खरड़। पंजाब पुलिस का फर्जी एएसआई बनकर एक व्यक्ति ने अपने साथी के साथ मिलकर कई युवकों से पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट और पंजाब पुलिस में भर्ती करवाने का झांसा देकर लाखों रुपये ऐंठ लिए और फरार हो गए। एसएसपी मोहाली के आदेश पर खरड़ पुलिस ने फर्जी पुलिसकर्मी गांव मजात निवासी मंदीप सिंह उर्फ बिट्टू और उसके साथी रायकोट (लुधियाना) निवासी हरप्रीत सिंह उर्फ प्रीत के खिलाफ धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी का मामला दर्ज कर दोनों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत के अनुसार आरोपियों ने पैसे ऐंठने के बाद युवकों को भर्ती के जाली नियुक्ति पत्र भी जारी करवा दिए। और तो और ट्रेनिंग के लिए जिला होशियारपुर स्थित पंजाब पुलिस के जहानखेलां ट्रेनिंग सेंटर के लिए भी जाली पत्र जारी करवाए और कई बार युवकों को वहां लेकर भी गया, लेकिन बाद में टालमटोल कर वापस ले आया।
दलित चेतना मंच पंजाब के प्रधान शमशेर सिंह पुरखालवी के बयान के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की। पुरखालवी की शिकायत के अनुसार मार्च-अप्रैल 2010 में दोनों आरोपियों ने जिला मोहाली में पंजाब पुलिस की भर्ती के दौरान कई युवकों को झांसा दिया। इनमें शामिल गांव गीगे माजरा निवासी संदीप सिंह, गांव सैदपुर निवासी जसवीर सिंह, कुराली निवासी गोल्डी, गांव मंजौली राजपुरा निवासी जसबीर सिंह, गांव बंदोशी खुर्द (फतेहगढ़ साहिब) निवासी करमजीत सिंह, पंचम सोसाइटी मोहाली निवासी दिलबाग सिंह, नलिनी खुर्द (फतेहगढ़ साहिब) निवासी कुलबीर सिंह, सरहिंद निवासी बंटी, कालेवाल खमाणो निवासी गगनदीप सिंह समेत कुछ अन्य युवकों ने दलित चेतना मंच पंजाब को इस साल फरवरी में लिखित शिकायत देकर मदद की गुहार लगाई। इसके बाद मंच के प्रधान शमशेर सिंह पुरखालवी ने डीजीपी पंजाब, डीसी मोहाली और एसएसपी मोहाली को शिकायत भेज कर आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की।
ऐसे रचा गया षड्यंत्र
पुलिस में दी गई शिकायत के अनुसार गांव मजात निवासी मंदीप सिंह बिट्टू 2009 में गांव में पंजाब पुलिस के हवलदार की वर्दी पहन पहुंचा। दो महीने बाद ही वह एएसआई की वर्दी पहन कर घूमने लगा और उसने लोगों को कहा कि पहुंच के चलते उसकी प्रमोशन हो गई है। लोगों से पैसे ऐंठने के लिए उसने कहा कि जिला मोहाली में चल रही पंजाब पुलिस की भर्ती में वह युवाओं का सिलेक्शन करवा सकता है। लोग उसके झांसे में आ गए। ठगी का शिकार हुए गांव बंदोशी खुर्द निवासी व बारहवीं पास करमजीत सिंह ने बताया कि आरोपियों ने उससे तीन लाख रुपये मांगे थे, लेकिन बाद में सौदा 80 हजार में तय हुआ। इसी तरह गांव गीगे माजरा के मैट्रिक पास संदीप सिंह ने बताया कि आरोपी ने अपने आप को पंजाब पुलिस का एएसआई बताकर उसे हाईकोर्ट या पंजाब पुलिस में भर्ती करवाने के लिए 80 हजार रुपये मांगे। पैसे लेने के बाद आरोपी ने उसे पंजाब पुलिस का नियुक्ति पत्र भी दिया, जो बाद में जाली निकला।
वर्दियां सिलवाने के नाम पर भी लिए पैसे
पुलिस में दी गई शिकायत के अनुसार मोहाली फेज-11 स्थित एक टेलर की रसीद दिलाकर युवकों से कहा गया कि वहां पर पंजाब पुलिस की वर्दियां बनती हैं। वर्दी सिलवाने के लिए रुपये लिए गए और रसीदें भी दी, लेकिन ड्रेस नहीं मिली। जांच में पता चला है कि जिस टेलर की रसीद दी गई वह पंजाब पुलिस की वर्दियां बनाता था। ऐसे में उसकी भूमिका भी संदेह के दायरे में है। पुरखालवी ने आरोप लगाया कि इस फर्जीवाड़े में पंजाब पुलिस के उच्च अधिकारी भी शामिल हैं।
इस मामले में एसएसपी ने ईओ विंग से जांच करवाई तो कई मामले में सामने आए। इसकी रिपोर्ट एसपी सिटी को भी दी गई। थाना प्रभारी योगीराज के अनुसार अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई। जांच की जा रही है और इस मामले में अन्य आरोपी भी सामने आ सकते हैं।
खरड़। पंजाब पुलिस का फर्जी एएसआई बनकर एक व्यक्ति ने अपने साथी के साथ मिलकर कई युवकों से पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट और पंजाब पुलिस में भर्ती करवाने का झांसा देकर लाखों रुपये ऐंठ लिए और फरार हो गए। एसएसपी मोहाली के आदेश पर खरड़ पुलिस ने फर्जी पुलिसकर्मी गांव मजात निवासी मंदीप सिंह उर्फ बिट्टू और उसके साथी रायकोट (लुधियाना) निवासी हरप्रीत सिंह उर्फ प्रीत के खिलाफ धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी का मामला दर्ज कर दोनों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत के अनुसार आरोपियों ने पैसे ऐंठने के बाद युवकों को भर्ती के जाली नियुक्ति पत्र भी जारी करवा दिए। और तो और ट्रेनिंग के लिए जिला होशियारपुर स्थित पंजाब पुलिस के जहानखेलां ट्रेनिंग सेंटर के लिए भी जाली पत्र जारी करवाए और कई बार युवकों को वहां लेकर भी गया, लेकिन बाद में टालमटोल कर वापस ले आया।
दलित चेतना मंच पंजाब के प्रधान शमशेर सिंह पुरखालवी के बयान के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की। पुरखालवी की शिकायत के अनुसार मार्च-अप्रैल 2010 में दोनों आरोपियों ने जिला मोहाली में पंजाब पुलिस की भर्ती के दौरान कई युवकों को झांसा दिया। इनमें शामिल गांव गीगे माजरा निवासी संदीप सिंह, गांव सैदपुर निवासी जसवीर सिंह, कुराली निवासी गोल्डी, गांव मंजौली राजपुरा निवासी जसबीर सिंह, गांव बंदोशी खुर्द (फतेहगढ़ साहिब) निवासी करमजीत सिंह, पंचम सोसाइटी मोहाली निवासी दिलबाग सिंह, नलिनी खुर्द (फतेहगढ़ साहिब) निवासी कुलबीर सिंह, सरहिंद निवासी बंटी, कालेवाल खमाणो निवासी गगनदीप सिंह समेत कुछ अन्य युवकों ने दलित चेतना मंच पंजाब को इस साल फरवरी में लिखित शिकायत देकर मदद की गुहार लगाई। इसके बाद मंच के प्रधान शमशेर सिंह पुरखालवी ने डीजीपी पंजाब, डीसी मोहाली और एसएसपी मोहाली को शिकायत भेज कर आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की।
ऐसे रचा गया षड्यंत्र
पुलिस में दी गई शिकायत के अनुसार गांव मजात निवासी मंदीप सिंह बिट्टू 2009 में गांव में पंजाब पुलिस के हवलदार की वर्दी पहन पहुंचा। दो महीने बाद ही वह एएसआई की वर्दी पहन कर घूमने लगा और उसने लोगों को कहा कि पहुंच के चलते उसकी प्रमोशन हो गई है। लोगों से पैसे ऐंठने के लिए उसने कहा कि जिला मोहाली में चल रही पंजाब पुलिस की भर्ती में वह युवाओं का सिलेक्शन करवा सकता है। लोग उसके झांसे में आ गए। ठगी का शिकार हुए गांव बंदोशी खुर्द निवासी व बारहवीं पास करमजीत सिंह ने बताया कि आरोपियों ने उससे तीन लाख रुपये मांगे थे, लेकिन बाद में सौदा 80 हजार में तय हुआ। इसी तरह गांव गीगे माजरा के मैट्रिक पास संदीप सिंह ने बताया कि आरोपी ने अपने आप को पंजाब पुलिस का एएसआई बताकर उसे हाईकोर्ट या पंजाब पुलिस में भर्ती करवाने के लिए 80 हजार रुपये मांगे। पैसे लेने के बाद आरोपी ने उसे पंजाब पुलिस का नियुक्ति पत्र भी दिया, जो बाद में जाली निकला।
वर्दियां सिलवाने के नाम पर भी लिए पैसे
पुलिस में दी गई शिकायत के अनुसार मोहाली फेज-11 स्थित एक टेलर की रसीद दिलाकर युवकों से कहा गया कि वहां पर पंजाब पुलिस की वर्दियां बनती हैं। वर्दी सिलवाने के लिए रुपये लिए गए और रसीदें भी दी, लेकिन ड्रेस नहीं मिली। जांच में पता चला है कि जिस टेलर की रसीद दी गई वह पंजाब पुलिस की वर्दियां बनाता था। ऐसे में उसकी भूमिका भी संदेह के दायरे में है। पुरखालवी ने आरोप लगाया कि इस फर्जीवाड़े में पंजाब पुलिस के उच्च अधिकारी भी शामिल हैं।
इस मामले में एसएसपी ने ईओ विंग से जांच करवाई तो कई मामले में सामने आए। इसकी रिपोर्ट एसपी सिटी को भी दी गई। थाना प्रभारी योगीराज के अनुसार अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई। जांच की जा रही है और इस मामले में अन्य आरोपी भी सामने आ सकते हैं।