फिरोजपुर। रेल डिवीजन फिरोजपुर के कुछेक अधिकारियों की मिलीभगत से प्रभावशाली लोगों ने करोड़ों की विभागीय जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है। इतना ही नहीं अधिकारियों ने रिकार्ड भी खुर्दबुर्द करने में उक्त लोगों का साथ दिया। बताते हैं कि ढंढारी कलां रेलवे स्टेशन पर 62.95 एकड़ जमीन व तलवंडी कलां गांव से 1090 कनाल दो मरले जमीन तलाशने के लिए लैंड सेल के अधिकारियों ने काफी मशक्कत की। उक्त जमीनों का रिकार्ड जब पंजाब विभाग के माल विभाग में तलाशते समय अधिकारियों को पता चला कि उक्त जमीन प्रभावशाली लोगों के कब्जे में देने में कुछेक रेल अधिकारियों का हाथ हैं।
कुछ दिन पहले रिलीज हुई रेलवे भूमि प्रबंधन करोड़ों कमाने का स्रोत पुस्तक में लेखक राकेश कुमार ने लिखा है कि ढंढारी कलां रेलवे स्टेशन पर 62.95 एकड़ जमीन का केस अध्ययन करते समय पाया कि इस जमीन को प्रभावशाली लोगों को कब्जा देने में रेलवे के एक सीनियर अधिकारी का हाथ था। इसी तरह तलवंडी कलां वाली जमीन के दस्तावेज तलाशने के समय भी इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारी पल-पल की खबर कब्जाधारियों को दे रहे थे। ये दो ऐसे केस हैं जिनमें अधिकारियों की संलिप्ता पाई गई है। डिवीजन में कई ऐसी जमीनें हैं, जिनका रिकार्ड रेलवे के पास नहीं है। उन पर कई प्रभावशाली लोगों ने कब्जे किए हुए हैं। रेलवे की जमीन पर अधिकतर उद्योगपतियों ने कब्जा कर फैक्ट्री स्थापित की हुई हैं। बताते हैं कि रेलवे की जमीन का अधिकतर रिकार्ड पाकिस्तान में पड़ा है। क्योंकि बंटवारे के समय रिकार्ड वहीं रह गया था। अभी भी रेलवे अपनी जमीन लेने के लिए अदालत का सहारा ले रही है।