जयपुर-आगरा हाईवे पर पिछले पांच दिनों से चल रहा सैनी समाज का आंदोलन गुरुवार को समाप्त हो गया। कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने मौके पर पहुंचकर समाज के लोगों से मांग पत्र लिया। उन्होंने मांग पत्र को सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। जिसके बाद सभी आंदोलनकारी अपने घर को रवाना हो गए।
इसी के साथ जयपुर-आगरा हाईवे पर अरौदा के समीप पांच दिन से लगा चक्का जाम भी हट गया और हाइवे पर फिर से आवागमन शुरू हो गया। सैनी, कुशवाहा, शाक्य, मौर्य और माली समाज के लोग 12 फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए थे। गुरुवार सुबह करीब 10.30 बजे कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह जयपुर-आगरा हाईवे के अरौदा स्थित आंदोलन स्थल पर पहुंचे। इसके बाद उन्होंने यहां समाज के प्रतिनिधियों से वार्ता की और उनका मांग पत्र लिया। मांग पत्र में समाज को 12 फीसदी आरक्षण समेत आंदोलनकारियों पर लगाए गए मुकदमे वापस लेने, सरकार से वार्ता कराने और संघर्ष समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी के बेटे और भतीजी के ट्रांसफर रद्द करने की मांग शामिल हैं।
बता दें कि 12 फीसदी आरक्षण समेत कई मांगों को लेकर सैनी, कुशवाहा, शाक्य मौर्य, सूर्यवंशी समाज के लोगों ने 12 जून से जयपुर-आगरा हाईवे पर अरौदा के पास चक्का जाम कर दिया था। मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने सैनी समाज को बात करने के लिए बुलाया था लेकिन कोई नहीं पहुंचा। कई प्रयासों के बाद राजस्थान सरकार के प्रतिनिधि के रूप में कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह और समाज के प्रतिनिधिमंडल के बीच गुरुवार सुबह आंदोलन स्थल पर वार्ता हुई, जो सफल रही। इसी के साथ सैनी समाज का आंदोलन समाप्त हो गया।
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जयपुर-आगरा हाईवे पर पिछले पांच दिनों से चल रहा सैनी समाज का आंदोलन गुरुवार को समाप्त हो गया। कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने मौके पर पहुंचकर समाज के लोगों से मांग पत्र लिया। उन्होंने मांग पत्र को सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। जिसके बाद सभी आंदोलनकारी अपने घर को रवाना हो गए।
इसी के साथ जयपुर-आगरा हाईवे पर अरौदा के समीप पांच दिन से लगा चक्का जाम भी हट गया और हाइवे पर फिर से आवागमन शुरू हो गया। सैनी, कुशवाहा, शाक्य, मौर्य और माली समाज के लोग 12 फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए थे। गुरुवार सुबह करीब 10.30 बजे कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह जयपुर-आगरा हाईवे के अरौदा स्थित आंदोलन स्थल पर पहुंचे। इसके बाद उन्होंने यहां समाज के प्रतिनिधियों से वार्ता की और उनका मांग पत्र लिया। मांग पत्र में समाज को 12 फीसदी आरक्षण समेत आंदोलनकारियों पर लगाए गए मुकदमे वापस लेने, सरकार से वार्ता कराने और संघर्ष समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी के बेटे और भतीजी के ट्रांसफर रद्द करने की मांग शामिल हैं।
बता दें कि 12 फीसदी आरक्षण समेत कई मांगों को लेकर सैनी, कुशवाहा, शाक्य मौर्य, सूर्यवंशी समाज के लोगों ने 12 जून से जयपुर-आगरा हाईवे पर अरौदा के पास चक्का जाम कर दिया था। मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने सैनी समाज को बात करने के लिए बुलाया था लेकिन कोई नहीं पहुंचा। कई प्रयासों के बाद राजस्थान सरकार के प्रतिनिधि के रूप में कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह और समाज के प्रतिनिधिमंडल के बीच गुरुवार सुबह आंदोलन स्थल पर वार्ता हुई, जो सफल रही। इसी के साथ सैनी समाज का आंदोलन समाप्त हो गया।