करतारपुर (जालंधर)। ऋषि नगर में अधेड़ उम्र के व्यक्ति और महिला की बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्या के बारे में वीरवार सुबह पता चला, जब दोनों के शव खून से लथपथ बिस्तर पर पाए गए। सूचना मिलते ही एसएसपी यूरिंदर हेयर, डीएसपी करतारपुर जसबीर सिंह भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे। मौके पर डॉग स्कवायड और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की टीम भी बुलाई गई लेकिन ऐसा कोई सुराग नहीं मिला, जिससे पुलिस के हाथ हत्यारों के गिरेबान तक पहुंच पाए।
जानकारी के मुताबिक लक्कड़ का काम करने वाले राम लाल (50) उर्फ लल्ला ने शादी नहीं कर रखी थी। चार साल पहले इलाके में घूमने वाली मंदबुद्धि महिला ललिता को उसने अपने साथ रख लिया। दिहाड़ी लगाकर राम लाल जो कमाता, उससे उसकी गुजर बसर चल रही थी। वीरवार को राम लाल का रिश्तेदार शाम लाल वहां से निकल रहा था, उसने मकान का दरवाजा खुला देखा तो पाया कि दोनों के शव चारपाई पर पड़े थे। भारी लकड़ी से उनके सिरों पर वार किए गए थे, जिससे उनकी मौत हो चुकी थी। दोनों के सिर पर चोट के काफी गहरे जख्म थे। पुलिस को मौके पर बुलाया गया। इलाके के लोगों के मुताबिक राम लाल बहुत सीधा इंसान था और अपने काम में मस्त रहता था। उसके साथ रहने वाली ललिता मंदबुद्धि थी, इसलिए घर से निकलती नहीं थी।
डीएसपी जसबीर राय का कहना है कि हत्या के पीछे अभी कारण सपष्ट नहीं है। दोनोें की हत्या बेरहमी से की गई है, जिससे यह आशंका है कि जिसने हत्या की है, उसके अंदर बदले की भावना थी। दूसरा, हत्या का कारण लूट खसोट नहीं है क्योंकि राम लाल जो कमाता था वह रात तक खर्च कर देता था।
करतारपुर (जालंधर)। ऋषि नगर में अधेड़ उम्र के व्यक्ति और महिला की बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्या के बारे में वीरवार सुबह पता चला, जब दोनों के शव खून से लथपथ बिस्तर पर पाए गए। सूचना मिलते ही एसएसपी यूरिंदर हेयर, डीएसपी करतारपुर जसबीर सिंह भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे। मौके पर डॉग स्कवायड और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की टीम भी बुलाई गई लेकिन ऐसा कोई सुराग नहीं मिला, जिससे पुलिस के हाथ हत्यारों के गिरेबान तक पहुंच पाए।
जानकारी के मुताबिक लक्कड़ का काम करने वाले राम लाल (50) उर्फ लल्ला ने शादी नहीं कर रखी थी। चार साल पहले इलाके में घूमने वाली मंदबुद्धि महिला ललिता को उसने अपने साथ रख लिया। दिहाड़ी लगाकर राम लाल जो कमाता, उससे उसकी गुजर बसर चल रही थी। वीरवार को राम लाल का रिश्तेदार शाम लाल वहां से निकल रहा था, उसने मकान का दरवाजा खुला देखा तो पाया कि दोनों के शव चारपाई पर पड़े थे। भारी लकड़ी से उनके सिरों पर वार किए गए थे, जिससे उनकी मौत हो चुकी थी। दोनों के सिर पर चोट के काफी गहरे जख्म थे। पुलिस को मौके पर बुलाया गया। इलाके के लोगों के मुताबिक राम लाल बहुत सीधा इंसान था और अपने काम में मस्त रहता था। उसके साथ रहने वाली ललिता मंदबुद्धि थी, इसलिए घर से निकलती नहीं थी।
डीएसपी जसबीर राय का कहना है कि हत्या के पीछे अभी कारण सपष्ट नहीं है। दोनोें की हत्या बेरहमी से की गई है, जिससे यह आशंका है कि जिसने हत्या की है, उसके अंदर बदले की भावना थी। दूसरा, हत्या का कारण लूट खसोट नहीं है क्योंकि राम लाल जो कमाता था वह रात तक खर्च कर देता था।