जालंधर। नगर निगम चुनाव में शहर के पार्कों की बदहाली का मुद्दा काफी गरमाता जा रहा है। कांग्रेस नेता इस मुद्दे को उठाते हुए हर बैठक और डोर टु डोर प्रचार में इस समस्या को उजागर कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार महानगर में कुल 240 पार्क है, जिनमें से 18 पार्कों को माडल पार्क का दर्जा दिया गया है। नगर निगम के मुताबिक महानगर में पार्कों के सुधार के लिए हर साल पांच करोड़ रुपये खर्च होता है, जबकि दो करोड़ रुपये घास उगाने के लिए अलग से खर्च किए जाते हैं। पर नगर निगम में आर्थिक संकट के कारण इस फंड में भी कटौती हो गई है, जिसके बाद पार्कों की हालत काफी खस्ता हो गई है।
वहीं निगम चुनावों में कांग्रेस ने इस मुद्दे को कैश करने का फैसला किया है। पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के नाम वाले पार्क की हालत दयनीय होने के कारण कांग्रेसी काफी नाराज थे। अब चुनावों के समय हर बैठक और डोर टु डोर प्रचार में पार्कों की समस्या को उजागर कर रहे हैं। कांग्रेस नेता विपक्ष के नेता मेयर राकेश राठौर पर अपने चहेतों को पौधे लगाने का ठेका सौंपने का भी आरोप लगा रहे हैं। विपक्ष के पार्षद जगदीश राज राजा का कहना है कि महानगर के पार्कों की हालत काफी खस्ता है, जिसकी जिम्मेदार अकाली भाजपा है। उन्होंने कहा कि निगम चुनाव में कांग्रेस की जीत पर पार्कों का सौंदर्यीकरण करेंगे और महानगर में माडल पार्कों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। वहीं मेयर राकेश राठौर ने कहा कि हर साल पांच करोड़ रुपये पार्कों के रखरखाव पर खर्च होते हैं। फंड के कारण समस्या थी, लेकिन अब वह दूर हो गई है।