जालंधर। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एनआईटी में आयोजित कैमकॉन-2012 के पहले दिन 28 कैमिकल वैज्ञानिकों को इनाम और सम्मान से नवाजा गया। इस दौैरान देश विदेश से बड़ी संख्या में वैज्ञानिक जमा हुए हैं। वीरवार को मुख्यातिथि के तौर पर पंजाब सरकार के प्रमुख सचिव एमपी सिंह और गेस्ट आफ ऑनर वेस्ट वर्जिनिया यूनिवर्सिटी यूएसए के प्रो. राकेश गुप्ता थे। जिन्होंने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का आगाज किया।
इस दौरान सभी ने इस बात पर बल दिया कि सबको ऊर्जा की बचत के लिए प्रयास करना चाहिए। इसके लिए परंपरागत स्रोत को छोड़कर गैरपरंपरागत ऊर्जा के स्रोत को अपनाने की जरूरत है। सरकार की ओर से सोलर ऊर्जा के लिए लोगों को दी जा रही सहूलियतों का भी जिक्र किया गया। प्रमुख सचिव ने वैज्ञानिकों से अपील करते हुए कहा कि पर्यावरण को रहे नुकसान से बचाने के लिए उन्हें आगे आना चाहिए। इसके लिए उन्हें अधिक से अधिक शोध पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। प्रो. राकेश गुप्ता ने एनर्जी और इनवायरमेंट विषय पर कहा कि वायुमंडल में दिन प्रतिदिन कार्बन डाईऑक्साइड बढ़ रही है जिसके चलते ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है। ओएनजीसी के मैनेजर डायरेक्टर सुधीर वासुदेवा ने ओएनजीसी के बारे में बताया कि शैक्षिक संस्थाओं को अधिक से अधिक इंडस्ट्री के साथ टाईअप करके शोध करना चाहिए। इस मौके पर एनआईटी के डायरेक्टर प्रो. एसके दास, संयोजक सचिव डॉ. एमके झा, संयुक्त संयोजक सचिव डॉ. अजय बंसल, आईआईसीएचई के सचिव एस वाजपेयी के अलावा कई अन्य लोग उपस्थित रहे।
जालंधर। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एनआईटी में आयोजित कैमकॉन-2012 के पहले दिन 28 कैमिकल वैज्ञानिकों को इनाम और सम्मान से नवाजा गया। इस दौैरान देश विदेश से बड़ी संख्या में वैज्ञानिक जमा हुए हैं। वीरवार को मुख्यातिथि के तौर पर पंजाब सरकार के प्रमुख सचिव एमपी सिंह और गेस्ट आफ ऑनर वेस्ट वर्जिनिया यूनिवर्सिटी यूएसए के प्रो. राकेश गुप्ता थे। जिन्होंने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का आगाज किया।
इस दौरान सभी ने इस बात पर बल दिया कि सबको ऊर्जा की बचत के लिए प्रयास करना चाहिए। इसके लिए परंपरागत स्रोत को छोड़कर गैरपरंपरागत ऊर्जा के स्रोत को अपनाने की जरूरत है। सरकार की ओर से सोलर ऊर्जा के लिए लोगों को दी जा रही सहूलियतों का भी जिक्र किया गया। प्रमुख सचिव ने वैज्ञानिकों से अपील करते हुए कहा कि पर्यावरण को रहे नुकसान से बचाने के लिए उन्हें आगे आना चाहिए। इसके लिए उन्हें अधिक से अधिक शोध पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। प्रो. राकेश गुप्ता ने एनर्जी और इनवायरमेंट विषय पर कहा कि वायुमंडल में दिन प्रतिदिन कार्बन डाईऑक्साइड बढ़ रही है जिसके चलते ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है। ओएनजीसी के मैनेजर डायरेक्टर सुधीर वासुदेवा ने ओएनजीसी के बारे में बताया कि शैक्षिक संस्थाओं को अधिक से अधिक इंडस्ट्री के साथ टाईअप करके शोध करना चाहिए। इस मौके पर एनआईटी के डायरेक्टर प्रो. एसके दास, संयोजक सचिव डॉ. एमके झा, संयुक्त संयोजक सचिव डॉ. अजय बंसल, आईआईसीएचई के सचिव एस वाजपेयी के अलावा कई अन्य लोग उपस्थित रहे।