मोहाली। सेक्टर तीस चंडीगढ़ निवासी रितु शर्मा अपना बैंक लॉकर देख कर जबरदस्त सदमे में आ गईं। जब उन्होंने देखा कि उनके लॉकर से किसी ने करीब 25 लाख के गहने निकाल लिए हैं। उन्होंने इलाहाबाद बैंक फेज नौ के अधिकारियों से सवाल किया तो उन्होंने माना कि स्टाफ की गलती से कजहेड़ी निवासी परिवार उनके लॉकर का सामान ले गया। जिसके बाद पीड़ित पक्ष ने थाना फेज आठ पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाकर पूछताछ की। देर शाम कजहेड़ी निवासी व्यक्ति ने गहने ले जाने की बात स्वीकार कर ली। जिसके बाद उन्होंने 70 प्रतिशत गहने लौटा दिए। उधर, डीएसपी सिटी-2 डीएस मान ने कहा कि दोनों पक्ष आपसी बातचीत से मामला हल कर रहे हैं। बात नहीं बनी तो पुलिस कार्रवाई करेगी।
रितु के पति गोपाल भूषण ने बताया कि वह दस साल से बैंक के ग्राहक हैं। उन्होंने 2003 में लॉकर लिया था। उसके बाद से उन्होंने कभी लॉकर चेक नहीं किया। पिछले हफ्ते उन्हें बैंक से फोन आया कि अपना लॉकर चेक करें। जब उन्होंने लॉकर खोलने की कोशिश की तो वह उनकी चाभी से नहीं खुला। उन्होंने बैंक अधिकारियों से शिकायत की। जिनकी पड़ताल के बाद पता चला कि मई-2011 में उनका लॉकर कजहेड़ी के एक परिवार ने खोल कर उसमें से सामान निकाल लिया है। कई दिनों तक बैंक के चक्कर काटने के बाद भी जब कुछ नहीं हुआ तो शुक्रवार को उन्होंने पुलिस को शिकायत दी।
जानकारी के मुताबिक बैंक का लॉकर नंबर 59(1) श्रीमती राजरानी के नाम पर था। उनकी मौत के बाद उनकी बहू मधु पत्नी अरुण कुमार निवासी कजहेड़ी ने सास का डेथ सर्टिफिकेट देकर लॉकर खोलने की अर्जी दी। लॉकर की चाभी पहले ही खो चुकी थी। सारी कागजी कार्रवाई के बाद मई-11 में बैंक अधिकारियों ने गोदरेज कंपनी के स्टाफ से उनका लॉकर खुलवा दिया। लेकिन 59(1) की जगह गलती से लॉकर नंबर 59(2) खुलवा दिया गया। जोकि भारत भूषण निवासी सेक्टर तीस का था। बैंक के सीनियर मैनेजर एचआर गुप्ता ने माना कि स्टाफ की गलती से यह हादसा हुआ। उन्होंने कहा कि वह यहां नए हैं, उस दिन पुराने अन्य लोग भी बैंक में नहीं थे। आलमारियां जिस क्रम से लगी होती हैं, उसमें नहीं थी। जिसके चलते गलत लॉकर खुल गया। जिस परिवार ने सामान निकलवाया है, उससे संपर्क कर लिया गया है। जल्द ही पीड़ित परिवार को उनका सामान दिलवाया जाएगा।
मोहाली। सेक्टर तीस चंडीगढ़ निवासी रितु शर्मा अपना बैंक लॉकर देख कर जबरदस्त सदमे में आ गईं। जब उन्होंने देखा कि उनके लॉकर से किसी ने करीब 25 लाख के गहने निकाल लिए हैं। उन्होंने इलाहाबाद बैंक फेज नौ के अधिकारियों से सवाल किया तो उन्होंने माना कि स्टाफ की गलती से कजहेड़ी निवासी परिवार उनके लॉकर का सामान ले गया। जिसके बाद पीड़ित पक्ष ने थाना फेज आठ पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाकर पूछताछ की। देर शाम कजहेड़ी निवासी व्यक्ति ने गहने ले जाने की बात स्वीकार कर ली। जिसके बाद उन्होंने 70 प्रतिशत गहने लौटा दिए। उधर, डीएसपी सिटी-2 डीएस मान ने कहा कि दोनों पक्ष आपसी बातचीत से मामला हल कर रहे हैं। बात नहीं बनी तो पुलिस कार्रवाई करेगी।
रितु के पति गोपाल भूषण ने बताया कि वह दस साल से बैंक के ग्राहक हैं। उन्होंने 2003 में लॉकर लिया था। उसके बाद से उन्होंने कभी लॉकर चेक नहीं किया। पिछले हफ्ते उन्हें बैंक से फोन आया कि अपना लॉकर चेक करें। जब उन्होंने लॉकर खोलने की कोशिश की तो वह उनकी चाभी से नहीं खुला। उन्होंने बैंक अधिकारियों से शिकायत की। जिनकी पड़ताल के बाद पता चला कि मई-2011 में उनका लॉकर कजहेड़ी के एक परिवार ने खोल कर उसमें से सामान निकाल लिया है। कई दिनों तक बैंक के चक्कर काटने के बाद भी जब कुछ नहीं हुआ तो शुक्रवार को उन्होंने पुलिस को शिकायत दी।
जानकारी के मुताबिक बैंक का लॉकर नंबर 59(1) श्रीमती राजरानी के नाम पर था। उनकी मौत के बाद उनकी बहू मधु पत्नी अरुण कुमार निवासी कजहेड़ी ने सास का डेथ सर्टिफिकेट देकर लॉकर खोलने की अर्जी दी। लॉकर की चाभी पहले ही खो चुकी थी। सारी कागजी कार्रवाई के बाद मई-11 में बैंक अधिकारियों ने गोदरेज कंपनी के स्टाफ से उनका लॉकर खुलवा दिया। लेकिन 59(1) की जगह गलती से लॉकर नंबर 59(2) खुलवा दिया गया। जोकि भारत भूषण निवासी सेक्टर तीस का था। बैंक के सीनियर मैनेजर एचआर गुप्ता ने माना कि स्टाफ की गलती से यह हादसा हुआ। उन्होंने कहा कि वह यहां नए हैं, उस दिन पुराने अन्य लोग भी बैंक में नहीं थे। आलमारियां जिस क्रम से लगी होती हैं, उसमें नहीं थी। जिसके चलते गलत लॉकर खुल गया। जिस परिवार ने सामान निकलवाया है, उससे संपर्क कर लिया गया है। जल्द ही पीड़ित परिवार को उनका सामान दिलवाया जाएगा।