मोहाली। गांव बुआखेड़ी, फतेहगढ़ साहिब निवासी सौदागर सिंह पुत्र नरिंदर सिंह (28) की दूसरे गुट के साथ ढाई साल से रंजिश चल रही थी। जिसका खूनी अंत मंगलवार को कोर्ट कॉम्प्लेक्स के बाहर हुआ।
मृतक सौदागर सिंह पंजाब स्टाइल कबड्डी का अच्छा खिलाड़ी था। जाफी के तौर पर वह कुंभड़ा अकादमी से खेलता था और कई बार नेशनल भी खेला। उस दौरान वह कुंभड़ा में ही फ्लैट लेकर रहता था। जानकारों के मुताबिक करीब ढाई साल पहले लांडरां के दो गुटों के बीच झगड़ हुआ। जिसमें सौदागर एक गुट की हिमायत में पहुंच गया और वहीं से रंजिश उसकी हो गई। सौदागर व उसके साथियों ने ढाई साल पहले दूसरे गुट पर जानलेवा हमला किया, जिसका परचा थाना खरड़ में दर्ज है और सुनवाई कोर्ट में चल रही है। उसके बाद पिछले साल दूसरे गुट को मौका मिल गया। पिछले साल 6-7 अक्तूबर की रात तीन बजे सौदागर किसी मरीज को देखने इंडस अस्पताल फेज 3बी2 आया था। वह बाहर अपनी काली लांसर में बैठा था, तभी उस पर फायरिंग की गई। सौदागर के जांघ और टांग में गोली लगी। उसके साथी कुलवंत को तेजधार हथियारों से जख्मी किया गया। इस मामले में मटौर पुलिस ने हरिंदरपाल गोल्डी सोहाना, डफला, सिम्मा, जैजी और वरिंदर के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया था। जानकारों के मुताबिक टांग और जांघ में गोली लगने के बाद से सौदागर ठीक ढंग से चल नहीं पाता था। वह रॉड के सहारे चलता था। इसी वजह से मंगलवार को हुए हमले में वह भाग नहीं सका।