रामपुरा फूल (बठिंडा)। नौकरी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे टीईटी पास बेरोजगार अध्यापकों ने रविवार को रामपुरा फूल में राज्य स्तरीय रैली कर संघर्ष का ऐलान किया। सरकार की नीतियों से खफा अध्यापकों ने शिक्षा मंत्री व रामपुरा फूल के विधायक सिकंदर सिंह मलूका के नानके गांव लहरा धूरकोट में पानी की टंकी पर चढ़कर प्रशासन को खुली चुनौती भी दी। इस दौरान उनके साथी अध्यापकों ने बठिंडा-चंडीगढ़ जीटी रोड पर जाम लगाया। देर शाम तक पानी की टंकी पर चढ़े अध्यापक व सड़क पर धरना दे रहे उनके साथी उसी तरह मौके पर जमे हुए थे।
बेरोजगार टीईटी पास अध्यापक यूनियन के नेता हरिंदरजीत पटियाला, बलजिंदर सिंह मानसा, इशपाल सिंह, सुरेंदर सिंह व अजय कुमार ने कहा कि वे उच्च योग्यता प्राप्त हैं और उन्होंने टीईटी भी पास किया है, इसके बावजूद पंजाब सरकार उन्हें नौकरी देने से इनकार कर रही है। यूनियन नेताओं ने अपने पहले घोषित कार्यक्रम के तहत रविवार को रामपुरा फूल में राज्य स्तरीय रैली करने के बाद बठिंडा रोड पर रेलवे फाटक के करीब सड़क पर धरना देते हुए यातायात जाम कर दिया। इससे बठिंडा से चंडीगढ़ व लुधियाना, जालंधर जाने वाले वाहनों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
इसी बीच प्रशासन की तरफ से एसडीएम भूपिंदर सिंह, तहसीलदार गुरमेल सिंह, डीएसपी मौड़, डीएसपी रामपुरा की अगुवाई में भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और आंदोलनकारियों को शिक्षा मंत्री से बातचीत करवाने की पेशकश की लेकिन उन्होंने नियुक्ति पत्र मिलने तक कोई बात नहीं करने का ऐलान किया। इसी दौरान प्रशासन की आंखों में धूल झोंकते हुए आठ महिलाओं समेत 21 अध्यापक लहरा धूरकोट गांव में पानी की नव निर्मित टंकी पर चढ़ गए। सभी आंदोलनकारी रेलवे फाटक से उठकर लहराधूरकोट गांव पहुंच गए और वहां पर सड़क जाम कर दी। खबर लिखे जाने तक अध्यापक टंकी पर चढ़े हुए थे और यातायात जाम किए हुए थे। पुलिस बल तैनात होने के कारण स्थिति तनावपूर्ण है।