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शिमला। एसएफआई की ओर से निजी बीएड कालेज में मनमानी फीस वसूली को लेकर उठाए गए मुद्दे पर एडीएम डा. नरेश कुमार लट्ठ की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में बीएड कालेज के छात्रों, कालेज प्रबंधक और एसएफआई के पदाधिकारियों ने एडीएम के समक्ष अपना पक्ष रखा। सभी पक्षों को सुनने के बाद एडीएम ने मामले पर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार को एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट पेश करने के आदेश जारी किए। उन्हाेंने कहा कि फीस वसूली को लेकर रजिस्ट्रार की ओर से रिपोर्ट मिलने के बाद ही जिला प्रशासन अपना फैसला देगा। बैठक के दौरान बीएड कालेज के संचालकों ने न्यायालय के आदेशों के तहत फीस वसूली की बात कह अपना पक्ष रखा। बीएड छात्रों और एसएफआई पदाधिकारियों ने बार-बार मामला लटकाने पर रोष जताया। जिला प्रशासन से जल्द छात्रों के हित में फैसला लेने की अपील की। बैठक में विश्वविद्यालय की एसएफआई इकाई के परिसर अध्यक्ष पुनीत धांटा भी मौजूद रहे।
एसएफआई के जिला सचिव चंद्रकांत वर्मा ने कहा कि छात्रों से फीस के नाम पर अवैध वसूली को लेकर एक हफ्ते बाद कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया तो एसएफआई राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ेगी। जिला प्रशासन व यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार का घेराव किया जाएगा। पूर्ण शिक्षा बंद का भी आह्वान किया जाएगा।
कालेज प्रबंधन के खिलाफ कोई शिकायत आती है तो जिला प्रशासन रेग्यूलेटरी कमीशन को संस्थान के निरीक्षण के लिए पत्राचार करेगा।
- डा. नरेश कुमार लट्ठ, एडीएम, शिमला
इंटरनल असेस्मेंट में न हो भेदभाव
जिला प्रशासन ने बीएड कालेज प्रबंधन को छात्रों को दिए जाने वाले इंटरनल असेस्मेंट के नंबरों में किसी प्रकार का भेदभाव न करने के निर्देश दिए हैं। भेदभाव की शिकायत होने पर यह जांच का विषय होगा। आंदोलनरत छात्रों ने शंका जताई थी कि परीक्षाओं में कालेज प्रबंधन इंटरनल असेस्मेंट को लेकर भेदभावपूर्ण रवैया अपना सकता है। जिला प्रशासन ने बीएड कालेज प्रबंधन को निर्देश दिए हैं कि छात्रों को किसी प्रकार के शोकाज नोटिस जारी न किए जाएं। दस छात्रों से प्रबंधन ने कालेज में माहौल खराब करने के आरोप में स्पष्टीकरण मांगा था।
शिमला। एसएफआई की ओर से निजी बीएड कालेज में मनमानी फीस वसूली को लेकर उठाए गए मुद्दे पर एडीएम डा. नरेश कुमार लट्ठ की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में बीएड कालेज के छात्रों, कालेज प्रबंधक और एसएफआई के पदाधिकारियों ने एडीएम के समक्ष अपना पक्ष रखा। सभी पक्षों को सुनने के बाद एडीएम ने मामले पर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार को एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट पेश करने के आदेश जारी किए। उन्हाेंने कहा कि फीस वसूली को लेकर रजिस्ट्रार की ओर से रिपोर्ट मिलने के बाद ही जिला प्रशासन अपना फैसला देगा। बैठक के दौरान बीएड कालेज के संचालकों ने न्यायालय के आदेशों के तहत फीस वसूली की बात कह अपना पक्ष रखा। बीएड छात्रों और एसएफआई पदाधिकारियों ने बार-बार मामला लटकाने पर रोष जताया। जिला प्रशासन से जल्द छात्रों के हित में फैसला लेने की अपील की। बैठक में विश्वविद्यालय की एसएफआई इकाई के परिसर अध्यक्ष पुनीत धांटा भी मौजूद रहे।
एसएफआई के जिला सचिव चंद्रकांत वर्मा ने कहा कि छात्रों से फीस के नाम पर अवैध वसूली को लेकर एक हफ्ते बाद कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया तो एसएफआई राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ेगी। जिला प्रशासन व यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार का घेराव किया जाएगा। पूर्ण शिक्षा बंद का भी आह्वान किया जाएगा।
कालेज प्रबंधन के खिलाफ कोई शिकायत आती है तो जिला प्रशासन रेग्यूलेटरी कमीशन को संस्थान के निरीक्षण के लिए पत्राचार करेगा।
- डा. नरेश कुमार लट्ठ, एडीएम, शिमला
इंटरनल असेस्मेंट में न हो भेदभाव
जिला प्रशासन ने बीएड कालेज प्रबंधन को छात्रों को दिए जाने वाले इंटरनल असेस्मेंट के नंबरों में किसी प्रकार का भेदभाव न करने के निर्देश दिए हैं। भेदभाव की शिकायत होने पर यह जांच का विषय होगा। आंदोलनरत छात्रों ने शंका जताई थी कि परीक्षाओं में कालेज प्रबंधन इंटरनल असेस्मेंट को लेकर भेदभावपूर्ण रवैया अपना सकता है। जिला प्रशासन ने बीएड कालेज प्रबंधन को निर्देश दिए हैं कि छात्रों को किसी प्रकार के शोकाज नोटिस जारी न किए जाएं। दस छात्रों से प्रबंधन ने कालेज में माहौल खराब करने के आरोप में स्पष्टीकरण मांगा था।