अब पंजाब को पर्यटन के क्षेत्र में बनाया जाएगा नंबर वन
- इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस में आयोजित समागम में कैबिनेट मंत्री सिद्धू बोले
अमर उजाला ब्यूरो
मोहाली।
सेक्टर-81 स्थित इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस में मंगलवार को इंडियन हैरिटेज एसोसिएशन में एक समागम करवाया गया। समागम का उद्घाटन पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर और राज्य के पर्यटन एवं सांस्कृतिक मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने किया। इस मौके पर गवर्नर ने पंजाब सरकार के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि आज जरूरत है कि सरकार ऐसे विलक्षण कदम उठाए , जिससे पंजाब के विरासती पर्यटन को बड़ा प्रोत्साहन मिल सके। बदनौर ने पंजाब के पर्यटन मंत्री सिद्धू के जुनून और सूझबूझ की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने पंजाब के विरासती पर्यटन को प्रोत्साहन देने के लिए यह पूरी व्यापक योजना बनाई है। इस मौके पर नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब ने प्रत्येक क्षेत्र में देश का नेतृत्व किया है। अब समय आ गया है कि पर्यटन क्षेत्र में भी पंजाब देश का अग्रणीय राज्य बने। इस दिशा में पंजाब सरकार हर संभव प्रयत्न करेगी कि यहां की अमीर विरासत, संस्कृति, धार्मिक और ऐतिहासिक स्थानों को सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनाया जाए। उन्होंने कहा कि पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर के विशेष सहयोग और मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का नेतृत्व और दिशा-निर्देशों स्वरूप संभव हुए इस सम्मेलन का मकसद पंजाब में मौजूद विरासती पर्यटन की संभावनाओं को उजागर करना है। सिद्धू ने कहा कि पंजाब राज्य में पर्यटन क्षेत्र में असीम क्षमता है कि दुनिया भर के सैलानियों को आकर्षित किया जा सके। उन्होंने कहा कि एफिल टॉवर (पेरिस) और ताजमहल (आगरा) में रोजाना आते सैलानियों की अपेक्षा कई गुना श्रद्धालु रोजाना दरबार साहिब अमृतसर आते हैं। उन्होंने कहा कि विभाग सांस्कृतिक नीति के साथ ऐसी व्यापक पर्यटन नीति बना रहा है जिससे पंजाब में आने वाले सैलानियों को विभिन्न सर्किटों द्वारा विशेष सुविधाएं देकर और सैलानियों को आकर्षित किया जाएगा।
अब पुराने किलों में गूंजेंगी शहनाइयां
सिद्धू ने कहा कि चार सर्किट अलग-अलग क्षेत्रों के सैलानियों को आकर्षित करेेंगे। यह महाराजा सर्किट, मुग़ल सर्किट, सूफ़ी सर्किट और धार्मिक सर्किट है जो विरासती, ऐतिहासिक और धार्मिक सैलानियों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र होंगे। उन्होंने बताया कि धार्मिक सर्किट में राज्य में स्थित तीन तख्त साहिबान (श्री अकाल तख्त अमृतसर, श्री केशगढ़ साहिब, श्री आनन्दपुर साहिब और दमदमा साहिब, तलवंडी साबो) फतेहगढ़ साहिब, चमकौर साहिब को जोड़ा जाएगा। इस तरह महाराजा सर्किट में पटियाला स्थित किला मुबारक, शीश महल, बठिंडा किला, दरबार हाल संगरूर, महाराजा जगतजीत पैलेस व बघ्घी खाना कपूरथला को जोड़ा जाएगा। मुगल सर्किट में पंजाब के भीतर स्थित विभिन्न सराओं जैसे कि शंभू, दोराहा, नकोदर, नूरमहल, बादशाह अकबर की ताजपोश़ी वाला स्थान कलानौर को जोड़ा जाएगा। सूफी सर्किट के तहत रोजा शरीफ सरहिंद, बाबा शेख फरीद से जुड़ी फरीदकोट में स्थानों को जोड़ने के साथ बाबा बुल्ले शाह की विरासत के साथ जोड़ा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब के भीतर स्थित विभिन्न किलों को विवाह समारोह के लिए इस्तेमाल किए जाने और आम खास बाग सरहिंद जैसे हृदय को छू जाने वाले स्थानों में सैलानियों के लिए टेंट रिहायश का प्रबंध करने के संबंध में विचार हो रहा है।
राज्य में अभी तक कोई हैरिटेज होटल नहीं
इंडियन हैरिटेज होटल एसोसिएशन के ऑनरेरी महासचिव ठाकुर रणधीर विक्रम सिंह ने देश भीतर मौजूद हैरिटेज होटलों संबंधी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अभी तक पंजाब में एक भी हैरिटेज होटल नहीं है। जबकि देश के कई राज्यों में हैरिटेज होटल सफलतापूर्वक चल रहे हैं। नीमराना होटल के सीएमडी अमन नाथ ने पंजाब की समृद्ध विरासत बताते कहा कि पंजाबियों को अपनी पहचान गर्व से बतानी चाहिए और यही विरासत पर्यटन क्षेत्र में पंजाब का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन करेगी।