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लुधियाना। गुरु नानक देव इंजीनियरिंग कालेज (जीएनडीईसी) में इलेक्ट्रॉनिक वर्ग के स्टूडेंट की मौत से गुस्साए छात्रों ने कालेज में दिनभर कक्षाओं का बायकॉट किया। छात्रों ने मांग की कि कालेज की डिस्पेंसरी में 24 घंटे के लिए डाक्टर तैनात रहे, जिससे हॉस्टल और कॉलेज में रहने वाले विद्यार्थियों को कोई दिक्कत न आए।
कालेज के इलेक्ट्रॉनिक के विद्यार्थी निरंजन कालेज के हास्टल में रह कर पढ़ाई कर रहा था, क्योंकि मृतक निरंजन का परिवार राजस्थान के चुरू जिले का रहने वाला है। दो-तीन पहले निरंजन को बुखार हो गया, उसे डिस्पेंसरी से दवा, लेकिन डाक्टर न होने के चलते उसका पूरा ट्रीटमेंट नहीं हो पाया। जिसके चलते मंगलवार रात को उसकी मौत हो गई और बुधवार को उसका पोस्टमार्टम भी हो गया। वीरवार को अपना विरोध जाहिर करने के लिए कालेज के सातों डिपार्टमेंट के विद्यार्थियों ने कक्षाओं का बायकाट किया। कालेज में कक्षाओं का बायकाट करने के बाद सुरक्षा की दृष्टि से कालेज प्रबंधकों ने मौके पर पुलिस प्रशासन की सहायता ली। हालांकि कालेज का माहौल शांत रहा और विद्यार्थियों ने प्रिंसिपल के सामने कालेज की डिस्पेंसरी में डॉक्टर को तैनात करने और कॉलेज में मेडिकल की दुकान खोलने की मांग की। विद्यार्थियों ने कालेज प्रबंधन को इस मामले में सोमवार तक का समय दिया। इस संबंध में प्रिंसिपल एमएस सैनी ने बताया कि कालेज की डिस्पेंसरी में जरूरत के मुताबिक डॉक्टर की सुविधा उपलब्ध है। जब विद्यार्थियों को जरूरत होती है तो डॉक्टर को बुला लिया जाता है और शाम को साढे़ चार बजे से छह बजे तक डॉक्टर डिस्पेंसरी में रहता है। उन्होंने कहा कि अब विद्यार्थियों की मांग के मुताबिक वह डाक्टर को 24 घंटे डिस्पेंसरी में तैनात करने के प्रयास कर रहे हैं।
लुधियाना। गुरु नानक देव इंजीनियरिंग कालेज (जीएनडीईसी) में इलेक्ट्रॉनिक वर्ग के स्टूडेंट की मौत से गुस्साए छात्रों ने कालेज में दिनभर कक्षाओं का बायकॉट किया। छात्रों ने मांग की कि कालेज की डिस्पेंसरी में 24 घंटे के लिए डाक्टर तैनात रहे, जिससे हॉस्टल और कॉलेज में रहने वाले विद्यार्थियों को कोई दिक्कत न आए।
कालेज के इलेक्ट्रॉनिक के विद्यार्थी निरंजन कालेज के हास्टल में रह कर पढ़ाई कर रहा था, क्योंकि मृतक निरंजन का परिवार राजस्थान के चुरू जिले का रहने वाला है। दो-तीन पहले निरंजन को बुखार हो गया, उसे डिस्पेंसरी से दवा, लेकिन डाक्टर न होने के चलते उसका पूरा ट्रीटमेंट नहीं हो पाया। जिसके चलते मंगलवार रात को उसकी मौत हो गई और बुधवार को उसका पोस्टमार्टम भी हो गया। वीरवार को अपना विरोध जाहिर करने के लिए कालेज के सातों डिपार्टमेंट के विद्यार्थियों ने कक्षाओं का बायकाट किया। कालेज में कक्षाओं का बायकाट करने के बाद सुरक्षा की दृष्टि से कालेज प्रबंधकों ने मौके पर पुलिस प्रशासन की सहायता ली। हालांकि कालेज का माहौल शांत रहा और विद्यार्थियों ने प्रिंसिपल के सामने कालेज की डिस्पेंसरी में डॉक्टर को तैनात करने और कॉलेज में मेडिकल की दुकान खोलने की मांग की। विद्यार्थियों ने कालेज प्रबंधन को इस मामले में सोमवार तक का समय दिया। इस संबंध में प्रिंसिपल एमएस सैनी ने बताया कि कालेज की डिस्पेंसरी में जरूरत के मुताबिक डॉक्टर की सुविधा उपलब्ध है। जब विद्यार्थियों को जरूरत होती है तो डॉक्टर को बुला लिया जाता है और शाम को साढे़ चार बजे से छह बजे तक डॉक्टर डिस्पेंसरी में रहता है। उन्होंने कहा कि अब विद्यार्थियों की मांग के मुताबिक वह डाक्टर को 24 घंटे डिस्पेंसरी में तैनात करने के प्रयास कर रहे हैं।