मोहाली। आखिर लंबे समय से नौकरी के लिए लड़ाई लड़ रहे 58 नेत्रहीन टीचरों की मेहनत वीरवार को रंग लाई। शिक्षामंत्री सिकंदर सिंह मलूका ने जैसे ही उन्हें नियुक्ति पत्र दिए, खुशी के सबके चेहरे खिल उठे। नियुक्ति पत्र देने के लिए फेज-3बी 1 के सरकारी मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में समारोह आयोजित किया गया था। इस दौरान सभी शिक्षक अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ पहुंचे थे।
इन शिक्षकों में 44 मास्टर कैडर टीचर हैं, जबकि 14 सीएंडवी टीचर शामिल हैं, जो बच्चों को इंगलिश, म्यूजिक और सोशल साइंस पढ़ाएंगे। ये शिक्षक तीन साल के लिए कांट्रेक्ट पर रखे गए हैं। इसके बाद उन्हें रेगुलर किया जाएगा। नियुक्ति पत्र हासिल करने वाली टीचर एस जैन ने बताया कि वह अमृतसर की निवासी हैं और लगातार जॉब के लिए संघर्ष कर रही थीं। नौकरी हासिल कर अब ऐसा लग रहा है, जैसे सपना सच हो गया हो। इसी तरह लाल सिंह ठाकुर ने बताया कि वह 100 फीसदी दृष्टिहीन हैं। उन्होंने पीयू चंडीगढ़ से एमए, बीएड किया है और इंगलिश उनका पंसदीदा विषय है। चैलेंज जितना कठिन हो, उसे हासिल में उन्हें उतना ही मजा आता है।
शिक्षक भर्ती बोर्ड का गठन जल्द
शिक्षामंत्री सिकंदर सिंह मलूका ने बताया कि टीचरों की भरती में किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव न हो। इसके लिए जल्दी ही शिक्षक भर्ती बोर्ड का गठन किया जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। भविष्य में भी शिक्षकों की भरती की जाएगी। इसके लिए प्लानिंग शुरू हो चुकी है।
शिक्षा भवन की जमीन नहीं आई कब्जे में
शिक्षा मंत्री ने बताया कि मोहाली जिले के स्कूल में चल रहे डीईओ आफिस शिक्षा भवन में ही बनाए जाएंगे। जब तक शिक्षा भवन नहीं बनता है। तब तक ये स्कूलों में ही चलेंगे। शिक्षा भवन के लिए नौ करोड़ की लागत से जगह खरीदी गई है। जमीन की कुल कीमत के तीन करोड़ ही अभी तक संबंधित विभाग को दिए गए हैं। बकाया छह करोड़ भरने के बाद जमीन का कब्जा उनके पास आएगा। इसके बाद शिक्षा भवन का निर्माण कार्य शुरू होगा।
मोहाली। आखिर लंबे समय से नौकरी के लिए लड़ाई लड़ रहे 58 नेत्रहीन टीचरों की मेहनत वीरवार को रंग लाई। शिक्षामंत्री सिकंदर सिंह मलूका ने जैसे ही उन्हें नियुक्ति पत्र दिए, खुशी के सबके चेहरे खिल उठे। नियुक्ति पत्र देने के लिए फेज-3बी 1 के सरकारी मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में समारोह आयोजित किया गया था। इस दौरान सभी शिक्षक अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ पहुंचे थे।
इन शिक्षकों में 44 मास्टर कैडर टीचर हैं, जबकि 14 सीएंडवी टीचर शामिल हैं, जो बच्चों को इंगलिश, म्यूजिक और सोशल साइंस पढ़ाएंगे। ये शिक्षक तीन साल के लिए कांट्रेक्ट पर रखे गए हैं। इसके बाद उन्हें रेगुलर किया जाएगा। नियुक्ति पत्र हासिल करने वाली टीचर एस जैन ने बताया कि वह अमृतसर की निवासी हैं और लगातार जॉब के लिए संघर्ष कर रही थीं। नौकरी हासिल कर अब ऐसा लग रहा है, जैसे सपना सच हो गया हो। इसी तरह लाल सिंह ठाकुर ने बताया कि वह 100 फीसदी दृष्टिहीन हैं। उन्होंने पीयू चंडीगढ़ से एमए, बीएड किया है और इंगलिश उनका पंसदीदा विषय है। चैलेंज जितना कठिन हो, उसे हासिल में उन्हें उतना ही मजा आता है।
शिक्षक भर्ती बोर्ड का गठन जल्द
शिक्षामंत्री सिकंदर सिंह मलूका ने बताया कि टीचरों की भरती में किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव न हो। इसके लिए जल्दी ही शिक्षक भर्ती बोर्ड का गठन किया जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। भविष्य में भी शिक्षकों की भरती की जाएगी। इसके लिए प्लानिंग शुरू हो चुकी है।
शिक्षा भवन की जमीन नहीं आई कब्जे में
शिक्षा मंत्री ने बताया कि मोहाली जिले के स्कूल में चल रहे डीईओ आफिस शिक्षा भवन में ही बनाए जाएंगे। जब तक शिक्षा भवन नहीं बनता है। तब तक ये स्कूलों में ही चलेंगे। शिक्षा भवन के लिए नौ करोड़ की लागत से जगह खरीदी गई है। जमीन की कुल कीमत के तीन करोड़ ही अभी तक संबंधित विभाग को दिए गए हैं। बकाया छह करोड़ भरने के बाद जमीन का कब्जा उनके पास आएगा। इसके बाद शिक्षा भवन का निर्माण कार्य शुरू होगा।