राजस्थान के जयपुर में तीन सगी बहनों ने ससुरालियों की प्रताड़ना से तंग आकर खुदकुशी की थी। मरने से पहले उन्होंने दो बच्चों को भी कुंए में फेंक दिया था। वहीं तीन बहनों में से एक आठ और दूसरी नौ महीने की गर्भवती थी। उधर, रविवार को इसी कुएं में एक और नवजात का शव मिला है, पुलिस जांच कर रही है कि यह शव कुंए में कहां से आया। उसका कहना है कि पांचों शव शनिवार को ही बाहर निकाल लिए गए थे।
इधर, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आत्महत्या से पहले एक मृतका ने वॉट्सएप पर स्टेट्स भी लाए थे। जिसमें लिखा था- 'हम पांच के मरने का कारण हमारे ससुराल वाले हैं। हम मरना नहीं चाहते पर इनके शोषण से अच्छी मौत है। हमारे मां-पापा की इसमें कोई गलती नहीं थी। हम जा रहे हैं, अब सब खुश रहना। रोज मरने से अच्छा हम सब मिलकर मर रहे हैं। हे, भगवान अगले जन्म में हम बहनों को एक साथ जन्म देना। मेरे परिवार वालों से निवेदन है कि वे हमारी चिंता न करें'।
विवाहिताओं के मायके वालों ने भी ससुराल पक्ष पर बेटियों को प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि सुसराल वालों की प्रताड़ना से तंग होकर ही उनकी बेटियों ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने कहा, दहेज के लिए उन्हें परेशान किया जाता था। आए दिन उनके साथ मारपीट की जाती थी। महिलाओं के भाई ने पति नरसी राम, मुकेश मीणा जगदीश मीणा, सास संतोष, जेठानी मीनू मीणा के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
2005 में तीनों बहनों का हुआ था बाल विवाह
साल 2005 में तीनों बहनों का बाल विवाह हुआ था। जयपुर के दूदू के रहने वाले एक ही परिवार के तीन सगे भाइयों से तीनों बहनों की शादी हुई थी। उस समय तीनों बहने ही नाबालिग थी। शादी के कुछ समय बाद बड़ी बहन कालू देवी ससुराल आ गई थी, लेकिन ममता और कमलेश का सालभर पहले ही गौना हुआ था।
25 मई को एक साथ घर से निकली थीं
तीनों सगी बहनें दूदू के मीणों के मोहल्ले से 25 मई को बाजार जाने की बात कहकर गईं थीं। उनके साथ दो बच्चे भी थे। 25 तारीख को ही सबसे बड़ी बहन कालू देवी का कुआं पूजन का कार्यक्रम था। घर में कई रिश्तेदार की भीड़ थी, लेकिन काफी देर तक वह वापस नहीं आईं। इसके बाद ससुराल वालों ने पुलिस में शिकायत दी। पुलिस ने नरैना रोड पर लगे सीसीटीवी में करीब 1.30 उन्हें देखा गया। पुलिस लगातार उनकी तलाश कर रही थी। शनिवार सुबह सुखी तलाई के पास गोपाल स्याग के कुंए में पांचों के शव मिले।
मरने वालों में एक 20 दिन का बच्चा भी
मरने वाली तीनों बहनों में कालू देवी (27) पत्नी नरसी राम मीणा सबसे बड़ी थी। उसके दो बेटे थे, हर्षित तीन साल का और दूसरा बेटा 20 दिन का था। वह दोनों बच्चों के साथ कुंए में कूद गई थी। इससे छोटी बहन ममता देवी 23 पत्नी जगदीश मीणा और कमलेश देवी 20 पत्नी मुकेश मीणा साल की थी। यह दोनों बहने ही गर्भवती थीं। एक बहन आठ और दूसरी नौ महीने की गर्भवती थी।
दहेज प्रताड़ना केस भी कराया था दर्ज
ममता और कमलेश का एक साल पहले ही गौना हुआ था। बड़ी बहन कालू शादी के कुछ साल बाद ससुराल आ गई थी। 2012 में उसने ससुराल वालों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का केस भी दर्ज कराया था, लेकिन समाज के दबाव में आकर राजीनामा करना पड़ा। बताया यह भी जा रहा है कि दो महीने पहले भी मुकेश ने पत्नी कालू के साथ मारपीट की थी। उस समय वह गर्भवती भी थी। पुलिस की शुरुआती जांच में भी सामने आया है कि तीनों बहनों के पति शराब पीकर उनके साथ अक्सर मारपीट करते थे।
जिस कुंए से पांच शव निकले, उसी में मिली नवजात की लाश
पुलिस ने शनिवार को जिस कुंए से पांच शव निकाले थे उसी में आज रविवार को एक और नवाजत का शव मिला है। पुलिस ने बताया कि कुंए से कल ही पांच शव निकाल लिए गए थे। दो गर्भवती बहनों के शव का पीएम कर उनके बच्चे भी निकाल दिए गए थे। इस कुंए में नवजात का शव कहां से आया इसकी जांच की जा रही है।
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राजस्थान के जयपुर में तीन सगी बहनों ने ससुरालियों की प्रताड़ना से तंग आकर खुदकुशी की थी। मरने से पहले उन्होंने दो बच्चों को भी कुंए में फेंक दिया था। वहीं तीन बहनों में से एक आठ और दूसरी नौ महीने की गर्भवती थी। उधर, रविवार को इसी कुएं में एक और नवजात का शव मिला है, पुलिस जांच कर रही है कि यह शव कुंए में कहां से आया। उसका कहना है कि पांचों शव शनिवार को ही बाहर निकाल लिए गए थे।
इधर, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आत्महत्या से पहले एक मृतका ने वॉट्सएप पर स्टेट्स भी लाए थे। जिसमें लिखा था- 'हम पांच के मरने का कारण हमारे ससुराल वाले हैं। हम मरना नहीं चाहते पर इनके शोषण से अच्छी मौत है। हमारे मां-पापा की इसमें कोई गलती नहीं थी। हम जा रहे हैं, अब सब खुश रहना। रोज मरने से अच्छा हम सब मिलकर मर रहे हैं। हे, भगवान अगले जन्म में हम बहनों को एक साथ जन्म देना। मेरे परिवार वालों से निवेदन है कि वे हमारी चिंता न करें'।
विवाहिताओं के मायके वालों ने भी ससुराल पक्ष पर बेटियों को प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि सुसराल वालों की प्रताड़ना से तंग होकर ही उनकी बेटियों ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने कहा, दहेज के लिए उन्हें परेशान किया जाता था। आए दिन उनके साथ मारपीट की जाती थी। महिलाओं के भाई ने पति नरसी राम, मुकेश मीणा जगदीश मीणा, सास संतोष, जेठानी मीनू मीणा के खिलाफ केस दर्ज कराया है।