जीरकपुर। पटियाला-अंबाला हाईवे पर जाम की समस्या रोज बनी रहती है, लेकिन सप्ताह में दो दिन शनिवार और रविवार को ट्रैफिक जाम की वजह से लोगों का शहर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाता है। चंडीगढ़-अंबाला मार्ग, पटियाला-अंबाला हाइवे, वीआईपी रोड पर जाम की समस्या ज्यादा गंभीर होती है। इस मार्ग से सुबह और शाम आप आसानी से निकल नहीं सकते। इसकी मुख्य वजह है हाईवे किनारे होटल, ढाबे और मैरिज पैलेस का होना। वीकेंड पर मॉल्स में भीड़ ज्यादा होती है। यही वजह है कि पटियाला चौक से पंचकूूला मोड़ के बीच वाहनों की तादाद बढ़ जाती है और इस एरिया में ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ जाती है।
जाम से निपटने की जिम्मेदारी ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की है, लेकिन वे सिर्फ चौराहों पर खड़े रहते हैं। पटियाला से चंडीगढ़ के लिए आने वाले हैवी ट्रैफिक को छत्त लाइट प्वाइंट से 200 फुट रिंग रोड पर डायवर्ट करने से कुछ समस्या हल हो सकती है, लेकिन इस पर काम नहीं किया जा रहा है, क्योंकि फ्लाईओवर के नीचे सड़क काफी कम चौड़ी है। ऊपर से कुछ सौ मीटर की दूरी पर ही पटियाला चौक और पंचकूला मोड़ हैं।
ट्रैफिक सिग्नल बंद करने पर भी लगता है जाम
अंबाला रोड़ पर दो ट्रैफिक सिग्नल हैं, जिनमें एक सिंघपुरा चौक पर और दूसरा मैक डी के पास। यहां की ट्रैफिक लाइटें खराब पड़ी हैं। इस वजह से भी यहां पर वाहन चालक मनमाने तरीके से सड़क को पार करते हैं। इस कारण यहां ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है। हालांकि दिन में ट्रैफिक पुलिस कर्मी ट्रैफिक संभालने के लिए खड़े रहते हैं।
निजी वाहन चालकों को डायवर्ट करना मुश्किल
शहर में बने मॉल्स व होटल्स में वीकेंड के चलते ज्यादा लोग आते हैं। इस वजह से शनिवार व रविवार को पटियाला चौराहे से पंचकूला मोड़ के बीच ट्रैफिक जाम होता है। इस दौरान 20-25 ट्रैफिक पुलिस कर्मी ट्रैफिक संभालने में जुटे रहते हैं। ट्रैफिक पुलिस की मानें तो दिल्ली से चंडीगढ़ को आने वाली हरियाणा रोडवेज की बसें तो वे डायवर्ट कर फ्लाईओवर के ऊपर से भेज देते हैं, लेकिन निजी वाहन चालकों को डायवर्ट करना संभव नहीं है। मैक डी चौराहे पर प्रॉपर ट्रैफिक सिग्नल न होने व 200 फुट रोड से मैक डी चौक पर अंबाला की तरफ रांग साइड आते ट्रैफिक के कारण भी ट्रैफिक मैनेजमेंट में दिक्कत आती है।
जीरकपुर में जाम लगने के कारण
सड़क किनारे दुकानों से बाहर सामान का रखना
सड़क पर गलत पार्किंग
बड़े वाहनों का फ्लाईओवर के नीचे से निकलना
ऑटो और प्राइवेट बस चालकों द्वारा बीच सड़क वाहन रोक सवारियों को बैठाना
ट्रैफिक लाइट प्वाइंटों का बंद होना
सड़क किनारे रेहड़ी फड़ी वालों का खड़ा होना
जीरकपुर के सिंघपुरा और मैक डी चौकी की ट्रैफिक लाइटें सही होने के बाद ट्रैफिक समस्याओं से काफी हद तक राहत मिल जाएगी।
- संजीव कुमार, ट्रैफिक इंचार्ज संजीव कुमार जीरकपुर।
जीरकपुर। पटियाला-अंबाला हाईवे पर जाम की समस्या रोज बनी रहती है, लेकिन सप्ताह में दो दिन शनिवार और रविवार को ट्रैफिक जाम की वजह से लोगों का शहर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाता है। चंडीगढ़-अंबाला मार्ग, पटियाला-अंबाला हाइवे, वीआईपी रोड पर जाम की समस्या ज्यादा गंभीर होती है। इस मार्ग से सुबह और शाम आप आसानी से निकल नहीं सकते। इसकी मुख्य वजह है हाईवे किनारे होटल, ढाबे और मैरिज पैलेस का होना। वीकेंड पर मॉल्स में भीड़ ज्यादा होती है। यही वजह है कि पटियाला चौक से पंचकूूला मोड़ के बीच वाहनों की तादाद बढ़ जाती है और इस एरिया में ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ जाती है।
जाम से निपटने की जिम्मेदारी ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की है, लेकिन वे सिर्फ चौराहों पर खड़े रहते हैं। पटियाला से चंडीगढ़ के लिए आने वाले हैवी ट्रैफिक को छत्त लाइट प्वाइंट से 200 फुट रिंग रोड पर डायवर्ट करने से कुछ समस्या हल हो सकती है, लेकिन इस पर काम नहीं किया जा रहा है, क्योंकि फ्लाईओवर के नीचे सड़क काफी कम चौड़ी है। ऊपर से कुछ सौ मीटर की दूरी पर ही पटियाला चौक और पंचकूला मोड़ हैं।
ट्रैफिक सिग्नल बंद करने पर भी लगता है जाम
अंबाला रोड़ पर दो ट्रैफिक सिग्नल हैं, जिनमें एक सिंघपुरा चौक पर और दूसरा मैक डी के पास। यहां की ट्रैफिक लाइटें खराब पड़ी हैं। इस वजह से भी यहां पर वाहन चालक मनमाने तरीके से सड़क को पार करते हैं। इस कारण यहां ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है। हालांकि दिन में ट्रैफिक पुलिस कर्मी ट्रैफिक संभालने के लिए खड़े रहते हैं।
निजी वाहन चालकों को डायवर्ट करना मुश्किल
शहर में बने मॉल्स व होटल्स में वीकेंड के चलते ज्यादा लोग आते हैं। इस वजह से शनिवार व रविवार को पटियाला चौराहे से पंचकूला मोड़ के बीच ट्रैफिक जाम होता है। इस दौरान 20-25 ट्रैफिक पुलिस कर्मी ट्रैफिक संभालने में जुटे रहते हैं। ट्रैफिक पुलिस की मानें तो दिल्ली से चंडीगढ़ को आने वाली हरियाणा रोडवेज की बसें तो वे डायवर्ट कर फ्लाईओवर के ऊपर से भेज देते हैं, लेकिन निजी वाहन चालकों को डायवर्ट करना संभव नहीं है। मैक डी चौराहे पर प्रॉपर ट्रैफिक सिग्नल न होने व 200 फुट रोड से मैक डी चौक पर अंबाला की तरफ रांग साइड आते ट्रैफिक के कारण भी ट्रैफिक मैनेजमेंट में दिक्कत आती है।
जीरकपुर में जाम लगने के कारण
सड़क किनारे दुकानों से बाहर सामान का रखना
सड़क पर गलत पार्किंग
बड़े वाहनों का फ्लाईओवर के नीचे से निकलना
ऑटो और प्राइवेट बस चालकों द्वारा बीच सड़क वाहन रोक सवारियों को बैठाना
ट्रैफिक लाइट प्वाइंटों का बंद होना
सड़क किनारे रेहड़ी फड़ी वालों का खड़ा होना
जीरकपुर के सिंघपुरा और मैक डी चौकी की ट्रैफिक लाइटें सही होने के बाद ट्रैफिक समस्याओं से काफी हद तक राहत मिल जाएगी।
- संजीव कुमार, ट्रैफिक इंचार्ज संजीव कुमार जीरकपुर।