मोहाली। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) ने पंजाब के उन स्कूलों पर शिकंजा कस दिया है, जिनके द्वारा साल 2018-19 का 9वीं और 11वीं से जुड़ा रिजल्ट ऑनलाइन अपडेट करते समय गलतियां रह गईं थीं। ऐसे स्कूलों को रिजल्ट सुधारने के लिए अब प्रति बच्चा 100 रुपये फीस भरनी होगी। बोर्ड की तरफ से इस संबंधी आदेश सभी स्कूलों को भेज दिए गए हैं।
शिक्षा बोर्ड की तरफ से स्कूलों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि साल 2018-19 के लिए कक्षा 9वीं और 11वीं का नतीजा ऑनलाइन अपडेट करते समय स्कूलों की तरफ से कई गलतियां रह गईं थीं। इसके सुधार के लिए अब 100 रुपये प्रति विद्यार्थी संशोधन फीस भरनी होगी। फीस जिला क्षेत्रीय दफ्तर में जमा करवानी होगी। इसके बाद ऑनलाइन सुधार जिला क्षेत्रीय दफ्तर में होगा। वहीं, जिन स्कूलों की तरफ से 9वीं और 11वीं कक्षा का नतीजा अपलोड ही नहीं किया गया, उनकी तरफ से नतीजे की ऑनलाइन एंट्री अपने स्तर पर की जाएगी। ऐसे स्कूलों से भी 100 रुपये प्रति विद्यार्थी फीस जिला क्षेत्रीय दफ्तर में जमा करवाने के बाद फाइनल सबमिशन होगी। इसके अलावा सुधार करवाने के लिए स्कूल की तरफ से अपने स्तर पर लैटर पैड व 9वीं और 11वीं कक्षा का नतीजा क्षेत्रीय दफ्तर में देना होगा। बोर्ड ने साफ किया है कि इसके बाद किसी को भी कोई मौका नहीं दिया जाएगा।
मोहाली। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) ने पंजाब के उन स्कूलों पर शिकंजा कस दिया है, जिनके द्वारा साल 2018-19 का 9वीं और 11वीं से जुड़ा रिजल्ट ऑनलाइन अपडेट करते समय गलतियां रह गईं थीं। ऐसे स्कूलों को रिजल्ट सुधारने के लिए अब प्रति बच्चा 100 रुपये फीस भरनी होगी। बोर्ड की तरफ से इस संबंधी आदेश सभी स्कूलों को भेज दिए गए हैं।
शिक्षा बोर्ड की तरफ से स्कूलों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि साल 2018-19 के लिए कक्षा 9वीं और 11वीं का नतीजा ऑनलाइन अपडेट करते समय स्कूलों की तरफ से कई गलतियां रह गईं थीं। इसके सुधार के लिए अब 100 रुपये प्रति विद्यार्थी संशोधन फीस भरनी होगी। फीस जिला क्षेत्रीय दफ्तर में जमा करवानी होगी। इसके बाद ऑनलाइन सुधार जिला क्षेत्रीय दफ्तर में होगा। वहीं, जिन स्कूलों की तरफ से 9वीं और 11वीं कक्षा का नतीजा अपलोड ही नहीं किया गया, उनकी तरफ से नतीजे की ऑनलाइन एंट्री अपने स्तर पर की जाएगी। ऐसे स्कूलों से भी 100 रुपये प्रति विद्यार्थी फीस जिला क्षेत्रीय दफ्तर में जमा करवाने के बाद फाइनल सबमिशन होगी। इसके अलावा सुधार करवाने के लिए स्कूल की तरफ से अपने स्तर पर लैटर पैड व 9वीं और 11वीं कक्षा का नतीजा क्षेत्रीय दफ्तर में देना होगा। बोर्ड ने साफ किया है कि इसके बाद किसी को भी कोई मौका नहीं दिया जाएगा।