मोहाली। सीबीएसई-बारहवीं के कॉमर्स स्ट्रीम में पूरे शहर में टॉप करने वाली कोमल कौर सिद्धू ने बिना कोई ट्यूशन लिए की यह सफलता हासिल की। फेज-8 स्थित लॉरेंस पब्लिक स्कूल की कोमल सिद्धू ने कामर्स स्ट्रीम में 94.8 प्रतिशत हासिल कर स्कूल के साथ-साथ पेरेंट्स का भी नाम रोशन किया है।
अपनी इस सफलता से कोमल ने यह भी सिद्ध कर दिखाया की आज के युग में लड़कियां भी लड़कों के कम नहीं। कोमल ने बताया कि उसने आज तक कभी लगातार बैठकर घंटाें पढ़ाई नहीं की। लेकिन जब भी कोई विषय या टॉपिक किया तो उसे पूरी मेहनत और लगन से किया। कोमल ने बताया कि वह पढ़ाई के साथ-साथ स्कूल व अन्य जगहों पर आयोजित विभिन्न गतिविधियों में भी हिस्सा लेती रही है। इसके अलावा वह अपने स्कूल की बास्केटबॉल टीम की कप्तान भी रह चुकी है। कोमल का सपना बड़ी होकर एक प्रसिद्ध व्यापारी बनना है। कोमल के पिता कैप्टन एमएस सिद्धू एक्स सर्विसमैन हैं और माता अमृत कौर सिद्धू गृहणी हैं। कोमल अपना रोल मॉडल खुद ही अपने आप को मानती है। वह अपनी इस सारी सफलता का श्रेय अपने पेरेंट्स को देती है।
मोहाली। सीबीएसई-बारहवीं के कॉमर्स स्ट्रीम में पूरे शहर में टॉप करने वाली कोमल कौर सिद्धू ने बिना कोई ट्यूशन लिए की यह सफलता हासिल की। फेज-8 स्थित लॉरेंस पब्लिक स्कूल की कोमल सिद्धू ने कामर्स स्ट्रीम में 94.8 प्रतिशत हासिल कर स्कूल के साथ-साथ पेरेंट्स का भी नाम रोशन किया है।
अपनी इस सफलता से कोमल ने यह भी सिद्ध कर दिखाया की आज के युग में लड़कियां भी लड़कों के कम नहीं। कोमल ने बताया कि उसने आज तक कभी लगातार बैठकर घंटाें पढ़ाई नहीं की। लेकिन जब भी कोई विषय या टॉपिक किया तो उसे पूरी मेहनत और लगन से किया। कोमल ने बताया कि वह पढ़ाई के साथ-साथ स्कूल व अन्य जगहों पर आयोजित विभिन्न गतिविधियों में भी हिस्सा लेती रही है। इसके अलावा वह अपने स्कूल की बास्केटबॉल टीम की कप्तान भी रह चुकी है। कोमल का सपना बड़ी होकर एक प्रसिद्ध व्यापारी बनना है। कोमल के पिता कैप्टन एमएस सिद्धू एक्स सर्विसमैन हैं और माता अमृत कौर सिद्धू गृहणी हैं। कोमल अपना रोल मॉडल खुद ही अपने आप को मानती है। वह अपनी इस सारी सफलता का श्रेय अपने पेरेंट्स को देती है।