सिविल अस्पताल से नवजात बच्ची को चोरी कर फरार होने वाली महिला को थाना डिविजन दो की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बच्ची को दो दिन पहले साहनेवाल एयरपोर्ट से बरामद कर लिया था। आरोपी महिला की पहचान गांव झाबेवाल निवासी राजवीर कौर के रूप में हुई है। राजवीर कौर मूल रूप से होशियारपुर के गांव कुंटा की रहने वाली है। आरोपी महिला को पुलिस ने अदालत में पेश किया। जहां से उसे पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
एडीसीपी गुरप्रीत सिंह सिकंद ने बताया कि राजवीर कौर की शादी करीब सात साल पहले हरविंदर सिंह के साथ हुई थी। शादी के सात साल बाद भी उसके घर कोई बच्चा पैदा नहीं हुआ था। पति ड्राइवर था और कई कई दिनों तक घर नहीं आता था। पति के बाहर जाने से पहले राजवीर ने पति को बताया कि वह गर्भवती है। दस फरवरी को वह घर से निकलने लगी और पति को बोला कि वह अस्पताल दाखिल होने के लिए जा रही है। अगले दिन उसने पति को फोन किया कि उसके घर बच्ची पैदा हुई है और वह घर जा रही है। आरोपी महिला के पति हरविंदर ने घर से कुछ ही दूरी पर रहने वाली अपनी बहन को फोन किया कि उसके घर बेटी पैदा हुई है और वह राजवीर को घर ले आए। हरविंदर की बहन गुरप्रीत कौर घर गई और राजवीर को अपने घर ले आई। अगले दिन गुरप्रीत कौर के व्हाट्सएप पर फोटो पहुंची कि सिविल अस्पताल से एक महिला बच्ची को चोरी कर फरार हुई है। जिसके बाद गुरप्रीत को शक हुआ कि राजवीर बच्ची को चोरी कर लाई है। इसी बात को लेकर राजवीर और गुरप्रीत कौर के बीच बहस हुई। जिसके बाद राजवीर वहां से फरार हो गई। गुरप्रीत ने अपने बेटे को साथ ले बच्ची को वहां छोड़ दिया और पुलिस को सूचना दे दी। जिसके बाद पुलिस ने बच्ची को बरामद कर बच्ची परिजनों के हवाले कर दिया।
बस स्टैंड के पास से आरोपी महिला को किया गिरफ्तार
पुलिस ने सिविल अस्पताल के पास नाकाबंदी कर रखी थी। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी महिला बस के जरिये लुधियाना छोड़ कर फरार होनेकी फिराक में है। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी महिला को बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपी महिला से पूछताछ करने में जुटी है और पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इतने बड़े कांड को अंजाम देने के लिए महिला की मदद किस ने की।
सिविल अस्पताल से नवजात बच्ची को चोरी कर फरार होने वाली महिला को थाना डिविजन दो की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बच्ची को दो दिन पहले साहनेवाल एयरपोर्ट से बरामद कर लिया था। आरोपी महिला की पहचान गांव झाबेवाल निवासी राजवीर कौर के रूप में हुई है। राजवीर कौर मूल रूप से होशियारपुर के गांव कुंटा की रहने वाली है। आरोपी महिला को पुलिस ने अदालत में पेश किया। जहां से उसे पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
एडीसीपी गुरप्रीत सिंह सिकंद ने बताया कि राजवीर कौर की शादी करीब सात साल पहले हरविंदर सिंह के साथ हुई थी। शादी के सात साल बाद भी उसके घर कोई बच्चा पैदा नहीं हुआ था। पति ड्राइवर था और कई कई दिनों तक घर नहीं आता था। पति के बाहर जाने से पहले राजवीर ने पति को बताया कि वह गर्भवती है। दस फरवरी को वह घर से निकलने लगी और पति को बोला कि वह अस्पताल दाखिल होने के लिए जा रही है। अगले दिन उसने पति को फोन किया कि उसके घर बच्ची पैदा हुई है और वह घर जा रही है। आरोपी महिला के पति हरविंदर ने घर से कुछ ही दूरी पर रहने वाली अपनी बहन को फोन किया कि उसके घर बेटी पैदा हुई है और वह राजवीर को घर ले आए। हरविंदर की बहन गुरप्रीत कौर घर गई और राजवीर को अपने घर ले आई। अगले दिन गुरप्रीत कौर के व्हाट्सएप पर फोटो पहुंची कि सिविल अस्पताल से एक महिला बच्ची को चोरी कर फरार हुई है। जिसके बाद गुरप्रीत को शक हुआ कि राजवीर बच्ची को चोरी कर लाई है। इसी बात को लेकर राजवीर और गुरप्रीत कौर के बीच बहस हुई। जिसके बाद राजवीर वहां से फरार हो गई। गुरप्रीत ने अपने बेटे को साथ ले बच्ची को वहां छोड़ दिया और पुलिस को सूचना दे दी। जिसके बाद पुलिस ने बच्ची को बरामद कर बच्ची परिजनों के हवाले कर दिया।
बस स्टैंड के पास से आरोपी महिला को किया गिरफ्तार
पुलिस ने सिविल अस्पताल के पास नाकाबंदी कर रखी थी। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी महिला बस के जरिये लुधियाना छोड़ कर फरार होनेकी फिराक में है। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी महिला को बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपी महिला से पूछताछ करने में जुटी है और पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इतने बड़े कांड को अंजाम देने के लिए महिला की मदद किस ने की।