी मंडल अध्यक्षों और जिलाध्यक्षों से कहा कि 6 अप्रैल को पार्टी का स्थापना दिवस विजय संकल्प दिवस के रूप में मनाया जाए। सत्ती ने कहा कि स्थापना दिवस के कार्यक्रम सभी पोलिंग बूथों पर किए जाएंगे। सभी बूथ अध्यक्ष ये सुनिश्चित करेंगे कि बूथ पालकों को बूथ के कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि के रूप में बुलाएं।
इसके अतिरिक्त पार्टी का हर कार्यकर्ता अपने घरों तथा व्यवसाय स्थानों पर पार्टी का ध्वज लगाएं। सतपाल सत्ती ने कहा कि पार्टी ने भावी प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी को प्रोजेक्ट किया है और सारे देश में भाजपा की लहर चल रही है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि मोदी की लहर में हिमाचल का हर कार्यकर्ता लाभ उठाएगा।
दूसरी ओर पार्टी प्रवक्ता गणेश दत्त ने कहा कि नरेंद्र ठाकुर की घर वापसी के साथ ही हमीरपुर सीट पर राजेंद्र राणा को प्रत्याशी बनाने का कांग्रेस का दांव उल्टा पड़ गया है। नरेंद्र ठाकुर के बाद अब दो तीन दिनों में कुछ और लोग भी पार्टी में आ रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने अपना पिंड छुड़ाने के लिए राजेंद्र राणा को झूठे सपने दिखाए और चार साल की विधायकी कुर्बान करवा दी।