मोहाली। एक्साइज एवं टैक्सेशन विभाग की कार्यशैली में निखार लाने के लिए बड़े स्तर पर तब्दीलियां लाई जाएंगी। यह पंजाब का पहला विभाग होगा, जिसका सारा कामकाज डेढ़ साल के अंदर ऑनलाइन हो जाएगा। जिससे काम के लिए आने वाले लोगों को दफ्तर के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। यह जानकारी डिप्टी सीएम सुखबीर बादल ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी। वह सेक्टर-69 में एक्साइज एवं टैक्सेशन भवन का नींव पत्थर रखने आए थे। एक एकड़ में 25 करोड़ की लागत से यह भवन डेढ़ साल में तैयार होगा।
डिप्टी सीएम ने कहा कि अन्य विभागों के कामकाज में तेजी लाने और लोगों को दफ्तरों में परेशानी से बचाने के लिए सभी विभागों का तीन सालों में कंप्यूटराइजेशन किया जाएगा। पंजाब सेक्रेटिरिएट की ब्रांचों को ई-फाइल प्रोजेक्ट के तहत कंप्यूटराइज किया जाएगा। जिलों के दफ्तरों का भी कंप्यूटराइजेशन किया जाएगा और ई-डिस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट के तहत उन्हें डब्ल्यू-लैन से जोड़ा जाएगा।
उन्होंने कहा कि एक्साइज टैक्सेशन भवन में पांच मंजिला एसी इमारत बनाई जाएगी। यहां हाईटेक साजो-सामान मुहैया कराया जाएगा और वर्क स्टेशन भी होगा। यहां एक्साइज टैक्सेशन कमिश्नर, असिस्टेंट कमिश्नर लीगल, एईटीसी मोहाली एवं मोबाइल विंग चंडीगढ़ तथा टेक्निलक सर्विस एजेंसी के दफ्तर होंगे। सारे दफ्तर एक छत के नीचे आने से लोगों को काफी सहूलियत हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि यह अहम विभाग है, इसका रेवेन्यू पांच सालों में पांच हजार करोड़ से बढ़ा कर 15 हजार करोड़ किया जाएगा। मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह फैसला एनडीए ने लेना है, जिसकी बैठक जल्द होने वाली है। इस मौके पर सीपीएस एनके शर्मा, बलवंत सिंह रामूवालिया, हरभजन मान, किरनबीर सिंह कंग एवं कमिश्नर ए वेणुप्रसाद भी मौजूद थे।
मोहाली। एक्साइज एवं टैक्सेशन विभाग की कार्यशैली में निखार लाने के लिए बड़े स्तर पर तब्दीलियां लाई जाएंगी। यह पंजाब का पहला विभाग होगा, जिसका सारा कामकाज डेढ़ साल के अंदर ऑनलाइन हो जाएगा। जिससे काम के लिए आने वाले लोगों को दफ्तर के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। यह जानकारी डिप्टी सीएम सुखबीर बादल ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी। वह सेक्टर-69 में एक्साइज एवं टैक्सेशन भवन का नींव पत्थर रखने आए थे। एक एकड़ में 25 करोड़ की लागत से यह भवन डेढ़ साल में तैयार होगा।
डिप्टी सीएम ने कहा कि अन्य विभागों के कामकाज में तेजी लाने और लोगों को दफ्तरों में परेशानी से बचाने के लिए सभी विभागों का तीन सालों में कंप्यूटराइजेशन किया जाएगा। पंजाब सेक्रेटिरिएट की ब्रांचों को ई-फाइल प्रोजेक्ट के तहत कंप्यूटराइज किया जाएगा। जिलों के दफ्तरों का भी कंप्यूटराइजेशन किया जाएगा और ई-डिस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट के तहत उन्हें डब्ल्यू-लैन से जोड़ा जाएगा।
उन्होंने कहा कि एक्साइज टैक्सेशन भवन में पांच मंजिला एसी इमारत बनाई जाएगी। यहां हाईटेक साजो-सामान मुहैया कराया जाएगा और वर्क स्टेशन भी होगा। यहां एक्साइज टैक्सेशन कमिश्नर, असिस्टेंट कमिश्नर लीगल, एईटीसी मोहाली एवं मोबाइल विंग चंडीगढ़ तथा टेक्निलक सर्विस एजेंसी के दफ्तर होंगे। सारे दफ्तर एक छत के नीचे आने से लोगों को काफी सहूलियत हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि यह अहम विभाग है, इसका रेवेन्यू पांच सालों में पांच हजार करोड़ से बढ़ा कर 15 हजार करोड़ किया जाएगा। मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह फैसला एनडीए ने लेना है, जिसकी बैठक जल्द होने वाली है। इस मौके पर सीपीएस एनके शर्मा, बलवंत सिंह रामूवालिया, हरभजन मान, किरनबीर सिंह कंग एवं कमिश्नर ए वेणुप्रसाद भी मौजूद थे।